Home / Travel / देवी तालाब मंदिर: जालंधर के इस मंदिर को जरूर देखें

देवी तालाब मंदिर: जालंधर के इस मंदिर को जरूर देखें

January 4, 2018
by


Rate this post
देवी तालाब मंदिर

देवी तालाब मंदिर: जालंधर के इस मंदिर को जरूर देखें

स्थान: जालंधर शहर, पंजाब

जालंधर में यात्रा करने योग्य देवी तालाब मंदिर, जो देवी दुर्गा को समर्पित है और ऐसा माना जाता है कि यह लगभग 200 वर्ष पुराना है। माता त्रिपुरमालिनी मंदिर, इस मंदिर के परिसर में स्थित है और भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है।

इस दिव्य स्थान से किंवदंतिया और माता सती के साथ इतिहास जुड़ा हुआ है कि कैसे अपने पिता दक्ष के द्वारा भगवान शिव का अपमान किए जाने पर इन्होंने आत्मदाह किया था। ऐसा कहा जाता है कि माता सती के आत्मदाह के बाद उनके पति भगवान शिव ने क्रोध में अपनी तीसरी आँख खोल दी थी और सती के शरीर को उठाकर तांडव (नृत्य) करने लगे थे। भगवान के इस क्रोध के डर से और ब्रह्मांड को बचाने के लिए, भगवान विष्णु ने अपने ‘सुदर्शन चक्र’ भेजा। परिणाम स्वरूप सती का शरीर टुकड़ों में कट गया था तथा पृथ्वी पर बिखर गया और पृथ्वी के जिन हिस्सों में माता सती के टुकड़े गिरे वह स्थान धन्य हो गया और वही पर माता सती के मंदिरों की स्थापना की गई, जिन्हें शक्ति पीठों के रूप में जाना जाता है। माता त्रिपुरमालिनी मंदिर उस स्थान को दर्शाता है जिस स्थान को माँ सती का दायां स्तन प्राप्त हुआ था।

मंदिर की पुरानी संरचना को पुनर्निर्मित किया गया है और इसके पुराने ढाँचे में कई तरह के बदलाव किए गए हैं। मंदिर परिसर में कुछ अन्य संरचानाओं का निर्माण किया गया है। यहाँ पर एक विशाल तालाब है, जो मुख्य मंदिर के समान पुराना है और मंदिर मुख्य आकर्षण यही तालाब है और कारण भी यही है कि इसका नाम देवी तालाब मंदिर क्यों पड़ा। मुख्य मंदिर के अलावा देवी काली को समर्पित एक मंदिर भी है। हाल ही में, अमरनाथ गुफा मंदिर जैसी संरचना का निमार्ण मंदिर परिसर में किया गया है।

आस्था और भक्ति के अलावा, यहाँ तक कि उत्सव मनाने के लिए  भी देवी तालाब मंदिर में आगंतुक आते हैं। यदि आप दिसंबर के महीने में जालंधर की यात्रा करते हैं, तो मंदिर का भ्रमण अवश्य करें और इसके वार्षिक “हरिबल्लभ संगीत सम्मेलन” का अनुभव करें। आप स्वर और वाद्य संगीत दोनों की दिव्य जुगलबंदी (संगम) में तल्लीन हो जाएंगे।

जालंधर रेलवे स्टेशन से सिर्फ एक किलोमीटर की दूरी पर यह मंदिर स्थिति है जहाँ आसानी और सुलभता से पहुँचा जा सकता है।

 

Comments

Like us on Facebook

Recent Comments

Archives
Select from the Drop Down to view archives