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यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाः इतिहास की 5 किताबों का अध्ययन करें

June 25, 2018
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यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाः इतिहास की 5 किताबों का अध्ययन करें

इतिहास, यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) की तैयारी कर रहे लाखों उम्मीदवारों के लिए एक प्रमुख विषय है। यह विषय यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों का एक प्रमुख भाग है। यूपीएससी सीएसई का इतिहास खंड – भारत के प्रागैतिहासिक, प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक इतिहास पर आधारित है। यह उपमहाद्वीप की प्रारंभिक सभ्यता, शुरुआत, विकास और साम्राज्य तथा साम्राज्य के विस्तार की उत्पत्ति का पता लगाता है। कभी-कभी प्रार्थियों के लिए इतिहास की तैयारी अच्छी तरह से कर पाना आसान नहीं रह पाता, क्योंकि यह विषय काफी कठिन है। इतिहास का अध्यन पूर्णतया करने पर ही अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं। यहाँ पर भारतीय और विदेशी लेखकों द्वारा लिखी गई कई ऐसी किताबें उपलब्ध हैं, जो यूपीएससी सीएसई के प्रार्थियों को इस विषय के बारे में गहन ज्ञान देती हैं। विभिन्न सफल उम्मीदवारों और कोचिंग केंद्रों द्वारा इन पुस्तकों की बहुत अधिक प्रशंसा की जाती है।

यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की अच्छी तरह तैयारी करने के इच्छुक प्रर्थियों के लिए अनुशंसित किताबों की सूची:

  1. द वंडर दैट वाज इंण्डियाः ए एल बाशम

1954 में स्वर्गीय ए एल बाशम द्वारा लिखी गई यह पुस्तक, उपमहाद्वीप के पुरातत्व पर किए गए गहन शोधों में से एक है। द वंडर दैट वाज इंण्डिया, रोमनों के समय से पहले भारतीय भूमिगत रास्ते पर सभ्यता के अस्तित्व के बारे में एक विस्तृत विवरण प्रदान करती है। हालांकि यह पुस्तक, सिंधु घाटी सभ्यता के विकास और ऐसी समृद्ध सभ्यता के पतन के पीछे संभावित कारण की जानकारी भी प्रदान करती है।

  1. मध्यकालीन भारत का इतिहास- सतीश चंद्र

सतीश चंद्र द्वारा भारत के मध्यकालीन इतिहास पर लिखी गई पुस्तक यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाओं के उम्मीदवारों के लिए मध्यकालीन भारत में सर्वश्रेष्ठ संसाधित पुस्तकों में से एक के रूप में कार्य करती है। यह पुस्तक 800 ईस्वी से 1800 ईस्वी तक हजारों वर्षों की एक विस्तृत मार्गदर्शिका है, जैसा कि इस समय भारत अपने पश्चिमी समकक्षों के विरुद्ध वास्तुकला और समाज के मामले में प्रगति की राह पर था। इस लिए इसे भारतीय उपमहाद्वीप में इस अवधि को अक्सर स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है।

  1. भारतीय कला और संस्कृति – नितिन सिंघानिया

इस पुस्तक को व्यापक रूप से भारतीय विरासत और संस्कृति पर एक महत्वपूर्ण कार्य के रूप में माना जाता है। लेखक द्वारा इसमें यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में सामान्य अध्यन के पेपर 1 के लिए, पाठ्यक्रम की विस्तृत प्रौढ़ता को अन्तर्निहित किया गया है। नितिन सिंघानिया द्वारा लिखी गई पुस्तक भारतीय कला और संस्कृति ने, भारतीय कला, साहित्य और वास्तुकला के सफरनामें पर सदियों से कब्जा कर रखा है।

  1. आधुनिक भारत का इतिहास- बिपिन चंद्र

स्वर्गीय इतिहासकार बिपिन चंद्र को बेहतरीन समकालीन इतिहासकारों में से एक के रूप में जाना जाता है। आधुनिक भारत का इतिहास पुस्तक को आधुनिक भारतीय इतिहास का मानदण्ड माना जाता है। यह पुस्तक वर्ष 2009 में प्रकाशित हुई थी। इस पुस्तक में पूर्व-स्वतंत्रता ब्रिटिश युग, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, राष्ट्रीय आंदोलन और उपनिवेशवाद सम्मिलित हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, बिपिन चंद्र की पुस्तक सभी यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परिक्षा के उम्मीदवारों के लिए एक अच्छा स्त्रोत प्रदान करती है।

  1. प्लासी से विभाजन तकः आधुनिक इतिहास का इतिहास- शेखर बंदोपाध्याय

प्लासी से विभाजन तक पुस्तक को आधुनिक भारत पर एक निराधार साथ के रूप में माना जाता है। यह पुस्तक आधुनिक भारतीय इतिहास की रूप रेखा तैयार करने में सक्षम है। लेखक शेखर बंदोपाध्याय ने आधुनिक भारतीय इतिहास में अत्यधिक विवाद के समय के शोध को बहुत ही सावधानीपूर्वक वर्णित किया है। भारतीय इतिहास की इस सावधानीपूर्वक व्याख्या ने इस पुस्तक को, सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के उम्मीदवारों के बीच लोकप्रिय बना दिया है।

सिविल सेवा की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाओं के लिए इतिहास से संबधित कुछ और पुस्तकें    

ऊपर दी गईं 5 पुस्तकों के अलावा आकांक्षी, आरएस शर्मा की भारत का प्राचीन इतिहास, रामचंद्र गुहा द्वारा भारत गाँधी के बाद, बिपिन चन्द्र की स्वतन्त्रता के लिए भारत का संघर्ष और नॉर्मन लोवे द्वारा आधुनिक इतिहास का संचालन जैसी प्रसिद्ध लेखकों की अलग-अलग पुस्तकों का भी अध्यन कर सकते हैं।

यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के आकांक्षियों के लिए पढ़ने योग्य आवश्यक पुस्तकें

कक्षा 6 और कक्षा 12 में पढ़ाई जाने वाली एनसीईआरटी इतिहास की पुस्तकें आगे की तैयारी के लिए एक मजबूत आधार को विकसित करने में सहायता करती हैं। ये पुस्तकें यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में पूछे जाने वाले इतिहास के प्रश्नों का संपूर्ण ज्ञान प्रदान करतीं हैं।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए कैसे करें इतिहास की तैयारी? 

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा कम पास होंने वाले प्रार्थियों के प्रतिशत के साथ सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा के लिए, हर साल लाखों उम्मीदवार महीनों और वर्षों तक तैयारी करने के बाद परीक्षा में शामिल होते हैं। उन परीक्षार्थियों के लिए यह महत्वपूर्ण होता है कि उन्होंनें परीक्षा के लिए अच्छी तरह से तैयारी की हो। इतिहास यूपीएससी सीएसई प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए एक मुख्य विषय है। इस प्रकार, प्रत्येक आकांक्षी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसने समय के अन्दर ही प्रत्येक विषय का पुनः अवलोकन और सभी विषयों का अध्यन पूर्णरूप से कर लिया हो। आकांक्षियों को पिछले दस वर्षों के इतिहास खंड के प्रश्नों का अध्यन करना चाहिए, क्योंकि इससे आपको प्रश्न के प्रतिरूप और इसमें पाए जाने वाले विषय क्षेत्र को समझने में मदद मिलेगी।

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यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाः इतिहास की 5 किताबों का अध्ययन करें
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यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को सबसे कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक माना जाता है। आकांक्षी को अच्छी तरह तैयारी करने के लिए विभिन्न विषयों का अध्ययन करना होगा। यूपीएससी एससीई प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए इतिहास एक महत्वपूर्ण विषय है। इतिहास की तैयारी करने के लिए उल्लेखनीय लेखकों द्वारा उल्लखित कुछ बेहतरीन किताबों का अध्यन करें।
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