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सूचना प्रौद्योगिकी में शीर्ष 5 उभरते पाठ्यक्रम

July 4, 2018
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सूचना प्रौद्योगिकी में शीर्ष 5 उभरते पाठ्यक्रम

सूचना प्रौद्योगिकी में शीर्ष 5 उभरते पाठ्यक्रम

स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए मार्च और अप्रैल के बीच की अवधि, एक महत्वपूर्ण समय होता है। बोर्ड और कॉलेज की परीक्षा समाप्त होने के साथ छात्र व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए नामांकन शुरू कर देते हैं, विशेष रूप से वो लोग जो अपने बेहतर कैरियर का निर्धारण करना चाहते हैं। हालांकि पाठ्यक्रम और डिग्री जैसे चिकित्सा, इंजीनियरिंग, लॉ, चार्टर्ड अकाउंटेंसी आदि मुख्य माध्यम हैं, साथ ही कई नए पाठ्यक्रमों में वृद्धि हुई है। प्रौद्योगिकी की उन्नति और इंटरनेट के आगमन के लिए धन्यवाद। ये कोर्स नई-पीढ़ी के बीच बेहद लोकप्रिय होते जा रहे हैं, क्योंकि ये काफी रोमांचक हैं तथा ये पाठ्यक्रम सुविधाओं और विकास के कई अवसर प्रदान करते हैं और छात्रों को उच्च-वेतन वाली नौकरियाँ दिलाने में मदद करते हैं। तो आइये, आज हम युवाओं के लिए फायदेमंद कुछ स्मार्ट पाठ्यक्रमों पर नजर डालते हैं।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), जो कंप्यूटर साइंस का एक क्षेत्र है, इस समय अध्ययन के सबसे महत्वूर्ण क्षेत्रों में से एक है। एआई डील इंटेलिजेंस मशीनों के निर्माण से संबंधित है, जो मानवों की तरह प्रतिक्रिया और कार्य करती है। इन इंटेलिजेंस मशीनों में से कुछ नियोजन, भाषण की पहचान, सीखने और समस्या-सुलझाने जैसे कार्य करने में सक्षम हैं। सिरी, जिसे हम सभी जानते हैं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उत्कृष्ट उदाहरण है।

जो छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का चयन करते हैं, उन्हें गणित, मनोविज्ञान और विज्ञान के विषयों जैसे भौतिकी और जीव विज्ञान आदि विषयों का अध्ययन करना चाहिए। इससे कुछ मौलिक प्रोग्रामिंग भाषाओं को सीखने में भी मदद मिलेगी।

भारत में, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास, आईएसआई कोलकाता, हैदराबाद विश्वविद्यालय और आईआईएससी बैंगलोर से छात्र डिग्री प्राप्त कर सकते हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता के साथ जुड़ी नौकरियों की कुछ भूमिकाएं और उपाधियाँ हैं – कंप्यूटर साइंटिस्ट, गेम प्रोग्रामर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर और रोबोटिक साइंटिस्ट।

साइबर सिक्योरिटी

इसमें कोई संदेह नहीं है, कि इंटरनेट के आगमन और प्रौद्योगिकी के विकास ने हमारे जीवन को बहुत आसान बना दिया है, लेकिन यह अपने साथ कई जोखिमों को भी लाया है। कंप्यूटर, नुकसान, साइबर अटैक या अनाधिकृत पहुँच के कारण आलोचनीय हो गए हैं, जिसने न केवल एक व्यक्ति या कंपनी के व्यक्तिगत डेटा को, बल्कि पूरे देश को जोखिम में डाल दिया है, इसलिए आज सरकार और संगठन, साइबर सिक्योरिटी को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं और इस क्षेत्र में पेशेवरों की माँग भी काफी बढ़ रही है।

यहाँ साइबर सिक्योरिटी में एक विशेष डिग्री है। हालांकि, कंप्यूटर साइंस में बी.टेक जैसी स्नातक डिग्री और साइबर सिक्योरिटी तथा फोरेंसिक में विशेषज्ञता के साथ इंजीनियरिंग वाले छात्रों को इस क्षेत्र में कैरियर बनाने में काफी मदद मिलेगी। इस क्षेत्र में सुरक्षा विश्लेषक, सूचना सुरक्षा प्रबंधक, सॉफ्टवेयर डेवलपर, साइबर पॉलिसी विश्लेषक आदि जैसी नौकरियों की खोज की जा सकती है। साइबर सिक्योरिटी के महत्व की वजह से इसका वेतन भी काफी ज्यादा है। इसके पात्र व्यक्ति 4 से 5 लाख रूपए प्रति वर्ष के बीच वेतन प्राप्त कर सकते हैं।

नैनोटेक्नोलॉजी

नैनोटेक्नोलॉजी अध्ययन का एक और क्षेत्र है, जो छात्रों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। यह छोटी वस्तुओं का इस्तेमाल और अध्ययन है और इसे सूक्ष्म विज्ञान के रूप में जाना जाता है। नैनो टेक्नोलॉजी, विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में इस्तेमाल किया जा सकता है। नैनोटेक्नोलॉजी खाद्य और पेय पदार्थ, चिकित्सा, कृषि, जैव प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष अनुसंधान जैसे कई क्षेत्रों में आकर्षक अवसर प्रदान करता है। छात्र टीचिंग लाइन में भी प्रवेश कर सकते हैं। इस क्षेत्र में प्रारंभिक वेतन 20,000 रूपये से लेकर 35,000 रुपये तक होने की उम्मीद है।

क्लाउड कंप्यूटिंग

क्लाउड कम्प्यूटिंग अध्ययन का एक दिलचस्प क्षेत्र है, जिसमें आईटी सेवाओं को वितरित करना शामिल है। सर्वर से सीधा संबंध रखने की पारंपरिक पद्धति के विपरीत, इन आईटी सेवाओं को इंटरनेट से वेब आधारित अनुप्रयोगों और उपकरणों के माध्यम से पुनर्प्राप्त किया जाता है। इस क्षेत्र में कुछ नौकरियाँ सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट, आईटी आर्किटेक्ट, तकनीकी सलाहकार, क्लाउड सॉफ्टवेयर इंजीनियर आदि हैं। इसमें वेतन 5 लाख रुपये से लेकर 20 लाख रुपये प्रति वर्ष तक निर्धारित है। जो छात्र कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग आदि में डिग्री प्राप्त कर रहे हैं, उन्हें इस क्षेत्र में प्रवेश करना आसान है। क्लाउड कंप्यूटिंग में अपना कैरियर शुरू करने के लिए सबसे अच्छा तरीका क्लाउड कंप्यूटिंग प्रमाणपत्र प्राप्त करना है। इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस या संबंधित क्षेत्र की डिग्री वाले छात्र इस क्षेत्र में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं।

ग्राफिक्स डिजाइनिंग

ग्राफिक्स डिजाइनिंग एक बहुत ही बड़ा और दिलचस्प क्षेत्र है। इसका उद्देश्य समकालीन सेटिंग्स के साथ-साथ डिजिटल एप्लिकेशन को एक्सप्लोर करना और डिजाइन के कौशल को विकसित करना होता है। यह पाठ्यक्रम छात्रों को विभिन्न डिजिटल अनुप्रयोगों पर काम करने का अवसर प्रदान करता है। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से, छात्र नवीनतम सोच प्रक्रियाओं को समझने में सक्षम हो जाते हैं, जो डिजाइन उद्योग से संबंधित हैं और उन्हें बुनियादी डिजाइन भी सिखाई जाती है, ताकि वे कलात्मक दुनिया को अचम्भित करके अपने आप को सर्वश्रेष्ठ साबित कर सकें। प्रौद्योगिकी के अलावा, मूल विचारों से परिपूर्ण एक रचनात्मक विचार, अच्छा अवलोकन और खोजी सोच इस क्षेत्र में आपको उत्कृष्ट बनाने में काफी मदद कर सकती है।

आप इस क्षेत्र में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, डिप्लोमा पाठ्यक्रमया स्नातक, मास्टर्स या डॉक्टरेट की डिग्री का पीछा कर सकते हैं। भारत में ग्राफिक डिजाइनिंग के लिए सबसे पसंदीदा संस्थानों में से कुछ – राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान नई दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर, औद्योगिक डिजाइन केंद्र (आईआईटी बॉम्बे) मुंबई, एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाईन पुणे, सिंबायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन पुणे, विगान और लेह कॉलेज (डब्लूएलसीआई) नई दिल्ली आदि हैं। भारत में एक नए ग्राफिक डिजाइनर के लिए औसत वेतन प्रति माह लगभग 25 हजार से 40 हजार है।

सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) धीरे-धीरे बढ़ने वाले क्षेत्र हैं। कोई भी उपर्युक्त क्षेत्रों में व्यावसायिक पाठ्यक्रम, प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम या डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को अपना कर, एक स्थायी पैकेज प्राप्त करके अपने कैरियर को प्रगति की ओर अग्रसर कर सकता है।