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34 अद्भुत टी ट्री ऑयल- उपयोग और लाभ

August 2, 2018
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अद्भुत टी ट्री ऑयल

यदि आप प्राकृतिक अवयवों से बने उत्पादों के प्रेमी हैं? तो यहां आपके लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं।

टी ट्री ऑयल, ऑस्ट्रेलिया के देशी पेड़ मेललेका अल्टरिफोलिया से निकाला जाने वाला “मैजिक इन ए बॉटल” तेल है। और याद रखें, इस तेल का चाय के पेंड़, जिसका उपयोग ब्लैक टी और ग्रीन टी बनाने के लिए किया जाता है, से कोई लेना देना नहीं है।  इस आवश्यक तेल को, जड़ से ठीक होने वाली सभी स्वास्थ्य-संबंधी समस्याओं के अंतिम समाधान के रूप में बताया जाता है। अन्य आवश्यक तेलों की तरह, टी ट्री ऑयल ने अपने लाभ और उपयोगों की विस्तृत श्रृंखला से दुनिया भर में अत्यधिक लोकप्रियता प्राप्त की है। टी ट्री ऑयल को वायरस, बैक्टीरिया और कवक (फंगस) से होने वाले संक्रमण और बीमारियों का इलाज करने के लिए चिकित्सकीय साबित किया गया है। तेल के प्राकृतिक गुण और लाभ ने इसे विभिन्न सौंदर्य और स्वास्थ्य उत्पादों का एक मूल तत्व बना दिया है।

इस आवश्यक तेल का दैनिक प्रयोग न केवल आपकी त्वचा को स्वस्थ रखेगा, बल्कि आपके बालों और स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों से भी निजात दिलाएगा।

स्किनकेयर के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग और लाभ

1. मुँहासे का इलाज: टी ट्री ऑयल प्रभावी रूप से बेंजायल पेरोक्साइड, जीवाणुरोधी, और एंटीमाइक्रोबायल यौगिकों की उपस्थिति से होने वाली मुँहासे जैसी समस्या का उपचार करने के लिए एक शानदार प्राकृतिक उपचार है। यह न केवल त्वचा पर तुरन्त निकले हुए मुँहासे को ठीक कर देता है बल्कि भविष्य में दुबारा निकलने से भी रोकता है। सौंदर्य उत्पादों का निर्माण करने वाली कई कंपनियां एंटी एक्ने क्रीम तैयार करने में इस तेल का उपयोग करती हैं।

  • पानी के साथ प्रयोग करें: आधा कप पानी लें और टी ट्री ऑयल की 3-4 बूंदें डालें। इसे सूती फीहे द्वारा मुँहासों पर लगाएं, इसे 20-25 मिनट तक छोड़ दें। सूखने के बाद मॉइस्चराइज़र लगाएं। अपना चेहरा न धुलें।
  • शहद और दही के साथ प्रयोग: टी ट्री ऑयल की 2-3 बूंदें, एक बड़ा चम्मच शहद और एक चम्मच दही मिलाएं। इस मिश्रण को अपने मुँहासे पर लगभग 20 मिनट तक लगाएं और उसके बाद चेहरा धो लें।
  • नारियल/बादाम तेल के साथ प्रयोग: टी ट्री आयल की 2-3 बूंदों के साथ एक चम्मच नारियल / बादाम का तेल मिलाएं। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और धो दें।

2. त्वचा को मॉइस्चराइज करता है: टी ट्री ऑयल शुष्क और सिकुड़ी हुई (पैची) त्वचा को ठीक करने में मदद करता है। त्वचा को कोमल बनाने के लिए यह एक प्राकृतिक उपाय है। ऐड़ी, घुटनों और कोहनी जैसी जगहों पर मालिश करने से त्वचा पर काफी प्रभाव पड़ेगा।

  • ग्लिसरीन के साथ: टी ट्री ऑयल में थोड़ी ग्लिसरीन मिलाएं और इसे शुष्क त्वचा पर लगाएं।
  • नारियल / बादाम के तेल के साथ: टी ट्री ऑयल की 1-2 बूंदों को एक चम्मच नारियल / बादाम के तेल में मिलाएं। शुष्क जगह पर हल्के से मालिश करें और 15 मिनट के बाद धो लें।

3. काले दाग धब्बों को हटा देता है: टी ट्री ऑयल चेहरे पर मुँहासे और काले दाग धब्बों से निपटने के लिए एक कारगर उपाय है। रेगुलर शहद में इस तेल की कुछ बूंदें मिलाएं। शुष्क त्वचा पर रूई की मदद से इस मिश्रण को लगाएं। इसे लगभग 10 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। यह उपाय पैरों पर पड़े काले धब्बों को हटाने के लिए भी कारगर है।

4. चमकती त्वचा: टी ट्री ऑयल एक स्वस्थ और चमकदार त्वचा के लिए प्रकृति के रहस्यों में से एक है। यदि त्वचा साफ और हाइड्रेटेड है, तो चेहरे पर चमक दिखाई देगी। एक टमाटर पीसकर इसमें टी ट्री आयल और जोजोबा तेल डालें। इस मिश्रण को अपने चेहरे पर लगाएं और इसे लगभग 15 मिनट तक ऐसे ही लगा रहने दें। फिर गुनगुने पानी से धो लें। यह लेप सूर्य की किरणों के प्रभाव और काले दाग धब्बों को हटाने में मदद करेगा।

5. ब्लैकहेड्स हटाना: टी ट्री ऑयल के एंटीमिक्राबियल गुण न केवल मुँहासे ठीक करने में मदद करते हैं बल्कि काले दाग धब्बों को हटाने में भी मदद करते हैं। मुल्तानी मिट्टी में इस तेल की कुछ बूंदें और थोड़ा पानी डालें और गाढ़ा पेस्ट बनाएं। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं और सूखने के बाद इसे धो लें।

6. घावों को ठीक करता है: टी ट्री ऑयल को चमत्कारी एंटीसेप्टिक और जीवाणुरोधी लक्षणों के लिए जाना जाता है। यह घावों को प्रभावी ढंग से ठीक करने में मदद करता है और खरोंच लगने, कटने और जलने से होने वाले किसी भी प्रकार के संक्रमण को रोकता है। टी ट्री ऑयल की एक बूंद को एक चम्मच नारियल के तेल में मिलाएं। घाव पर इसे लगाएं और इस पर पट्टी बांध दें। यह प्रक्रिया दिन में दो बार अपनाएं।

7. शरीर की गंध को समाप्त करता है: टी ट्री ऑयल की एंटीमिक्राबियल विशेषता बैक्टीरिया के कारण शरीर से आने वाली गंध को कम करने में मदद करता है। यह तेल बैक्टीरिया को मारता है जो शरीर की गंध का कारण बनता है। यह बाजार में उपलब्ध रासायनिक-आधारित डिओडोरेंट्स (गंध दूर करने की औषधि) के मुकाबले एक अद्भुत प्राकृतिक उपाय है।

टी ट्री ऑयल गंधनाशकः 2 चम्मच मक्के का आटा, 2 चम्मच बेकिंग सोडा और 2 चम्मच नारियल के तेल में टी ट्री ऑयल की 25-30  बूंदें मिलाएं। इसे कुछ देर तक रखा रहने दें फिर प्रयोग करें।

8. सोरायसिस के घातक लक्षण: यह तेल के एंटी इन्फ्लामेटरी( अधिक सूजन), जीवाणुरोधी, एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल गुण सोरायसिस के लक्षणों को कम करते हैं। यह मृत, शुष्क, और स्केली त्वचा को हटाने में मदद करता है, यह त्वचा में खुजली और लालिमा होने पर राहत देता है। 2 चम्मच नारियल के तेल में टी ट्री ऑयल की 10-12 बूंदें मिलाएं। संक्रमित जगह पर दिन में दो से तीन बार इस मिश्रण को लगाएं।

9. खुजली की समस्या से राहत: टी ट्री ऑयल चिकनपॉक्स, कीड़े-मकोड़े काटने के कारण त्वचा में सूजन और खुजली को कम करने में मदद करता है। नारियल / बादाम के तेल के साथ इस आवश्यक तेल को मिलाएं इससे खुजली की समस्या को कम करने में मदद मिलती है।

  • चिकनपॉक्स से खुजली: टी ट्री ऑयल चिकनपॉक्स के कारण अत्यधिक होने वाली खुजली और दाग धब्बों को कम करता है। इस समस्या को ठीक करने के लिए बस अपने नहाने के पानी में कुछ नारियल के तेल के साथ इस तेल की कुछ बूंदें डालें।
  • कीड़े-मकोड़े काटने से खुजली: यह तेल सूजन को कम करता है और कीड़े काटने के कारण होने वाली सूजन को कम करता है। तत्काल राहत के लिए उस जगह पर कुछ टी ट्री ऑयल और नारियल का तेल लगाएं।
  • त्वचा रोग के लक्षण में तुरंत राहत: टी ट्री ऑयल त्वचा की सूजन के लक्षणों से राहत प्रदान करने में मदद करता है। कुछ टी ट्री ऑयल और नारियल के तेल को एक साथ मिलाएं और तुरंत आराम पाने के लिए उस संक्रमित जगह पर लगाएं।

10. एक्जिमा के इलाज में कारगर: टी ट्री ऑयल के लाभकारी गुण शुष्क त्वचा, लालिमा, त्वचा पर खुजली, छाले और चकत्ते जैसे एक्जिमा के लक्षणों को स्वाभाविक रूप से ठीक करने में मदद करता है। तेल में एंटीबैक्टीरियल यौगिक की उपस्थिति इस संक्रमण को फैलने से रोकती है और तेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट खुजली और रूखी त्वचा को सही करने में मदद करते हैं।

  • लाल चकत्ते और खुजली का उपचार: टी ट्री ऑयल और लैवेंडर तेल की 10 बूंदों में एक बड़े चम्मच नारियल का तेल मिलाएं। इस समाधान के साथ संक्रमित जगह की मालिश करें।
  • स्नान करने वाले पानी में: एक्जिमा से पूरी तरह से राहत पाने के लिए टी ट्री ऑयल की 15-20 बूंदें और बादाम / नारियल के तेल की 6 बूंदें पानी में डालकर नहाएं।

11. दाद का इलाज करता है: इस तेल में एंटीफंगल गुण होते हैं जो आसानी से दाद को ठीक करने में मदद करते हैं। एक सूती फीहे की मदद से संक्रमित जगह पर इस तेल को लगाएं। इस प्रक्रिया को दिन में तीन बार दोहराएं।

12. रेजर बर्न्स से राहत: टी ट्री आयल को रेजर से कटने छिलने को कम करने के लिए एक आफ्टरशेव समाधान के रूप में उपयोग किया जा सकता है। सूती कपड़े पर इस तेल की कुछ बूंदें डालें और इसे संक्रमित जगह पर लगाएं। इस तेल के लाभकारी गुण आपको काफी आराम पहुँचाएंगे।

13. एथलीट के पैर को ठीक करता है: टी ट्री ऑयल एथलीट के पैर को एंटीफंगल गुणों के कारण ठीक करने में मदद करता है। यह इस संक्रमण जैसे त्वचा पर लालिमा, कटने, छाले और दरारों के लक्षणों को ठीक करने में मदद करता है। टी ट्री ऑयल की 4-5 बूंदों में नीम के तेल की 4-5 बूंदें मिलाएं। इसे सूती कपड़े के साथ संक्रमित जगह पर लगाएं। साफ सूती मोजे पहनें। यह प्रक्रिया दिन में दो बार करें।

14. मस्सों को रोकने में कारगर: टी ट्री ऑयल की जीवाणुरोधी, एंटीफंगल और एंटीवायरल विशेषताएं शरीर पर किसी भी प्रकार के मस्से को रोकने में मदद करती हैं। यह तेल दर्द, लालिमा, और मस्सों के कारण होने वाली सूजन को कम कर देता है। यह तेल मस्सों के सूखने में भी मदद करता है। बस मस्तिष्क पर कुछ अनियमित तेल लगाएं और लगभग आठ घंटे तक पट्टी के साथ उस जगह को ढक दें। इसके बाद, उस पट्टी को हटा दें और संक्रमित जगह को ठंडे पानी से धो लें।

15. फोड़ा: टी ट्री ऑयल में उपस्थित गुण फोड़े के कारण होने वाली दर्द और सूजन से राहत देता है। थोड़े से पानी में इस तेल की कुछ बूंदें डालें और संक्रमित जगह पर इसको लगाएं।

16. मेकअप रीमूवर: चेहरे से मेकअप हटाने के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग किया जा सकता है। इस मेकअप रीमूवर को तैयार करने के लिए, टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें एक कैनोला या नारियल के तेल में डालें। इन दो तेलों को अच्छी तरह से मिलाएं और इसे एक जार में स्टोर करके रखें। मेकअप को हटाने के लिए इस तेल को सूती कपड़े पर डालें और इसे चेहरे पर लगाएं। यह मेकअप रिमूवर आपकी त्वचा को शुष्क नहीं करेगा।

17. नेल फंगस का इलाज: टी ट्री ऑयल नाखूनों में होने वाले संक्रमण से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है। नारियल के तेल में बस इस तेल की कुछ बूंदें डालें और इसे संक्रमण वाले स्थान पर लगाएं। इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार अपनाएं।

18. बर्न्स और उसके निशान को ठीक करता है: टी ट्री ऑयल बर्न्स को कम करने और निशान को जड़ से खत्म करने वाले गुणों से परिपूर्ण होता है। शहद में इस तेल की कुछ बूंदों को मिलाकर बर्न्स वाली जगह पर लगाने से आराम मिलेगा। यह दर्द को कम करता है और उपचार प्रक्रिया से इसमें सुधार होता है।

बालों की देखरेख में टी ट्री ऑयल का उपयोग और लाभ

1. डैंड्रफ का उपचार: टी ट्री ऑयल डैंड्रफ का इलाज करने के लिए एक अद्भुत उपाय है। टी ट्री ऑयल इसमें पाए जाने वाले प्रभावी एंटीफंगल और जड़ से खत्म करने वाले गुण डैंड्रफ की समस्या से निपटने के लिए एक उचित विकल्प है। यह न केवल सिर को मॉइस्चराइज करता है बल्कि यह खुजली और फ्लेकिंग से बचाता है।

  • अपने शैम्पू में इस तेल की कुछ बूंदें डालें। इसे 4-5 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें और फिर धो दें।
  • गर्म तेल की मालिश: 4 चम्मच गर्म किया हुआ नारियल का तेल और टी ट्री ऑयल की 5-7 बूंदों को एक साथ मिलाएं। इस तेल को अपने बालों पर लगाएं और अपने सिर पर पूरी तरह से बालों को ढकने के लिए एक तौलिया लपेटें। 45 मिनट के बाद अपने बालों को धो लें।

2. बालों के विकास का कारण: टी ट्री आयल की जीवाणुरोधी विशेषताएं बालों को गिरने से रोकती हैं और बालों की जड़ों को पोषण प्रदान करती हैं जिससे बालों में विकास होता है।

  • तेल की मालिश: नारियल या बादाम के तेल में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें डालें और इसे अपने सिर पर मालिश करें। अपने बालों को एक तौलिया के साथ लगभग 20 मिनट तक ढकें। बाद में धो लें।
  • शैम्पू: लंबे और मोटे बालों के लिए शैम्पू में इस तेल की कुछ बूंदें डालें।

3. सिर की खुजली और रूखेपन को रोकता है:  टी ट्री आयल सिर में होने वाली खुजली और रूखेपन को रोकता है। यह स्थिति सिर में बैक्टीरिया और एलर्जी के कारण हो सकती है। इस तेल के एंटीसेप्टिक गुण सिर की खुजली को कम करते हैं।

  • कंडीशनर के साथ प्रयोग: कंडीशनर में इस तेल की 2-3 बूंदें डालें। सिर में अच्छी तरह से मालिश करें और इसे 5-7 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
  • तेल के साथ प्रयोग: 2 चम्मच नारियल तेल में पेपरमिंट और टी ट्री आयल की 4 बूंदों को मिलाएं। इस तेल की अपने सिर पर मालिश करें।

 

स्वास्थ्य-देखभाल के लिए टी ट्री ऑयल के उपयोग और लाभ

1. कान दर्द को कम करता है: टी ट्री ऑयल के जीवाणुरोधी और अस्थिर गुण कान के दर्द को ठीक करने में मदद करते हैं और कानों को काफी राहत प्रदान करते हैं। जीवाणु संक्रमण या किसी भी तरल संचय के कारण कान में दर्द हो सकता है। तेल बैक्टीरिया को मारता है और कान में जमे तरल को सुखा देता है। गर्म जैतून के तेल में इस तेल की लगभग 3 बूंदें डालें। बेहतर उपचार के लिए दोनों कान में इस तेल की  4-5 बूंद डालें। 10 मिनट के बाद कान से इस तेल को साफ करें। इसे दिन में एक बार करें।

2. नाड़ी और छाती में रक्त संकुलन का उपचार: टी ट्री ऑयल के जीवाणुरोधी गुण जीवाणुओं को मारते हैं जिससे साइनस और संक्रमण फैलता है। यह ठंड और खांसी के कारण छाती में रक्त संकुलन (खून के जमाव) को कम करता है।

  • गर्म पानी से भाप लेते समय इस तेल की कुछ बूंदें डालें। ठंड के दौरान जुकाम का इलाज करने में बेहद फायदेमंद है।
  • टी ट्री ऑयल की 2-3 बूंदें बादाम या नारियल के तेल में मिलाएं। रक्त संकुलन से छुटकारा पाने के लिए इसे अपनी छाती पर लगाएं।
  • खांसी और ठंड से पीड़ित होने पर अपने तकिए पर इस तेल की कुछ बूंदें डालें। इस तेल की महक से आपको रात में अच्छी नींद आएगी और (जुकाम) नाक बहने को भी रोंकेगी।
  • छाती में जमे हुए खून से निजात पाने के लिए अपने नहाने वाले पानी में नारियल या बादाम के तेल के साथ टी ट्री ऑयल को भी डाल सकते हैं।

3. हाथों को कोमल और साफ रखता है: टी ट्री ऑयल में हानिकारक जीवाणुओं के खिलाफ लड़ने की अत्यधिक शक्तियां होती हैं। हमारे शरीर में उत्पन्न खाद्य विषाक्तता जैसे विकारों को रोकता है। इसलिए इस तेल को एक हैंड सेनेटाइजर बनाना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। बिच हेजल और एलोवेरा जेल में टी ट्री ऑयल की 20-25 बूंदें डालें। स्वच्छ और मुलायम हाथों के लिए एक हैंड सेनेटाइजर के रूप में इसका उपयोग करें।

4. कैंसर रोगियों में चिंता के लक्षणों को कम करता है: टी ट्री ऑयल कैंसर के रोगियों में निराशा, चिंता, और अच्छी नींद लाने में काफी मददगार है।

5. ओरल हेल्थ (मुख संबंधी) के लिए बेहतर: टी ट्री ऑयल मुख संबंधी स्वास्थ्य समस्या का इलाज करने का एक अद्भुत समाधान है। इस तेल के जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुण मुंह में मौजूद जीवाणुओं को मार देते हैं।

  • टूथपेस्ट में प्रयोग करें: अपने टूथपेस्ट में टी ट्री ऑयल की एक बूंद डालने से मुख की दुर्गंध दूर हो जाएगी और मुंह में किसी बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण को रोका जा सकता है।
  • माउथवाश के लिए: एक गिलास गर्म पानी में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें डालकर इस माउथवाश को बना सकते हैं। इसी प्रक्रिया के साथ कुछ सेकंड तक गरारा करें।
  • टूथब्रश की सफाई: थोड़े पानी में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें डालें और इसमें अपने टूथब्रश को लगभग 20 मिनट तक रखें। बाद में धो लें।

नोट: टी ट्री ऑयल से बनी चीजों के समाधानों पर आँख मूंद कर विश्वास न करें। यह स्वास्थ्य के लिए बुरा हो सकता है।

6. कीड़े- मकोड़ों को रोकना : टी ट्री आयल हानि पहुँचाने वाले कीड़ों को दूर रखने के लिए बेहद फायदेमंद है। मच्छरों को घर से दूर करने में डीईईटी की तुलना में यह तेल अधिक कारगर है। कीड़ों को रोकने के लिए इस तेल का उपयोग करना एक अच्छा सुझाव है।

7. जूँ को मारता है: टी ट्री ऑयल सिर में जूँ की समस्या और उसके अंडे को खत्म करने का एक बेहतर उपाय है। टी ट्री ऑयल और लैवेंडर तेल का मिश्रण जूँ को मारने में जादू की तरह काम करता है और बाजार में उपलब्ध किसी भी एंटी-लाइस शैम्पू (जूँ मारने वाला) से कहीं अधिक प्रभावी है। दो चम्मच एंटी-लाइस शैम्पू में टी ट्री ऑयल और लैवेंडर तेल की 5-5 बूंदें डालें । इसे अपने बालों पर लगाएं और इसे लगभग 10 मिनट तक ऐसे ही छोड़ दें। अपने बालों को धोने और सुखाने के बाद, अपने बालों को कंघी करने के लिए एक निट कम्ब (जुएं मारने वाली कंघी) का प्रयोग करें।

नोट: टी ट्री ऑयल को बच्चों के मुंह, आंख और नाक में न जाने दें।

8. स्टे का उपचार: टी ट्री ऑयल जीवाणुरोधी और विषाक्त चीजों को आँखों के ऊपर पलकों के बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है। एक चम्मच तेल को दो चम्मच पानी (फिल्टर किया हुआ) में मिलाएं। कुछ समय के लिए इसे फ्रिज में रखें। दिन में तीन बार अपनी आंखों के चारों ओर इसे लगाएं।

पौधों की देखरेख के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग और लाभ

टी ट्री ऑयल एक कीटनाशक के रूप में कार्य करता है और पौधों को नुकसान पहुँचाने वाले किसी भी कीड़े को रोकता है। एक स्प्रे वाली बोतल में पानी और टी ट्री ऑयल को डालें और पौधों की समस्या का समाधान करने के लिए पौधों पर छिड़काव करें। पौधों में किसी भी बीमारी को रोकने के लिए इस तरल को एंटीफंगल स्प्रे के रूप में उपयोग किया जा सकता है। पौधों पर स्प्रे करने के लिए इस उपाय को हर 3 दिनों में कर सकते हैं।

घर की सफाई के लिए टी ट्री ऑयल के उपयोग और लाभ

1. सभी प्रयोजनों के लिए होम क्लीनर: टी ट्री ऑयल एक ऐसा होम क्लीनर है जो सभी प्रकार की सफाई के उद्देश्यों को पूरा करता है। एक कप पानी में सिरका और इस तेल की कुछ बूंदे डालकर गर्म करें। इस तरल का उपयोग रसोई काउंटर और सिंक को साफ करने के लिए किया जा सकता है। यह बाथरूम की सफाई में भी कारगर है।

2. एयर फ्रेशनर: टी ट्री ऑयल की सुगंधित महक एयर फ्रेशनर्स के वातावरण में एक अच्छा ऐड-ऑन बनाती है। यह एयर फ्रेशनर्स में उपयोग किए जाने वाले सुगन्धित तेलों के साथ आसानी से समाहित हो जाता है। इस आवश्यक तेल की कुछ बूंदों को विषाक्त पदार्थो की बदबू दूर करने के लिए अपनी पसंद के अन्य तेलों के साथ शामिल करके अपने घर को सुगन्धित कर सकती हैं। यह एयर फ्रेशनर भी एयर प्यूरीफायर के रूप में कार्य करेगा।

3. लांड्री क्लीनर: टी ट्री ऑयल में आपके डिटर्जेंट में मौजूद जीवाणुरोधी, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं। यह कपड़ों में मौजूद रोगाणुओं को मारता है और किसी भी प्रकार के संक्रमण या बीमारियों को रोकता है। लान्ड्री में एक बार में कपड़े धोने के लिए एक चम्मच का प्रयोग कर सकते हैं।

4. फफूंदी (मोल्ड) के लिए: टी ट्री ऑयल स्वाभाविक रूप से घर में किसी भी मोल्ड को रोकने के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है। इस फफूदी से घर में संक्रमण, एलर्जी और दुर्गंध पैदा हो सकती है। यह न केवल इसे रोकता है बल्कि मोल्डों के कारण बैक्टीरिया और कवक को भी मारता है। इस तेल को विषाक्त के रूप में डालना घर में हवा को शुद्ध करता है, और फफूंद लगने और बैक्टीरिया को मारता है। यह घर में फफूंद और बैक्टीरिया के प्रभाव को बढ़ने से रोकता है।

 

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34 अद्भुत टी ट्री आयल के उपयोग और लाभ
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टी ट्री ऑयल "मैजिक इन ए बॉटल" है। इस लेख में टी ट्री ऑयल के लाभ और उपयोग के बारे में जानकारी दी गई है।
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