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इस साल पर्यावरण के अनुकूल दीवाली उत्सव मनाने के 10 तरीके

October 11, 2017
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 दीवाली उत्सव

वर्ष के बहुत अधिक प्रतीक्षा कराने वाले त्यौहार दीवाली को सिर्फ कुछ दिन ही शेष रह गए हैं। दीवाली के शुभ अवसर पर लोगों के घरों में खुशी की लहर, जीवन को प्रकाशित करने और मानवतावादी संबंधों को निभाने की शक्ति उजागर होती है। आजकल लोगों को दीवाली के पावन अवसर पर शुद्ध वायु में सांस लेने में परेशानी के साथ-साथ बड़े पैमाने पर वायु और ध्वनि प्रदूषण का शिकार होना पड़ रहा है। इसलिए, वायु और ध्वनि प्रदूषण से मुक्त दीवाली का त्यौहार मनाना ही हम सब के लिए बेहतर है। साथ ही दीवाली के त्यौहार का उत्सव पर्यावरण के अनुकूल ही मनाने पर जोर दें, यह न केवल आपकी जिंदगी को उजागर करने में मदद करेगा, बल्कि आप के इस कार्य की अन्य लोग भी सराहना करेंगें। इसलिए यहाँ पर्यावरण के अनुकूल दीवाली का जश्न मनाने के कुछ तरीके प्रस्तुत हैं –

  • बड़े पैमाने पर वायु प्रदूषण और पटाखों का उपयोग करने पर प्रतिबंध होना चाहिए। वायु और ध्वनि प्रदूषण अस्थमा (दमा) से पीड़ित लोगों व अन्य लोगों के लिए आँखों में जलन के साथ-साथ श्वास की बीमारियों को जन्म देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
  • बायो-डिग्रेडेबल उत्पादों का न केवल त्यौहारों के समय, बल्कि अन्य दिनों में भी उपयोग किया जाना चाहिए। चूँकि, बायो-डिग्रेडेबल उत्पाद पहले से ही बढ़े हुए प्रदूषण के उच्च स्तर में वृद्धि नहीं करते हैं।
  • इस बार प्रदूषण मुक्त दीवाली मनाने पर जोर दें। प्रदूषण के बढ़ते स्तर और प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले खतरनाक प्रभाव पर काबू पाने के लिए, पर्यावरण के अनुकूल दीवाली का उत्सव मनाना ही उचित है।
  • अपने घर के साथ-साथ कार्यालयों में भी पर्यावरण के अनुकूल रंगोली का अलंकरण करें। रंगोली बनाने में दाल और चावल का उपयोग करें। रंगोली बनाने में खाद में अपघटित होने वाले गुलाब, कमल, गुलदाउदी के फूलों और पत्तियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • मिट्टी वाले दीये के स्थान पर इलेक्ट्रानिक दीया या मोमबत्तियों का उपयोग किया जा सकता है, यह न केवल बायो-डिग्रेएबल हैं, बल्कि यह घर की सुंदरता को भी बढ़ाते हैं। आज के समय में, युवा विभिन्न प्रकार के प्रचलित दीये पसंद करते हैं। आप भी इस प्रकार के दीये बाजार से ले सकते हैं। जबकि आप अपने घरों को सजाने के साथ ही साथ कार्यालय के लिए एलईडी लाइट का चुनाव कर सकते हैं।
  • नवपरिवर्तन युक्त दीवाली मनाने के लिए उपहारों का समायोजन करें। अपने पड़ोसियों और प्रियजनों को पुराने तौर-तरीकों के आधार पर मिठाई भेंट करने की बजाय कुछ स्वस्थ उपहार दें। क्योंकि मिठाई कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि करने के साथ-साथ मधुमेह को जन्म देने में अहम भूमिका निभाती है। आप इस दीवाली अपने पड़ोसियों और प्रियजनों को कुछ पर्यावरण के अनुकूल उपहार जैसे वायु का शुद्धीकरण करने वाले पौधे, घर की शोभा बढ़ाने वाले पौधे, सौर ऊर्जा उपकरणों के साथ-साथ रसोई में प्रयोग होने वाले मसालें और खादी कपड़ों को भेंट कर सकते हैं।
  • आप इस दीवाली रचनात्मकता के साथ-साथ अपने हिसाब से सजावट की योजना बनाएं। रेशम की ओढ़नी और चमकीली साड़ी घर की सजावट के लिए बिलकुल उपयुक्त हैं। पर्यावरण के अनुकूल दीवाली का उत्सव मनाने के लिए, सजावट के लिए पुनर्नवीनीकरण वाली वस्तुओं का उपयोग करने पर जोर दें।
  • इस दीवाली स्थानीय कारीगरों द्वारा निर्मित वस्तुओं को अपनाएं। स्थानीय कारीगरों से बायो-डिग्रेडेबल उत्पादों को खरीदें और इस दीवाली को खुशीपूर्वक संपन्न करने में अपना योगदान दें।
  • भूखें लोगों के लिए भोजन सबसे अनमोल वस्तु होती है। इसलिए न केवल दीवाली के दौरान, बल्कि अन्य दिनों में भी भोजन को बर्बाद करने से बचें और जरूरतमंदों को भोजन प्रदान करके आनंद की अनुभूति करें।
  • वस्तुओं को आकर्षक ढंग से सजाने के लिए, प्लास्टिक वाले रैपिंग पेपर का इस्तेमाल करने से बचें। उपहार देने के लिए पर्यावरण के अनुकूल रैपिंग पेपर के साथ-साथ जूट बैग को अपनाएं। यहाँ तक ​​कि आप उपहार बैग बनाने के लिए न्यूजपेपर का भी उपयोग कर सकते हैं।
  • सभी लोग दीवाली का त्यौहार खुशीपूर्वक, एकता के साथ और मानवतावादी संबंधों का प्रतिपालन करते हुए मनाते हैं। इस बार दीवाली का उत्सव नि:स्वार्थपूर्वक मनाएं और इस बार अपने घरों में न केवल दीये जलाएं, बल्कि खुशी का प्रसार करें और अपने मानवीय कर्मों के माध्यम से दूसरों के जीवन को ज्योतिमय करें। कुछ बुजुर्गों के घर या अनाथालय जाकर, सभी के साथ मिलकर खुशियाँ बाँटें।