Home / India / वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आपके जानने योग्य जानकारी

वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आपके जानने योग्य जानकारी

March 27, 2018
by


वैष्णो देवी मंदिर

वैष्णो देवी मंदिर माता रानी, देवी वैष्णवी या त्रिकुटा को समर्पित है, जो हिंदुओं की देवी माँ दुर्गा का ही एक स्वरूप हैं। माता वैष्णो देवी की पवित्र गुफा (मंदिर) जम्मू और कश्मीर राज्य में कटरा की त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित है। यह समुद्र तल से 1,560 मीटर की ऊँचाई पर चमकीले बादलों के रूप में अपनी सर्वोच्च महिमा के साथ स्थित है।

प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में हिंदू भक्त, इस मंदिर में माँ वैष्णवी के दर्शन के लिए आते हैं। वैष्णवी देवी की प्रतिमा एक गुफा में स्थापित है। यह मंदिर कटरा से 13.5 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। वैष्णवी देवी मंदिर से 1.5 कि.मी. की दूरी पर भगवान भैरव को समर्पित एक भैरो मंदिर भी है, जिन्हें भगवान शिव का ही स्वरूप माना जाता है।

पवित्र गुफा वाले इस मंदिर का इतिहास

पौराणिक कथाओं के अनुसार, हंसली गांव के एक श्रीधर नामक पंडित, जो माँ वैष्णवी के परम भक्त थे, उन्होंने देवी के लिए धार्मिक भेंट के रूप में एक भंडारे का आयोजन किया था। वैष्णवी देवी पंडित श्रीधर की भक्ति से प्रसन्न हुई और वे एक छोटी कन्या के रूप में आशीर्वाद देने के लिए उनके सामने प्रकट हुईं और आशीर्वाद देकर पुनः अदृश्य हो गईं।

पुजारी उनके अदृश्य हो जाने के कारण बहुत ही दुखी हुए और उन्होंने यह प्रण किया कि वे तब तक अन्न जल ग्रहण नहीं करेंगे, जब तक माँ उनको दर्शन नहीं देंगी।

देवी वैष्णवी तब उनके सपने में आईं और उन्हें सपने में ही त्रिकूट पर्वत पर स्थित गुफा में जाने वाले मार्ग के बारे में बताया। पंडित श्रीधर पवित्र गुफा तक बड़ी ही कठिनाई से पहुँचे, जहाँ देवी वैष्णवी ने अपने वास्तविक रूप में प्रकट होकर उन्हें चार पुत्रों का आशीर्वाद दिया तथा उस पवित्र गुफा के आधिकारिक संरक्षक होने का भी वरदान दिया। आज भी यह पवित्र गुफा पंडित श्रीधर के परिवार की निगरानी में हैं।

वैष्णो देवी तक कैसे पहुँचे –

  • श्री माता वैष्णो देवी तीर्थस्थल का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कटरा में है, जो यहाँ से सिर्फ 20 कि.मी. दूर है।
  • यहाँ का सबसे निकटतम हवाई अड्डा जम्मू तवी हवाई अड्डा है, जो मंदिर से 46.7 कि.मी. दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 144 पर है।
  • जम्मू तवी, नई दिल्ली और अमृतसर आदि से कटरा के लिए बस, निजी टैक्सी और साझे की टैक्सी जैसी सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
  • मंदिर के आसपास के क्षेत्र से आने वाले लोगों के लिए टैक्सी सबसे बेहतरीन साधन हैं।

जब आप कटरा स्टेशन तक पहुँच जाते हैं, तो आपके लिए दिन में आराम करने के लिए कटरा के होटल सबसे बेहतर विकल्प के रूप में उपलब्ध हैं। आमतौर पर लोग शाम के समय यात्रा करना शुरू करते हैं और बाकी उनकी गति और शक्ति पर निर्भर करता है, कि उनको तीर्थस्थल तक पहुँचने में चार घंटे लगेंगे या फिर छह घंटे। एक बार दर्शन हो जाने के बाद, मंदिर से वापस आने वाला मार्ग ढलानयुक्त होने के कारण आसान है, लेकिन उसमें भी लगभग तीन घंटे तक लग जाते हैं।

आवास

जम्मू और कटरा में होटल के रूप में निजी आवास भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा श्री माता वैष्णो देवी मंदिर बोर्ड ही बहुत स्वच्छ, सुव्यवस्थित और किफायती आवास प्रदान करता है। यहाँ पर उपलब्ध आवास हैः

  • जम्मू में रेलवे स्टेशन के निकट वैष्णवी और सरस्वती धाम।
  • कटरा में बस स्टैंड के समीप निहारिका यात्री निवास और शक्ति भवन है।
  • शयनगृहः त्रिकूट भवन कटरा में द्वितीय यात्रा काउंटर के पास वाईआरसी II स्थित है।
  • अर्धकुंवारी और सांझी छत, मुख्य भवन में भी आवास की सुविधाएं उपलब्ध है।
  • वातानुकूलित और गैर-वातानुकूलित आवास, कमरों का सेट और बेड वाले (छात्रावास के आवास) आदि जैसे कई प्रकार के कमरे उपलब्ध हैं।
  • श्राइन बोर्ड के माध्यम से प्रदान किए गए सभी आवासो में, स्वच्छ, बिना-लाभ वाले तथा घाटे-रहति भोजनालय के साथ-साथ एक स्मारिका दुकान और यात्रियों के सामान-घर की अतिरिक्त सुविधाएं भी हैं।
  • अतिथि गृहों के रिसेप्शन पर या निहारिका काम्पलेक्स में पूछताछ और आरक्षण काउंटर पर श्राइन बोर्ड के अतिथि गृह / शयनकक्ष के लिए आवास (उपलब्धता के आधार पर) बुक किए जा सकते हैं। नीचे दी गई वेबसाइट के माध्यम से आवासों की ऑनलाइन बुकिंग भी की जा सकती हैः https://www.maavaishnodevi.org/planyatra-room-reservation.aspx

पंजीकरण और यात्रा की योजना

कटरा पहुँचकर, तीर्थयात्रियों को आगे की यात्रा करने के लिए पंजीकरण कराना होता है। इसका पंजीकरण कटरा बस स्टैंड के निकट यात्री पंजीकरण काउंटर (वाईआरसी) पर होता है। आजकल आपकी यात्रा की योजना के लिए ऑनलाइन बुकिंग भी उपलब्ध है। तीर्थयात्री अब ऑनलाइन यात्रा पंजीकरण के माध्यम से ऑनलाइन कमरे की बुकिंग और पूजन करने की बुकिंग सहित, सभी बुकिंग सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं।

हर साल हजारों भक्त इस मंदिर में देवी वैष्णवी के दर्शन के लिए आते हैं। 1,560 मीटर की ऊँचाई पर स्थित इस मंदिर तक जाने के लिए आज भी वही पारंपरिक तरीका प्रचलित है। मंदिर पहुँचने के लिए यात्रियों को 13 किलोमीटर लंबी धार्मिक यात्रा करनी पड़ती है। पूरे मार्ग में जगह-जगह पर सामान्य खाद्य सामग्री और पानी की दुकाने स्थापित हैं। भक्त इस पथ पर बड़ी ही सभ्यता पूर्वक यात्रा करते हैं। इस यात्रा के दौरान यात्री एक दूसरे को प्रोत्साहित करने के लिए नियमित रूप से “जय माता दी” बोलते हुए और माँ वैष्णो देवी की स्तुति में भजन गाते हुए यात्रा करते हैं।

हालांकि, बीमार और बच्चे तथा बुजुर्ग लोगों के लिए यह यात्रा कठिन हो सकती है। इन भक्तों को मंदिर तक पहुँचाने के लिए विभिन्न प्रकार के परिवहन जैसे घोड़े, दो या चार व्यक्तियों के द्वारा चलाई जाने वाली पालकी और विद्युत वाहन आदि उपलब्ध हैं। आज के समय में हेलीकॉप्टर सेवाओं की भी शुरुआत हो गई है, जो 9.5 कि.मी. दूर स्थित कटरा से सांझी छत तक उपलब्ध हैं।

वैष्णो देवी मंदिर तक जाने के लिए दो मार्ग हैं। एक पुराना मार्ग, जो ढलानयुक्त है मुख्य मार्ग है तथा दूसरा नया मार्ग एक भव्य मार्ग है, जो हल्का सा ढलानयुक्त, चौड़ा, छोटा तथा पक्का बना हुआ है।

कटरा से मंदिर के त्रिकूट पर्वत तक के सफर में आपको निम्नलिखित पवित्र स्थानों से होकर जाना होगाः

दर्शनी दरवाजा: जहाँ माता वैष्णो देवी ने एक छोटी सी कन्या के रूप में पंडित श्रीधर को दर्शन दिए थे।

बाण गंगा: यह 2,700 फुट की ऊँचाई पर एक छोटी सी नदी है और इस मार्ग पर जाने वाले यात्रियों के लिए यह पहला प्रमुख स्टेशन भी है।

चरण पादुका: यह वैष्णो देवी की आराधना करने वाला प्राचीन मंदिर है।

अर्धकुंवारी: इसका तात्पर्य चिरकालिक पवित्र है। यह वह जगह है, जहाँ वैष्णो देवी ने भगवान शिव की पूजा की थी। यह यात्रा का मध्य बिंदु है।

हिमकोती: यह स्थान यात्रा के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है, क्योंकि इस स्थान से संपूर्ण घाटी के सभी दृश्य काफी लुभावने दिखाई पड़ते है।

सांझी छत: यह पवित्र वैष्णो देवी मंदिर का अंतिम परम पावन स्थल है। यहाँ से वैष्णो देवी की गुफा की दूरी लगभग 2 कि.मी. शेष रह जाती है।

भैरों घाटी: यह भगवान भैरव को समर्पित मंदिर है और यह वैष्णो देवी के मंदिर की यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों का एक दर्शनीय स्थल भी है।

सांझी छत के लिए हेलीकॉप्टर

आप सांझी छत तक जाने के लिए “हेली-टिकट काउंटर” या ऑनलाइन यात्रा पंजीकरण से हेलीकॉप्टर बुक करने का भी विकल्प चुन सकते हैं। हेलीकॉप्टर की बुकिंग करने के लिए निम्न चीजों का अनुसरण करें:

  • यात्रा पंजीकरण पर्ची साथ में होना अनिवार्य है।
  • सवारी का आनंद लेने के लिए परिवार के सभी सदस्यों के पास आईडी प्रमाण होना आवश्यक है।
  • (एयर/ ट्रेन /बस /टैक्सी) द्वारा यात्रा करने के लिए आपके पास लिखित प्रमाण पत्र होने चाहिए।
  • हेलीकॉप्टर के टिकट की कीमत एक तरफ से 1,170 रुपए प्रति व्यक्ति है।

यात्रा करने का सर्वोत्तम समय

यद्यपि वैष्णो देवी मंदिर पूरे वर्ष खुला रहता है, लेकिन इस पवित्र मंदिर की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय मार्च और अक्टूबर के बीच के महीनों का माना जाता है। नवरात्रि में इस मंदिर में अधिकतम भीड़ दिखाई पड़ती है।

चिकित्सा सुविधाएं

  • कटरा में 24 घंटे उपलब्ध रहने वाला धर्मार्थ चिकित्सालय के साथ-साथ एक ब्लॉक अस्पताल भी है।
  • बाणगंगा, अर्धकुंवारी, सांझी छत और मंदिर में भी आपातकालीन चिकित्सा देखभाल की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
  • यहाँ ऑक्सीजन सिलेंडर और आपातकालीन दवाएं भी उपलब्ध हैI
  • मंदिर 24 घंटे एक औषधालय और आईसीयू की सुविधा भी प्रदान करता है।