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मुंबई को मिली पहली एसी लोकल ट्रेन

October 30, 2017
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मुंबई को मिली पहली एसी लोकल ट्रेन

मुंबई उपनगरीय रेलवे को, मुंबई की स्थानीय या लोकल ट्रेनों के रूप में जाना जाता है और यह आवागमन की दृष्टि से दुनिया की सबसे व्यस्त रेलवे प्रणालियों में से एक है। मुंबई की लोकल ट्रेनों द्वारा सुबह से लेकर देर रात तक लगभग प्रत्येक दिन 75 लाख यात्री यात्रा करते हैं। देश के उपनगर के साथ वित्तीय राजधानी मुंबई का विस्तार लगभग 465 मील है। मुंबई को देश का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला शहर माना जाता है। मुंबई को बड़े पैमाने पर दैनिक यात्रियों की भीड़ का प्रमुख चुनौतियों में से एक के रूप में सामना करना पड़ रहा है। गर्मी, धूल और विशालकाय भीड़ के कारण यात्रियों को काफी असुविधा होती है। हालाँकि, इस समस्या का जल्द ही समापन होने वाला है। बुधवार 25 अक्टूबर 2017 को, केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल ने मुंबई में पूरी तरह से वातानुकूलित (एसी) लोकल ट्रेन का शुभारंभ करने की घोषणा की है। इस एसी ट्रेन का 1 जनवरी 2018 से परिचालन शुरू हो जाएगा। गोयल ने मीडिया से कहा, “एसी ट्रेन की जाँच-परख और परीक्षण हो गया है और 1 जनवरी को इस ट्रेन का परिचालन प्रारंभ हो जाएगा।”

पश्चिमी लाइन

चर्चगेट और बोरीवली को जोड़ने वाली पश्चिमी रेलवे (डब्ल्यूआर) लाइन पर इस नई एसी लोकल ट्रेन की शुरूआत होने की संभावना है। मुंबई सेंट्रल, लोअर परेल, दादर, बांद्रा, अंधेरी और गोरेगाँव सहित इस लाइन पर लगभग 37 स्टेशन हैं। प्रत्येक दिन मुंबई उपनगरीय ट्रेनों (लगभग 35 लाख यात्रियों) का इस्तेमाल करने वाले दैनिक यात्रियों का करीब आधा हिस्सा इस लाइन का उपयोग करता है। शुरूआत में इस मार्ग पर दिन के समय सिर्फ एक एसी ट्रेन सात बार सेवा प्रदान करेगी। समय के साथ, यह प्रतिदिन 10 से 20 सेवाओं तक बढ़ने की संभावना है। बाद में मध्य रेलवे (सीआर) लाइनों पर भी एसी लोकल ट्रेनों का परिचालन प्रारंभ किया जा सकता है।

एसी ट्रेन का किराया

रेलवे स्टेशनों ने अभी एसी ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए कोई निश्चित किराए का निर्धारण नहीं किया है। अभी ऐसा प्रतीत होता है कि एसी ट्रेन का किराया, पश्चिमी लाइन पर चलने वाली लोकल ट्रेनों के मौजूदा प्रथम श्रेणी के किराए का लगभग 1.5 गुना होगा। यह किराया दिल्ली मेट्रो के किराए के बराबर भी रखा जा सकता है। रेलवे अधिकारी मुंबई के लोगों से अभी तक सुझाव माँग रहे हैं और इसके किराए का निर्धारण मुंबई के औसत बजट (दैनिक परिचालन) के साथ निर्धारित किया जाएगा। समाचार रिपोर्टों के अनुसार, नई एसी ट्रेन का बांद्रा से चर्चगेट तक का टिकट 125 रुपए व 140 रुपए के बीच होने की संभावना है और बोरीवली से चर्चगेट तक का टिकट 195 रुपए और 210 रुपए के बीच रखे जाने की संभावना है। यह ध्यान देने योग्य बात है कि इस एसी ट्रेन का महीने भर का किराया, शहर की एसी बस के महीने भर के पास की तुलना में महँगा है।

क्षमता और कोच (डिब्बों) का निर्दिष्टीकरण

एसी लोकल ट्रेन का डिब्बा चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में निर्मित किया गया है। ईएमयू (इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट) एसी डिब्बों को डब्ल्यूआर और सीआर दोनों अनुरूप डिजाइन किया गया है। प्रत्येक ट्रेन में 12 डिब्बों के संयोजन की संभावना है। प्रत्येक ट्रेन में यात्रियों की बैठने की क्षमता लगभग 1,028 होगी और करीब 5000 से अधिक यात्री खड़े होकर सफर कर सकते हैं। पहले और अंतिम छह डिब्बों को वेस्टिब्यूल (प्रवेश-द्वार) के माध्यम से जोड़ा जाएगा। डिब्बों के दरवाजे ऑटोमेटिक स्लाइडिंग वाले होंगे। दरवाजे के पास सुरक्षा कुंडी (सिक्योरिटी नोब्स) होगी, जिसके फलस्वरूप दरवाजा अंदर और बाहर दोनों तरफ से (आपातकाल के दौरान उपयोग के लिए) खोला जा सकेगा। ट्रेन की लागत 50 करोड़ रुपये पर आँकी गई है।

परियोजना में विलंब और चुनौतियाँ

मुंबई की एसी लोकल ट्रेन परियोजना का एक वर्ष से अधिक समय से काम चल रहा है। वास्तव में, इस साल की जून-जुलाई तक समाचार रिपोर्टों ने सुझाव दिया था कि मुंबई में एसी लोकल ट्रेन का अक्टूबर से शुभारंभ हो सकता है। हालाँकि, परिचालन संबंधी अनिवार्यताओं के कारण परियोजना में देरी हुई है। परियोजना में विलंब का मुख्य कारण महालक्ष्मी और माटुंगा के पुलों की ऊँचाई थी। लेकिन रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने कहा कि इस समस्या को भी संबोधित किया गया है। वे क्रमशः भेल से अतिरिक्त एसी रेक खरीदने की परियोजना बना रहे हैं। यह नए डिब्बे इस तरह से डिजाइन किए जाएगें कि इन पर ऊँचाई का कोई भी प्रभाव न पड़े।

एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन में भगदड़ के कारण होने वाली मौतों के बाद सुरक्षा उपाय और यात्रियों की सुरक्षा, रेलवे अधिकारियों की प्राथमिक सूची में शीर्ष पर रही है। रेलमंत्री ने यह भी घोषणा की कि मंत्रालय पहले से ही 370 एस्केलेटर (चलती हुई सीढ़ियों) के निर्माण और मुंबई शहर की सभी ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों में सीसीटीवी स्थापित करने के लिए धन आवंटित कर चुकी है। इन सुविधाओं से निश्चित-तौर पर सुरक्षा निगरानी और दुर्घटनाओं में कमी देखने को मिलेगी। रेल-मंत्रालय अतिरिक्त लोकल लाइनों के अलावा बुलेट ट्रेनों के शुभारंभ की भी योजना बना रहा है।