यूपीपीएससी परीक्षा – योग्यता, तिथि, पैटर्न और 2018 का पाठ्यक्रम
हर साल लाखों इच्छुक परीक्षार्थी पीसीएस की परीक्षा में भाग लेते हैं। पीसीएस परीक्षा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित की जाती है। प्रोविंशियल सिविल सर्विसेज, जिसे संक्षिप्त रूप में पीसीएस कहा जाता है, वह मार्ग है जो व्यक्ति को उत्तर प्रदेश सरकार में प्रशासनिक करियर के लिए अग्रसर करता है। प्रशिक्षण में सफल होने के बाद उम्मीदवार को राज्य में विभिन्न जिलों, विभागों और उप-प्रभागों में नियुक्त किया जाता है।
इस वर्ष परीक्षा के पैटर्न में विभिन्न परिवर्तन हुए हैं जिन्हें आप नीचे देख सकते हैं:
आवेदन पत्र, परीक्षा तिथि और प्रवेश पत्र-
- ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया – 6 जुलाई, 2018
- आवेदन की अंतिम तिथि – 6 अगस्त, 2018
- प्रवेश पत्र – 10 से 12 अगस्त
- यूपी पीसीएस लिखित परीक्षा की तिथि- 19 अगस्त, 2018
- परिणाम की घोषणा – सितम्बर, 2018
यूपीपीसीएस परीक्षा में भाग लेने के लिए पात्रता-
- परीक्षार्थी भारत का नागरिक हो।
- परीक्षार्थी उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आयु- 21 से 40 साल तक।
- परीक्षार्थी के पास कम से कम स्नातक की डिग्री होनी चाहिए (किसी भी वर्ग से)
- आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आयु में छूट है।
रिक्त पद
संयुक्त राज्य / उच्च अधीनस्थ कर्मचारी | 831 |
शारीरिक रूप से विकलांग (बैकलॉग / विशेष) | 01 |
वन के सहायक संरक्षक | 16 |
सीमा वन अधिकारी | 76 |
परीक्षा के पैटर्न में महत्वपूर्ण बदलाव-
- आवेदन-पत्र में संशोधनः इस वर्ष से सुधार के लिए एक विंडो प्रदान की जाएगी।
- गलत उत्तर देने के लिए: इस बार की प्रारंभिक परीक्षा में प्रमुख परिवर्तन अंकन योजना में बदलाव हुआ है जो सीधे आपकी मैरिट सूची को प्रभावित करेगा। पिछले नियमों से भिन्न, प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काट दिए जाएंगे। (पहले 1/4 वां अंक काटा जाता था)।
- वैकल्पिक विषय: इस वर्ष से मुख्य परीक्षा के लिए केवल एक वैकल्पिक विषय होगा। (इससे पहले दो वैकल्पिक विषय थे)।
- साक्षात्कार: इस साल से, साक्षात्कार केवल 100 अंक का होगा (जो पहले 200 अंक का होता था)
- पीसीएस में नई पोस्टः सहायक कंजर्वेटर ऑफ वन (एसीएफ) का पद भी पीसीएस परीक्षा प्रक्रिया द्वारा भरा जाएगा।
परीक्षा पैटर्न-
परीक्षा तीन भागों में आयोजित की जाती है-
- प्रारंभिक परीक्षा
- मुख्य परीक्षा
- साक्षात्कार
मुख्य परीक्षा के लिए केवल वे लोग ही उपस्थित हो सकते हैं, जिन्होंने प्रारंभिक परीक्षा को पास कर लिया होगा। प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं और मुख्य परिक्षा में उपस्थित होने के लिए ये दोनों ही पास करने अनिवार्य हैं।
प्रश्न पत्र का प्रतिरूप वस्तुनिष्ठ है।
निर्देशः इस बार, यदि आपसे यूपीपीएससी की परीक्षा फॉर्म को भरते समय कोई गलती हो जाती है तो आपको इसे सही करने का मौका भी मिलेगा। क्योंकि अब इस गलती को सुधारने के लिए एक विंडो उपलब्ध करायी गयी है।
अधिक जानकारी के लिए आप इस वेबसाइट पर जाएं http://uppsc.up.nic.in/OnlineInstruction_English.html या रोजगार समाचार में प्रकाशित विज्ञापन अधिसूचनाओं को पढ़ें।
फॉर्म भरने के लिए, आप- uppsc.up.nic.in पर जा सकते हैं।
पाठ्यक्रम-
प्रारंभिक परिक्षा-
पेपर का नाम |
प्रश्नों की संख्या |
कुल अंक |
कुल समय |
सीएसएटी (सिविल सेवा योग्यता परीक्षा): व्यवहार योग्यता | 80 | 200 (प्रत्येक प्रश्न के लिए 2.5 अंक) | 2 घण्टे |
सामान्य अध्ययन | 100 | 200 (प्रत्येक प्रश्न के लिए 2 अंक) | 2 घण्टे |
पेपर – I सामान्य अध्ययन – I (200 अंक), समयः 2 घंटे
- वर्तमान घटनाएं
- भारत का इतिहास
- भारत और विश्व का भूगोल
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन से संबधित सामान्य मुद्दे।
- सामान्य विज्ञान
- भारतीय राजनीति और शासन – संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, लोक नीति, अधिकार मुद्दे इत्यादि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास – सतत विकास गरीबी समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल इत्यादि।
पेपर- II सी-सैट (200 अंक), समयः 2 घण्टे
- वर्तमान घटनाएं
- सामान्य मानसिक योग्यता
- तार्किक तर्क और मानसिक योग्यता
- निर्णय लेना, समस्या सुलझाना, विश्लेषणात्मक क्षमता
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- भारत और विश्व का भूगोल
- भारतीय राजनीति और शासन
- आर्थिक और सामाजिक विकास
- सामान्य विज्ञान
- हाईस्कूल स्तर की सामान्य अंग्रेजी, हिंदी और गणित।
- अंग्रेजीः ज्ञान, एक्टिव वॉइस एन्ड पैसिव वॉइस, शब्दभेद, वाक्यों का परिवर्तन, डाइरेक्ट एण्ड इनडाइरेक्ट स्पीच, विराम चिह्न और वर्तनी, शब्द अर्थ, शब्दावली और उसका उपयोग, मुहावरे और वाक्यांश, रिक्त स्थान।
- हिंदीः शब्द और वाक्य निर्माण, संधि, समास, शब्द रूप, संधि और समास, क्रिया, अनेकार्थी शब्द, पर्यायवाची, विलोम, मुहावरे, तत्सम, तद्भव, वाक्यों में त्रुटियों को सही करना।
- गणितः अंकगणितीयः संख्या पद्धति, औसत, अनुपात और समानुपात, प्रतिशत, लाभ और हानि, साधारण और चक्रबृद्धि ब्याज, कार्य और समय, गति, समय और दूरी।
- बीजगणितः ल.स. और म.स. तथा समुच्चय सिद्धान्त।
- ज्यामितिः जोड़ और त्रिभुज के सिद्धांत, आयत, वर्ग, समलम्ब और वृत्त, उसकी परिधि और क्षेत्रफल, गोले का आयतन और सतह का क्षेत्रफल, लम्ब वृत्तीय बेलन, लंब वृत्तीय शंकु और घन से संबंधित रचना
- सांख्यिकी: – डेटा का संग्रहण, डेटा का वर्गीकरण, बारंबारता, आवृत्ति वितरण, सारणीयन, संचयी बारंबारता, डेटा का प्रतिनिधित्व – वेन आरेख, पाई चार्ट, हिस्टोग्राम, आवृत्ति बहुभुज, संचयी बारम्बारता, घटाना (औजाइव), केंद्रीय प्रवृत्ति के उपाय: अंकगणितीय औसत, माध्यिका और प्रणाली।
मुख्य परीक्षा
सामान्य अध्ययन ( चार पेपर, प्रत्येक 200 अंक के) | 800 अंक |
एक वैकल्पिक विषय | 400 अंक |
सामान्य हिंदी | 150 अंक |
निबंध | 150 अंक |
कुल | 1500 अंक |
वैकल्पिक विषय: किसी भी एक वैकल्पिक विषय का चयन किया जा सकता है। परीक्षार्थी निम्नलिखित में से चुन सकते हैं-
- समूह क: सामाजिक कार्य, मानव विज्ञान, समाजशास्त्र
- समूह ख: गणित, सांख्यिकी
- समूह ग: कृषि, पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान
- समूह घ: सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कृषि इंजीनियरिंग
- समूह ड़: अंग्रेजी साहित्य, हिंदी साहित्य, उर्दू साहित्य, अरबी साहित्य, फारसी साहित्य, संस्कृत साहित्य
- समूह च: राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध, सार्वजनिक प्रशासन
- समूह छ: प्रबंधन और लोक प्रशासन
निबन्धः इसमें तीन खंड होंगे और परीक्षार्थियों को प्रत्येक विषय पर 700 शब्दों का निबंध लिखना होगा।
इन विषयों पर आधारित होंगे:
- खण्ड कः साहित्य और संस्कृति, सामाजिक स्थिति, राजनीतिक स्थिति।
- खण्ड खः विज्ञान, पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र, कृषि, उद्योग और व्यापार।
- खण्ड ग: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं, प्राकृतिक आपदाएं, भूस्खलन, भूकंप, बाढ़, सूखा, राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम और परियोजनाएं आदि।
सामान्य हिंदी: अपठित गद्यांश से प्रश्न-उत्तर, ध्यान की एकाग्रता, सरकार और अर्ध-सरकारी पत्र, टेलीग्राम (विद्युतसंदेश), आधिकारिक आदेश, अधिसूचना, परिपत्र लेखन, शब्दों और इनके उपयोगों का ज्ञान, उपसर्ग और प्रत्यय का उपयोग, विलोम शब्द, एक शब्द प्रतिस्थापन, वर्तनी और वाक्य सुधार, मुहावरे और वाक्यांश।
साक्षात्कार:
- साक्षात्कार 100 अंकों का होता है।
- साक्षात्कार का कोई विशिष्ट पैटर्न और पाठ्यक्रम नहीं है।
- अभ्यर्थियों को राज्य, समकालीन मुद्दों और सामान्य ज्ञान का अच्छा ज्ञान होना चाहिए। उम्मीदवार संवेदात्मक और अपने विचारों को खुले तौर पर व्यक्त करने वाला होना चाहिए।