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माता लाल देवी मंदिर: अमृतसर का शीश महल

March 12, 2018
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अमृतसर का शीश महल

अमृतसर का शीश महल

स्थान: लाल भवन, रानी का बाग, अमृतसर

पंजाब राज्य सिख धर्म का गढ़ है, यह राज्य सिख धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों के रूप में प्रसिद्ध है। हम में से कई लोग अधिकांश हिंदू मंदिर के बारे में नहीं जानते है, जोकि हिंदुओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक है। पवित्र शहर अमृतसर में स्थित, माता लाल देवी मंदिर एक पवित्र हिंदू तीर्थस्थल है, जिसे चमत्कारी शक्तियों से परिपूर्ण माना जाता है। यह मंदिर 20 वीं शताब्दी की एक महिला संत लाल देवी को समर्पित है, इसे जम्मू में लोकप्रिय वैष्णो देवी मंदिर का एक लघु रूप माना जाता है क्योंकि इसकी संरचना वैष्णो देवी मंदिर के समान है।

रंगीन दर्पण हॉल, जो रोशनी से चमचमाते हुए चमकते हैं, मंदिर के अंदरूनी हिस्सों की सुन्दरता को प्रदर्शित करते हैं। माता लाल देवी मंदिर की संरचना बहुत अधिक वास्तुशिल्प सौंदर्य से परिपूर्ण नहीं है, लेकिन इसकी आंतरिक भाग की चमक और सुंदरता इतनी उत्कृष्ट है कि इस मंदिर को “शीश महल” के नाम से भी पुकारा जाता है। मंदिर के ढाँचे के भीतर कई तीर्थस्थल और आश्रमों की श्रृंखलाएं हैं। इस मंदिर में भगवान की स्थापित मूर्तियों को कोई भी व्यक्ति मंदिर या पूरे परिसर की दीवारों पर स्थित दर्पण में छवियों के माध्यम से भगवान की उपस्थिति को महसूस किया सकता है। कृत्रिम गुफाएं और संकीर्ण रास्तों को या तो नीचे झुक कर या तो अपने घुटनों पर रेंगकर पार कर सकते हैं।

माता लाल देवी मंदिर उन सभी महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है, जो अपने परिवार में बढ़ोत्तरी करना चाहती हैं। ऐसा माना जाता है कि जो महिलाएं यहाँ प्रार्थना करने के लिए आती है उन्हें जल्द ही आशीर्वाद स्वरूप एक बच्चे की प्राप्ति होती है। यह मंदिर देश भर के भक्तों को आकर्षित करता है। मंदिर में शानदार दर्पण का कार्य और रंगों का चमकीला वर्णक्रम श्रद्धालुओं के दिमाग में एक छवि हमेशा के लिए स्थापित कर देता है। मंदिर में त्यौहार अत्यंत समर्पण और उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। नि:शुल्क भोजन सभी को खिलाया जाता है। यदि धार्मिक भावनाएं नहीं भी हैं, तो माता लाल देवी मंदिर की आंतरिक भाग की शानदार अनूठी संरचना यात्रा के लिए प्रोत्साहित कर सकती है।

समयः सुबह 5 बजे से रात्रि 11 बजे तक              

प्रवेशः निःशुल्क और सभी के लिए

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