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1 दिसंबर से सभी नए चार पहिया वाहनों पर फास्टैग अनिवार्य

November 6, 2017
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1 दिसंबर से सभी नए चार पहिया वाहनों पर फास्टैग अनिवार्य

काम करने वाले समय (व्यस्त समय) में यातायात के भीड़-भाड़ वाले रास्ते पर वाहन चलाने का विचार करते ही मन सिहर उठता है। टोल प्लाजा पर कारों की कतार बहुत लंबी होती है और जिसके कारण उस रास्ते पर प्रतिगमन करने वाले वाहन बहुत धीमी गति से चलते हैं। आप विचार कीजिए कि सुबह के समय आप अपना बटुआ (वॉलेट) घर पर भूल गए हैं व टोल प्लाजा का कर्मचारी किसी भी कार्ड से पैसे लेने के लिए सहमत नहीं है और उस समय जब आप टोल प्लाजा कर्मचारी से बहस कर रहे होंगें, तो आपके पीछे की कारें बहुत तेज हॉर्न बजा रही होगीं, वह समय आप के लिए सबसे बुरे दुःस्वप्न का परिदृश्य होगा, है ना?

सौभाग्य से हम, अगले महीने सरकार द्वारा फास्टैग के शुभारंभ के फलस्वरूप इस तरह के बुरे सपने से बरी हो जाएंगें, इसलिए भारत सरकार को फास्टैग के शुभारंभ के लिए धन्यवाद। फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, जिसे कारों और अन्य चार पहिया वाहनों के विंडस्क्रीन पर लगाया जा सकता है। इस उपकरण के लगने के फलस्वरूप वाहन चालक टोल प्लाजा पर अपने वाहन को रोके बिना, डिजिटल भुगतान करने में सक्षम होंगें। इन टोल भुगतानों को जारी रखने के लिए, फास्टैग में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है और टोल शुल्क सीधे फास्टैग से जुड़े खाते से डेबिट हो जाता है। 1 दिसंबर 2017 से सभी नए चार पहिया वाहनों में फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है।

यहाँ कुछ फास्टैग के अक्सर पूछे जाने वाले तथ्य प्रस्तुत हैं-

फास्टैग का उपयोग क्यों करें?

नेशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह उपकरण या फास्टैग “टोल प्लाजा वाहनों के आवागमन को बिना रोके और नकद रहित (कैशलेस) टोल शुल्क भुगतान करने की सुविधा प्रदान करता है”। इसकी बदौलत वाहन मालिक टोल भुगतान करने के लिए पैसे न होते हुए भी वाहन को रोके बिना टोल प्लाजा के माध्यम से जा सकते हैं।

क्या फास्टैग का उपयोग करना अनिवार्य है?

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, 1 दिसंबर 2017 को या उसके बाद कंपनियों या डीलर के शोरूम से आने वाली सभी नई कारों की विंडस्क्रीन पर फास्टैग लगा होना अनिवार्य है। हालाँकि, सड़कों पर पहले से ही चलने वाली कारों के लिए यह अनिवार्य नहीं है अर्थात् जो पुराने वाहन हैं उसमें इस उपकरण को लगाना अनिवार्य नहीं है। नए ट्रकों और बसों के मामले में, पंजीकरण से पहले फास्टैग को लगवाने के लिए मालिक जिम्मेदार होंगें।

फास्टैग कैसे लगवाएं?

अब नए निर्मित चार पहिया वाहन फास्टैग उपकरण से सुसज्जित मिलेंगें। उन्हें सक्रिय कराने के लिए, उपयोगकर्ता को सिर्फ एक बार 200 रुपये का शुल्क और वापसी सुरक्षा जमा (वाहन के आधार पर 200 रुपये से 500 रुपये के बीच) का भुगतान करना होगा। उपयोगकर्ता को फास्टैग खाता सक्रिय करवाने के लिए, एक बार देश के किसी भी टोल प्लाजा पर स्थित पीओएस (पॉइंट ऑफ सेल) काउंटर पर जाने की आवश्यकता होगी। जिसके लिए नए उपयोगकर्ता को एक पासपोर्ट साइज फोटो (मालिक का), वाहन की आरसी (पंजीकरण प्रमाण पत्र), निवास प्रमाण पत्र और पहचान (आईडी प्रूफ) प्रमाण पत्र (जैसे पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड) की आवश्यकता होगी।

एक बार फास्टैग का खाता सक्रिय हो जाने पर आप उसमें 100 रुपये से लगाकर 1 लाख रुपये तक का रिचार्ज करवा सकते हैं। कुछ बैंक भी फास्टैग सेवाओं की पेशकश कर रहे हैं तथा यह खाता मोबाइल बैकिंग एप्लिकेशन और वेब बैंकिंग वेबसाइटों के माध्यम से भी रिचार्ज किया जा सकता है। फास्टैग खातों को क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड, एनईएफटी, आरटीजीएस या नेट बैंकिंग का उपयोग करके ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से भी रिचार्ज किया जा सकता है।

क्या सभी टोल प्लाजा फास्टैग स्वीकार करेंगें?

राष्ट्रीय राजमार्गों पर केवल टोल प्लाजा, फास्टैग खातों के माध्यम से नकद रहित भुगतान स्वीकार करते हैं। टोल संग्रह की फास्टैग प्रणाली सर्वप्रथम वर्ष 2014 में, मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थापित की गई थी। अगले साल, फास्टैग का शुभारंभ चेन्नई-बेंगलुरु राजमार्ग पर किया गया और फिर पूरे देश के कई राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा के लिए, इस प्रणाली का शुभारंभ किया गया। एनएचएआई द्वारा प्रबंधित सभी 370 टोल प्लाजा अक्टूबर 2017 से फास्टैग को स्वीकार करने में सक्षम हैं। इनमें से अधिकांश टोल प्लाजाओं ने फास्टैग से सुसज्जित वाहनों के लिए निजी रास्ते का निर्माण करवाया है।

फास्टैग का उपयोग कैसे लाभान्वित करेगा?

फास्टैग का उपयोग करने का सबसे बड़ा लाभ यह कि सभी उपयोगकर्ता डिजिटल भुगतान करने में सक्षम होंगें और वह सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल प्लाजा के माध्यम से वाहन को रोके बिना यात्रा करने में सफल होंगें। फास्टैग उपयोगकर्ताओं को लाभान्वित करने के लिए अधिकारियों ने, उपयोगकर्ताओं द्वारा विशेष महीने में किए गए भुगतानों की 10 प्रतिशत राशि वापस करने का भी निर्णय लिया है। यह वापस की जाने वाली राशि उपयोगकर्ता के खाते में अगले महीने जमा हो जाएगी। अगर कोई उपयोगकर्ता प्रत्येक बार टोल का भुगतान फास्टैग का उपयोग करके करता है, तो उसे पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक टेक्स्ट मेसेज (मूल संदेश) भी प्राप्त होगा। उपयोगकर्ता के पास कम बैलेंस होने की सूचना भी टेक्स्ट मैसेज के जरिए भेजी जाएगी।

क्या फास्टैग को स्थानांतरित किया जा सकता है?

फास्टैग गैर-स्थानान्तरणीय है और इसका इस्तेमाल केवल खरीदे गए वाहन पर ही किया जा सकता है। फास्टैग उपकरण की वैधता की सीमा 5 वर्षों तक रखी गई है, उसके बाद इस उपकरण को फिर से नया लगवाना पड़ेगा। यदि आपका फास्टैग उपकरण कहीं खो जाए या चोरी हो जाए आदि जैसी किसी भी परिस्थित में आप ग्राहक सेवा विभाग को कॉल करके उपकरण को अवरुद्ध कर सकते हैं और जब आप नया उपकरण लगवाएंगें, तो अवरुद्ध हुए उपकरण की पूरी राशि, नए उपकरण पर स्थानांतरित कर दी जाएगी। क्षतिग्रस्त उपकरण, नए उपकरण लगाने वाले प्राधिकारियों द्वारा प्रतिस्थापित किए जाएंगे।