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सात बॉलीवुड अभिनेता जो राजनेता बन गए

January 9, 2018
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सात बॉलीवुड अभिनेता जो राजनेता बन गए

बॉलीवुड ने कई ऐसे अभिनेताओं को दिया है, जिन्होंने अपने बेहतर प्रदर्शन के साथ हमें काफी मंत्रमुग्ध किया है। लेकिन कुछ अभिनेताओं ने अपने कैरियर की ऊँचाई पर राजनीति की दुनिया में प्रवेश करने का निर्णय लिया। बॉलीवुड में ऐसे कई अभिनेता हैं, जिन्होंने राजनीति में सफलतापूर्वक अपना सफल कैरियर बनाया है। यहाँ पर हम कुछ बॉलीवुड अभिनेताओं की सूची पेश कर रहे हैं जो अभिनेता से राजनेता बन गए।

शत्रुघ्न सिन्हा

यदि बॉलीवुड के अभिनेताओं की बात की जाए तो ‘शत्रुघ्न सिन्हा’ पहला एक ऐसा नाम है जो हमारे दिमाग में सबसे पहले आता है। जिन्होंने अभिनेता से राजनेता बनने की पहल की। शत्रुघ्न सिन्हा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक सदस्य हैं। शत्रुघ्न सिन्हा वर्ष 2009 से 2014 और 2014 से 2019 तक दो बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं और दो बार राज्यसभा के लिए कार्य किया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने सहयोगी साथी राजेश खन्ना के खिलाफ उप-चुनाव में बढ़त के साथ राजनीति में प्रवेश किया, जहाँ पर शत्रुघ्न सिन्हा को 25 हजार मतों से हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा ने पटनासाहिब निर्वाचन क्षेत्र से दूसरे बॉलीवुड अभिनेता शेखर सुमन को हराते हुए चुनाव जीता था। शत्रुघ्न सिन्हा ने अगले चुनाव में भी उसी निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी। शत्रुघ्न सिन्हा जनवरी 2003 से मई 2004 तक संघ स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री तथा उसके बाद अगस्त 2004 में शिपिंग के केंद्रीय मंत्री के रूप में भी कार्यरत रहे।

हेमा मालिनी

बॉलीवुड अभिनेत्री हेमा मालिनी ने जब लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब के गुरदासपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार विनोद खन्ना के लिए प्रचार-प्रसार किया था, इसके बाद से ही उन्होंने वर्ष 1999 में पहली बार राजनीति में प्रवेश किया था। फरवरी 2004 में हेमा मालिनी को आधिकारिक तौर पर पार्टी का सदस्य बनने के लिए कहा गया था। भारत के उच्च विधान सदन राज्यसभा मेंउन्होंने 2003 से 2009 तक एक सांसद (संसद सदस्य) के रूप में सेवा की। उस समय, हेमा मालिनी को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा नामित किया गया था। हेमा मालिनी को वर्ष 2014 में लोकसभा के लिए भी चुना गया था।

विनोद खन्ना

दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता विनोद खन्ना अपने जीवनकाल में एक राजनेता के रूप में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। अभिनेता विनोद खन्ना वर्ष 1997 में पार्टी में शामिल होकर पंजाब के गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। विनोद खन्ना वर्ष 1999 के लोकसभा चुनाव में विजयी रहे। विनोद खन्ना ने जुलाई 2002 में संस्कृति और पर्यटन केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। दिसंबर 2004 के समय, विनोद खन्ना विदेश मंत्रालय (एमइए) का एक हिस्सा बने, जहाँ पर उन्होंने राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। विनोद खन्ना को वर्ष 2004 में गुरदासपुर से फिर से निर्वाचित किया गया और वर्ष 2009 में हारने के बाद, वर्ष 2014 में इन्होंने जीत हासिल की।

सुनील दत्त

दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुनील दत्त हमेशा सेही राजनीति में कुछ ज्यादा दिलचस्पी रखते थे। सुनील दत्त ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत वर्ष 1981 में की थी, जब वह मुंबई के प्रधान (शेरिफ) बने। वर्ष 1984 में सुनील दत्त काँग्रेस (आई) के सदस्य बने थे। बाद में सुनील दत्त भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस (आईएनसी) में शामिल हो गए थे। सुनील दत्त को उत्तर पश्चिमी मुंबई से पाँच बार वर्ष 1984, 1989, 1991, 1999 और वर्ष 2004 में सांसद के रूप में चुना गया था। अकस्मात ही, सुनील दत्त ने उसी वर्ष हुए मुंबई दंगों का विरोध करते हुए वर्ष 1993 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। सुनील दत्त एक सक्रिय कार्यकर्ता थे, जो मुंबई के झुग्गी निवासियों के कारणों का समर्थन कर रहे थे। सुनील दत्त वर्ष 2004 में युवा मामलों और खेलों के लिए मंत्री बने और वर्ष 2005 में दिल का दौरा पड़ने से जब उनकी मृत्यु हुई उस समय वह इसी पद पर कार्यरत थे।

जयाप्रदा

बॉलीवुड अभिनेत्री जयाप्रदा वर्ष 2004 से 2014 तक रामपुर निर्वाचन क्षेत्र से एक सांसद रहीं। वर्ष 1994 में जयाप्रदा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की, जब वह इसके संस्थापक एनटी रामराव द्वारा आमंत्रित किए जाने के बाद तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) में शामिल हुईं। उसी वर्ष लोकसभा का पहला चुनाव होने वाला था। तब से लेकर जयाप्रदा ने निरंतर राजनीति के माध्यम से खुद को राजनेताओं की श्रेणी में शामिल कर रखा है। वर्ष 1994 में यह अनुमान लगाया गया था कि जयाप्रदा चुनाव लड़ेंगी। हालांकि, रामराव द्वारा एक सीट का प्रस्ताव देने के बावजूद भी जयाप्रदा ने ऐसा न करने का फैसला लिया। तभी से, जयाप्रदा ने समाजवादी पार्टी और बाद में राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) में शामिल हो गईं।

राजेश खन्ना

वर्ष 1984 में बॉलीवुड अभिनेता राजेश खन्ना ने राजीव गाँधी द्वारा जोर दिए जाने पर काँग्रेस के लिए प्रचार-प्रसार करना शुरू किया था। राजेश खन्ना ने पहला चुनाव वर्ष 1991 में लड़ा था, जब उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ नई दिल्ली की सीट से चुनाव लड़ा। जिसमें 1589 वोटों पर अंतरसंकीर्ण था। उस समय राजेश खन्ना ने दृढ़ता से जोर देकर कहा, कि उन्हें यह जीत दिलाकर उनके साथ धोखा किया गया है। जब 1992 में एक ही सीट के लिए चुनाव हुआ तो राजेश खन्ना ने शत्रुघ्न सिन्हा को 25,000 मतों से हराया। वर्ष 1996 तक राजेश खन्ना नई दिल्ली सीट से सांसद के रूप में सेवारत रहे।

राज बब्बर

वर्ष 1989 में बॉलीवुड अभिनेता राज बब्बर ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत जनता दल का सदस्य बनकर की। उसके बाद राज बब्बर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए, जिसके लिए उन्हें तीन बार सांसद भी चुना गया। अभिनेता राज बब्बर ने वर्ष 1994 से 1999 तक राज्यसभा में सेवारत रहे। वर्ष 2008 में राज बब्बर काँग्रेस में शामिल हुए और वर्ष 2009 में चौथी बार सांसद बने। जब राज बब्बर ने गाजियाबाद निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा, तब वर्ष 2014 में वह लोकसभा चुनाव में जनरल वीके सिंह से चुनाव हार गए। अभी वह उत्तर प्रदेश काँग्रेस समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।