मध्य प्रदेश की यात्रा मध्य प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। इसका इलाका लगभग 120000 वर्ग किलोमीटर है। मध्य प्रदेश भारत के कुछ अन्य राज्यों की तरह बहुत घनी आबादी वाला राज्य नहीं है। कुल आबादी 60,000 से कुछ ज्यादा है और हिंदी राज्य में सबसे ज्यादा बोली जानी वाली भाषा है।
मध्य प्रदेश की यात्रा यहां आने वालों को भारत के प्राकृतिक वैभव, समृद्ध कलात्मक और सांस्कृतिक विरासत से रुबरु कराती है। मध्य प्रदेश भारत के मध्य क्षेत्र में है और यात्रा प्रेमियों के लिए किसी सपने के सच होने जैसा है। यहां कई शानदार वाईल्डलाइफ सेंचुरी हैं जिनमें दुर्लभ प्रजाति के और भारतीय प्रायद्वीप में सबसे ज्यादा पाए जाने वाले वनस्पति और जीव हैं। मध्य प्रदेश में ही मनमोहक खजुराहो मंदिर और कई ऐतिहासिक शहर भी हैं। आदिवासियों द्वारा बनाए जाने वाले विस्तृत श्रृंखला के हस्तशिल्प मध्य प्रदेश में खरीददारी को एक नया अनुभव देते हैं। मध्य प्रदेश राज्य भारत के मध्य भाग में स्थित है और इसे भारत का दिल भी कहा जाता है। सन् 2000 के अंत तक जब
छत्तीसगढ़ अलग राज्य नहीं बना तब तक मध्य प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य था।
जनसांख्यिकीय |
स्थानः |
भारत का मध्य भाग |
सीमा राज्य जैसेः |
उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान |
अक्षांशः |
23.17 डिग्री उत्तर |
देशांतरः |
77.21 डिग्री पूर्व |
इलाकाः |
308000 वर्ग किलोमीटर |
जलवायुः |
गर्मियां - गर्म, सर्दियां - हल्की ठंडी |
अधिकतम तापमानः |
37 डिग्री सेल्सियस |
न्यूनतम तापमानः |
10 डिग्री सेल्सियस |
औसत सालाना बरसातः |
118 सेंटीमीटर |
राजधानीः |
भोपाल |
आबादीः |
60385118 |
भाषाएंः |
हिंदी, अंग्रेजी |
धर्मः |
हिंदू, इस्लाम, बौद्ध, जैन, ईसाई और अन्य |
यात्रा का सबसे उत्तम समयः |
सितंबर से फरवरी |
कपड़ेः |
गर्मियों में सूती, सर्दियों में वूलन |
मध्य प्रदेश का समृद्ध इतिहास मौर्य राजवंश के काल तक रहा है। लेकिन उससे भी पहले पाषाण काल के लोगों द्वारा प्रागैतिहासिक काल में भीमबेटका गुफाओं को चित्रित किया गया था।
गुप्त की राजधानी रहे
उज्जैन शहर ने अपने समय में गौरव शिखर को छुआ और उसकी ख्याति पूरी दुनिया में फैली।
इस क्षेत्र में कई सामा्रज्यों का शासन रहा जिन्होंने अपने गौरव और संपदा की निशानी के तौर पर कई किले, मंदिर और महल पूरे मध्य प्रदेश में छोड़े। जैसे जैसे आप मध्य प्रदेश घूमते हैं आप इसके पुरातात्विक वैभव में खो जाते हैं। आप यहां के कुशल कारीगरों द्वारा पत्थरों पर गढ़े गए जुनून और वीरता के पलों के प्रेम पड़ जाएंगे।
मध्य प्रदेश कैसे पहुंचें अच्छी रणनीतिक जगह स्थित होने के कारण देश के किसी भी हिस्से से मध्य प्रदेश आसानी से पहुंचा जा सकता है। आप भारत के किसी भी शहर से मध्य प्रदेश में हवाई, सड़क या रेल मार्ग से पहुंच सकते हैं। मध्य प्रदेश कैसे पहुंचें यह जानकारी आपको इस राज्य तक आसानी से पहुंचने में मदद करेगी।
हवाई मार्ग सेः मध्य प्रदेश राज्य में कई हवाई अड््डे हैं। ग्वालियर, खजुराहो,
इंदौर,
जबलपुर और
भोपाल ऐसे कुछ शहर हैं, जहां हवाई अड््डे हैं। सभी सरकारी और निजी एयरलाईन इन हवाई अड््डों से नियमित उड़ानें संचालित करती हैं।
रेल सेः भोपाल में मध्य प्रदेश का प्रमुख रेलवे स्टेशन है जहां राज्य को देश भर से जोड़ने वाली महत्वपूर्ण ट्रेने चलती हैं।
सड़क से राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग का सामरिक नेटवर्क मध्य प्रदेश को भारत के अन्य राज्यों और शहरों से जोड़ता है। एनएच 3, एनएच 7, एनएच 12, एनएच 12ए, एनएच 25, एनएच26ए, एनएच 27, एनएच 59, एनएच 69, एनएच 75, एनएच 76, एनएच 78, एनएच 79, एनएच 86, एनएच 92 मध्य प्रदेश को भारत के दूसरे राज्यों और प्रमुख शहरों से जोड़ते हैं।
मध्य प्रदेश में खरीददारी मध्य प्रदेश मंें खरीददारी का अपना अलग ही अनूठा अनुभव होता है। वास्तव में जब आप मध्य प्रदेश की यात्रा करते हैं तब आप खरीददारी किये बिना नहीं लौट सकते। मध्य प्रदेश में पारंपरिक हस्तशिल्प की खरीददारी का अपना ही आकर्षण है।
मध्य प्रदेश अपने टेक्सटाईल उत्पादों के लिए मशहूर है। एक समय था जब मध्य प्रदेश के कारीगरों को शानदार मलमल की बुनाई के लिए जाना जाता था। महेश्वरी और चंदेरी साडि़यों में वो परंपरा आज भी जिंदा है। मध्य प्रदेश का ज़री का काम भी बहुत मशहूर है।
इनके अलावा मध्य प्रदेश में और भी कई विशेष हस्तशिल्प हैं जो खरीददारी करते समय आपको मोह लेते हैं। कुछ ऐसी मौजूद हैं जिन्हें आप देख सकते हैं।
हम आपको बता दें कि बस्तर के हस्तशिल्प पूरी दुनिया में मशहूर हैं। कभी यह मध्य प्रदेश में था पर अब यह क्षेत्र छत्तीसगढ़ का हिस्सा है। इसलिए मध्य प्रदेश में बस्तर के हस्तशिल्प मिलना बहुत आम बात है।
पूरे राज्य में बड़ी संख्या में मृगनयनी नाम के सरकारी एंपोरियम भी मौजूद हैं। आप मध्य प्रदेश में छोटी छोटी भीड़ भरी गलियों और चैराहों पर भी खरीददारी कर सकते हैं। इस तरह से खरीददारी करने मेें आप को मध्ययुगीन माहौल का अनुभव होगा।
मध्य प्रदेश में देखने योग्य स्थान मध्य प्रदेश राज्य वास्तव में भारत का दिल है। मध्य प्रदेश का पर्यटन दरअसल भारत नाम के जादुई और रहस्यमय देश के केंद्र की यात्रा है। मध्य प्रदेश का पर्यटन मध्य भारत के अंतरमन से रुबरु कराता है। मध्य प्रदेश का पर्यटन मध्य प्रदेश राज्य की पहचान माने जाने वाले कई स्मारकों, उत्कृष्ट नक्काशीदार मंदिरों, किलों और महलों को प्रकाश में लाता है।
मध्य प्रदेश का पर्यटन राज्य की अनूठी प्राकृतिक सुंदरता को उसके खुले स्वरुप में सामने लाता है। इस खूबसूरत धरती की टोपोग्राफी मुख्य रुप से पठार है और इस पठार में आकर्षक पर्वत श्रृंखलाएं, बहते झरने, धीमी बहती नदियां और मीलों तक फैले घने जंगल हैं।
मध्य प्रदेश का पर्यटन इस राज्य में आने वाले सैलानी को मध्य प्रदेश की समृद्ध लोक संस्कृति और आदिवासी परंपराओं से रुबरु कराता है। इस संस्कृति की अभिव्यक्ति इसके लोगों द्वारा मनाए जाने वाले जीवंत और विपुल त्यौहारों में दिखती है।
मध्य प्रदेश का पर्यटन यहां आने वाले सैलानी को प्राचीन भारतीय इतिहास को अनुभव करने का मौका भी देता है। सांची के स्तूप मौर्य सम्राट अशोक ने बनवाए थे। छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो अपने अनूठे मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। इन मंदिरों का निर्माण चंदेला शासकों ने 950 से 1050 ईसवी के दौरान करवाया था। मध्य प्रदेश राज्य में कई महत्वपूर्ण तीर्थस्थान हैं। यहां मौजूद 12 में से दो ज्योतिर्लिंगों के कारण उज्जैन और ओंकारेश्वर का खास महत्व है। मध्य प्रदेश के पर्यटन का एक अर्थ वन्य जीव पर्यटन भी है। विंध्य में ही एक छोटा सा नेशनल पार्क बांधवगढ़ भी है, जो कि बाघों की बढ़ती आबादी के लिए मशहूर है।
मध्य प्रदेश में देखने लायक स्थान
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- भोपाल
राज्य की राजधानी यह शहर पुरातात्विक संपदा से भरपूर है। पुराने महल और मस्जिदें और भीेड़ भरे बाजार देखने लायक हैं। यह जगह आपको दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी की भी याद दिलाती है।
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- खजुराहो
यह जगह मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा पर्यटक आकर्षण है। मंदिर के पत्थरोें में कामुक कल्पनाएं गढ़ी गई हैं। इन मूर्तियों के रंग दिन की बदलती रौशनी के साथ बदलते हैं।
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- ग्वालियर
भारतीय इतिहास का गौरवशाली अध्याय ग्वालियर के किलों और महलों में जिंदा हो उठता है। यह शहर कई लड़ाइयों, रक्त और मौतों का गवाह रहा है।
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- कान्हा
कान्हा टाइगर रिजर्व को रुडयार्ड किनलिंग ने मशहूर किया। यह एशिया का सबसे बेहतरीन और सबसे अच्छी तरह प्रशासित नेशनल पार्क है। वन्य जीव प्रेमियों के लिए यह अनूठा आकर्षण है।
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- ओरछा
यह बुंदेलों की राजधानी रहा है और यहां मशहूर ओरछा किला है जो कि वास्तुकला का एक आश्चर्य है।
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- बंाधवगढ़
मध्य भारत के दिल में बसे विंध्य पर्वत श्रृंखला में स्थित बंाधवगढ़ नेशनल पार्क में देश के सबसे ज्यादा बाघ रहते हैं। यहां पर हाथी सफारी का भी आनंद लिया जा सकता है।
- उज्जैन
- मांडू
- भीमबेटका
- शिवपुरी
- सुंदर महल
- फूल बाग
- चतुर्भुज मंदिर
- सांची स्तूप
- सिंधिया संग्रहालय
- अपर लेक
- लोअर लेक
- वन्यजीव अभयारण्य
- बिड़ला संग्रहालय
मध्य प्रदेश में शहर
- उज्जैन
- मांडू
- भीमबेटका
- भोपाल
- खजुराहो
- ग्वालियर
- ओरछा
- कान्हा
- सांची
- इंदौर
- शिवपुरी
- महेश्वर
अंतिम संशोधन : मई 25, 2015