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फीफा विश्व कप 2018 : क्रोएशिया ने रचा इतिहास, इंग्लैंड को हराकर पहुंचा फाइनल में

July 13, 2018
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फीफा विश्वकप : क्रोएशिया ने रचा इतिहास

क्रोएशिया ने बुधवार देर रात खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मैच में इंग्लैंड को 2-1 से मात देकर फीफा विश्व कप के 21 वें संस्करण के फाइनल में अपनी जगह बना ली है। इस अहम मुकाबले में क्रोएशिया ने इंग्लैंड के सपने को तोड़ कर एक नया इतिहास रचते हुए विश्व कप के फाइनल में पहली बार जगह बनाई। क्रोएशिया का सामना रविवार (15 जुलाई) को 1998 की विजेता फ्रांस से होगा। वहीं इंग्लैंड तीसरे स्थान के मैच के लिए शनिवार को बेल्जियम से भिड़ेगा।

मैच विवरण – पहले हाफ में ही इंग्लैंड के ट्रिपयर ने किया गोल

पहले हाफ के खेल में दोनों टीमों में से इंग्लैंड को गोल के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा। खेल के चौथे मिनट में इंग्लैंड को फ्री किक मिली। इस मौके का फायदा उठाते हुए ट्रिपयर ने गेंद को सीधे गोल पोस्ट में पहुंचा दिया और विरोधी टीम देखती रह गई। नौवें मिनट में क्रोएशिया को कॉर्नर मिला लेकिन लुका मॉड्रिक के प्रयास को इंग्लैंड ने असफल कर दिया। इसके बाद इंग्लैंड को 12वें और 14वें मिनट में कॉर्नर मिला लेकिन टीम उसका फायदा नहीं उठा पाई। इंग्लैंड को 21वें मिनट में फ्री किक मिली लेकिन गोल नहीं हो सका। दोनों ही टीमों की तरफ से लगातार गोल के प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन किसी टीम को कोई सफलता नहीं मिली। 40वें मिनट में इंग्लैंड को एक बार फिर से फ्री किक मिली लेकिन इसका उन्हें कोई फायदा नहीं मिल पाया। पहला हाफ यानी 45 मिनट का खेल खत्म हो गया और इंग्लैंड ने क्रोएशिया पर 1-0 की बढ़त कायम रखी।

क्रोएशिया के नाम रहा दूसरा हाफ 

पहले हाफ में 1-0 से पिछड़ने के बाद दूसरे हाफ का खेल शुरू होते ही क्रोएशिया ने अटैक शुरू कर दिया। खेल के 46वें मिनट में क्रोएशिया के स्ट्राइकर रेबिक गोल करने से चूक गए। 50वें मिनट में क्रोएशिया के मारियो मांजुकिच को यलो कार्ड दिखाया गया। इंग्लैंड के डिफेंडर वॉकर को 54वें मिनट में यलो कार्ड दिखाया गया। वहीं 55वें मिनट में क्रोएशिया को कॉर्नर मिला लेकिन टीम को इसका कोई फायदा नहीं मिला। लगातार कोशिश कर रहे क्रोएशिया को गोल करने का पहला मौका 68वें मिनट में मिला। इवान पेरिसिक ने गोल कर अपनी टीम का स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। स्कोर बराबर होने के बाद दोनों ही टीमों की तरफ से एक बार फिर गोल करने का प्रयास तेज हो गया। 90 मिनट का खेल खत्म होने तक दोनों टीमों का स्कोर 1-1 की बराबरी पर रहा। तीन मिनट का इंजुरी टाइम भी जोड़ा गया लेकिन फैसला नहीं हो पाया।

खेल के अतिरिक्त समय में क्रोएशिया के मांजुकिच ने किया कमाल

क्रोएशिया के लिए इस विश्व कप में यह तीसरा ऐसा मुकाबला था, जहां मैच का फैसला निर्धारित समय में नहीं हो सका और इस मुकाबले में अतिरिक्त समय लगा। 90 मिनट यानी पूरे समय का खेल खत्म होने तक दोनों टीमों का स्कोर 1-1 की बराबरी पर था। जिसकी वजह से 30 मिनट का एक्स्ट्रा टाइम दिया गया। खेल के 95वें मिनट में क्रोएशिया के रेबिक को यलो कार्ड का सामना करना पड़ा। खेल के 109वें मिनट और अतिरिक्त समय के 19वें मिनट में क्रोएशिया के मांजुकिच ने गोल कर अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। पेरिसिक के हैडर पर मांजुकिच ने ये गोल दागा। अतिरिक्त 30 मिनट का वक्त खत्म होने तक क्रोएशिया ने 2-1 से बढ़त कायम रखी। इसके बाद 4 मिनट का इंजुरी टाइम जोड़ा गया जिसमें इंग्लैंड की टीम गोल करने में नाकाम रही और इसी के साथ इंग्लैंड का फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया।

रोचक तथ्य 

  • पहली बार विश्व कप के फाइनल में पहुंची है क्रोएशिया की टीम।
  • 20वीं रैंक वाली क्रोएशिया की टीम फीफा विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे कम रैंक वाली टीम है।
  • इससे पहले फ्रांसीसी टीम ने 1998 विश्व कप में 18वीं रैंकिंग के साथ फाइनल में जगह बनाई थी।

 

क्रोएशिया 1998 फीफा विश्व कप में तीसरे पायदान पर रही थी

क्रोएशिया की टीम आखिरी बार 1998 में फीफा विश्व कप में तीसरे पायदान पर रही थी। जहां उनके स्टार खिलाड़ी डेवर सूकर को गोल्डन बूट का पुरस्कार भी मिला था।

इंग्लैंड 1990 में फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची थी 

इंग्लैंड की टीम इससे पहले आखिरी बार 1990 में फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंची थी लेकिन वहां जर्मनी की टीम के खिलाफ इसे करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। वहीं, अगर बात करें फाइनल की, तो इंग्लैंड की टीम भी इससे पहले 1966 में सिर्फ एक बार ही फीफा विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। यह विश्व कप इंग्लैंड की सरजमी पर ही हुआ था और अंग्रेजी टीम ने सर बॉबी चार्लटन की अगुआई में विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। हालांकि अब अपने दूसरे खिताब के लिए इंग्लैंड को और इंतजार करना पड़ेगा।