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कर्नाटक सरकार ने राज्य में 12 लाख गर्भवती महिलाओं के लिए ‘मथरू पूर्णा’ योजना का किया उद्घाटन

October 6, 2017
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मथरू पूर्णा योजना

योजना क्या है?

कर्नाटक राज्य में गर्भवती महिलाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्नाटक सरकार ने 12 लाख गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पौष्टिक आहार प्रदान करने के लिए “मथरु पूर्णा” नामक एक योजना शुरू की है।  कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को मथरु पूर्णा योजना का शुभांरभ किया था। मथरु पूर्णा योजना को विस्तृत करने के लिए कर्नाटक के सभी तीस जिलों को शामिल किया है।

इस योजना से कौन लाभान्वित होगा?

कर्नाटक राज्य में, मथरु पूर्णा योजना महिलाओं के लिए एक चमत्कार के रूप में आई है। जैसे कि यह न केवल माँ बनने वाली महिलाओं के लिए फायदेमंद है बल्कि उनके होने वाले बच्चे के लिए एक वरदान बनकर आई है। इस योजना के तहत लगभग 12 लाख गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने का लक्ष्य है, जो कि गर्भवती महिलाओं के अन्दर पोषण की कमी को कम करने में सहायता करेगी। मथरु पूर्णा योजना के अन्तर्गत, एक महीने में लगभग 25 दिन तक विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को मुफ्त में प्रतिदिन कम से कम एक पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा। कर्नाटक राज्य के 30 जिले में आंगनवाड़ी केंद्रों पर इन भोजन को परोसने के प्रावधान किए गए हैं। पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के अलावा, मथरु पूर्णा योजना स्तनपान कराने वाली महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को परामर्श देने के साथ-साथ मातृत्व लाभ, पोषण संबंधी पूरक प्रदान करने में भी लाभकारी होगी। मथरु पूर्णा योजना के मुताबिक, गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के समय से और बच्चे के जन्म देने के छह माह बाद तक मुफ्त में पौष्टिक आहार प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार न केवल माताओं के पोषण संबंधी पौष्टिक खानपान बल्कि उनके शिशुओं के विकास के लिए भी यह फायदेमंद होगा। मथरु पूर्णा योजना के मुताबिक, गर्भवती या स्तनपान कराने वाली माताओं को भोजन के लिए आंगनवाड़ी में आना होगा। इस योजना में केवल मुफ्त भोजन ही नहीं मिलेगा, बल्कि आयरन फोलिक एसिड टैबलेट भी प्रदान की जाएंगे। गर्भवती महिलाओं के गर्भावस्था के भार को भी समय समय पर जांचा जाएगा। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं की दैनिक कैलोरी, प्रोटीन और कैल्शियम की प्रतिदिन की आवश्यकता को लगभग 40-45% मथरु पूर्णा योजना द्वारा पूरा किया जाएगा। मथरु पूर्णा योजना के तहत मुफ्त भोजन में 200 मिलीलीटर दूध के साथ हरी सब्जियाँ, चावल, दाल / सांभर, दाले, उबले अंडे / अंकुरित फलियाँ शामिल होगी।

इस योजना के पीछे सरकार का उद्देश्य क्या है?

2017-2018 के वित्तीय वर्ष के दौरान, कर्नाटक सरकार ने लगभग 302 करोड़ रुपये की राशि तय की है। इस मथरु पूर्णा योजना के साथ, कर्नाटक सरकार का गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के अन्दर पोषक तत्वों की कमी को कम करने का उद्देश्य है। इस योजना का उद्देश्य, अनुशंसित आहार भत्ते और स्तनपान कराने वाली माताओं और गर्भवती महिलाओं के औसत दैनिक सेवन के बीच के अंतर को कम करना है।