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बुरा ना मानो होली है

February 23, 2018
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बुरा ना मानो होली है

जैसा कि होली का त्योहार हिंदी के महीने फाल्गुन में पड़ता है इसलिए होली को बिहार में फगवा के रूप में जाना जाता है। यह एक प्रमुख त्योहार है। भले ही होली के दौरान हमें बिहार में होने का अवसर प्राप्त ना हो, फिर भी होली खेलने की परंपरा को हम बहुत खुशी और हर्सोल्लास के साथ मनाते हैं। कारण स्पष्ट है, होली लोगों के लिए प्यार और खुशियाँ लाती है।

तो हम होली का त्योहार कैसे मनाते हैं? होली से एक दिन पहले होलिका दहन होता है। लोग बुराइयों का अंत करने के लिए अलाव लगाते हैं या होलिका का पुतला बनाते हैं और लोगों के प्रति अपनी नफरत को उसी आग में जलाकर लोगों में खुशियाँ बाँटते हैं एवं प्रेम फैलाते हैं। होली न केवल गुलाल और रंगो का त्योहार है, बल्कि यह दिन महत्वपूर्ण घटकों में से एक है। लेकिन इस होली को खास बनाने के लिए आप क्या करेंगे? होली के व्यंजनों में दही वडा, सुखा वडा (एक जो दही में डूबा हुआ ना हो), मालपुआ (आटा, दूध और सूखे फल से बनी तली हुई केक), पोआ (फिर से पका हुआ केक, गेहूं का आटा, गुड़ और सौंफ के बीज के साथ बनाया जाता है), मटन, पूरी, कोफ्तास, गुझिया और बेशक थंडई भी शामिल कर सकते हैं। आमतौर पर इस दिन चावल नहीं बनाए जाते।

रंगों के साथ खेलें, लोगों के चेहरे पर सुगंधित गुलाल लगाएं और मौज-मस्ती करने के बाद वापस घर आकर स्नान करें और दोपहर का भोजन करें, फिर शाम को होली मिलन के लिए तैयार हो जाएं। होली के उत्सव में नए कपड़े पहनना और बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेना तथा युवाओ के माथे पर गुलाल का टीका लगाकर उन्हें आशीर्वाद देना शामिल होता है। गाँवो में आप ढोल-मजीरा के साथ फगवा गाते हुए एक युवा समूह को देख सकते हैं जो वातावरण को आनंदित करता है।

इस दिन आपको अपने घर पर बुलाने के लिए कोई भी आमंत्रित नहीं करेगा इसकी प्रथा के अनुसार आपको बिना बुलाए ही सबके घर होली मिलने जाना पड़ेगा। यह भावना होली उत्सव को जीवंत रखती है और इससे कुछ ऐसा होता है जो दिल को छू जाता है। हमारे व्यस्त जीवन में हम इस तरह एक दिन भरपूर मजा लेते हैं जब हम कुछ समय के लिए अपने दिमाग की ही नहीं बल्कि केवल दिल की सुनते हैं। इसलिए ही तो कहा जाता है – बुरा ना मानो होली है। आप किसी के साथ रंग खेल सकते हैं और किसी से रंग ना लगवाने के लिए भाग सकते हैं। और हाँ इसका मतलब यह नहीं है कि आप इस दिन कुछ भी कर सकते हैं जो खतरनाक हो और असुविधा का कारण बने। कुल मिलाकर होली एक उत्सव है ना कि लोगों द्वारा बनाई गई योजनाओं को अंजाम देना।

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