भारत के 10 मशहूर हिंदी कार्टून किरदार
बहुत पहले जब नेटफ्लिक्स या अमेजन प्राइम का ज्यादा प्रचलन नहीं था, तब लोग अपने दैनिक मनोरंजन के लिए टीवी कार्यक्रम देखा करते थे। इन दिनों किशोरों में टेलीविजन देखने की प्रवृत्ति में निरन्तर कमी हो रही है। हालांकि, बच्चे अभी भी कार्टून कार्यक्रम के प्रशंसक हैं और कार्टून देखना उनका एक शौक है। इसलिए, जैसे ही बच्चे स्कूल में एक थकानेवाला दिन व्यतीत करने के बाद घर पहुंचते हैं तो वे झट से रिमोट हाँथ में लेकर अपने पसंदीदा कार्टून कार्यक्रम वाले चैनल को खोलकर देखने लग जाते हैं। यह प्रतिमान था, आज तो नेटफ्लिक्स का जमाना है, जब टीवी पर दूरदर्शन का राज हुआ करता था। इन दिनों बच्चों के पास देखने के लिए बहुतायत कार्टून हैं, लेकिन क्या ये सभी कार्टून पर्याप्त हैं? खैर, बहुत सारे विकल्प बच्चों के लिए प्रतिकूल प्रतीत नहीं हो सकते हैं। इसलिए, हमने कुछ लोकप्रिय हिंदी कार्टूनों को दर्शाने का प्रयास किया है जो कि आपके बच्चे देख सकते हैं तथा कुछ उन प्रसिद्ध व्यक्तित्वों के बारे में भी सीख सकते हैं जिन पर वे आधारित हैं।
1. मोटू पतलू (मोटू पतलू) – टीवी कार्यक्रम मोटू पतलू, हॉट पॉट मैगजीन पर चित्रित लोकप्रिय कॉमिक स्ट्रिप से अनुकूलित, बच्चों के मनोरंजन के लिए बेहतरीन स्रोतों में से एक है। जैसा कि यह नाम से ही प्रतीत होता है कि मोटू भोजन का शौकीन है, उसकी कमजोरी समोसा और अन्य सभी तेलीय खाद्य पदार्थ हैं। दूसरी तरफ, उसका दोस्त पतलू दुबला-पतला और विचित्र है। वे दोनों फुरफुरी नगर नामक एक काल्पनिक शहर में रहते हैं और हमेशा ही अचानक आने वाली परिस्थितियों को संभालने का प्रयास करते हैं। मोटू मुसीबतों की जड़ है और पतलू उसको हर मुसीबत से बचाता है। मोटू और पतलू बच्चों को दोस्ती की महत्वता का पाठ पढ़ाते हैं।
2. छोटा भीम (छोटा भीम) – मशहूर हिंदी कार्टून छोटा भीम का परिचय देने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह बच्चों के लिए सबसे लोकप्रिय कार्टून पात्रों में से एक है। भीम, जो पांच पांडवों में से एक थे, अपनी बहादुरी, वीरता और बुद्धिमत्ता के लिए जाने जाते थे। कार्टून छोटा भीम में, पात्र नौ साल की उम्र का है और भीम के बचपन को चित्रित करता है। वह ढोलकपुर नामक एक काल्पनिक गांव में रहता है और ग्रामीणों पर आने वाले सभी प्रकार के संकटो से बचाता है। टीवी कार्यक्रम की रूपरेखा में चित्रित किया गया है कि किस तरह भीम और उसके दोस्तों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है और अंत में वह विजयी हो जाते हैं।
भीम के अलावा, उनके दोस्त राजू, कालिया और छुटकी भी बच्चों के बीच में काफी लोकप्रिय हैं। यह भीम और लड्डू के लिए उनके प्यार के कारण है कि बच्चों ने भारतीय मिठाई पकवान भी खाना शुरू कर दिया है और इसके स्वाद को भी पसंद किया है।
3. क्रिस (रोल नं 21) – कार्यक्रम रोल नंबर 21 में भगवान कृष्ण और उनके ताकतवर चाचा कंस की कहानी का एक आधुनिक दृष्टिकोण देखा जा सकता है। समकालीन दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए पात्रों के नाम और परिणामों को भी संकार्यक्रमधित किया गया है। क्रिस, भगवान कृष्ण का अवतार, एक स्कूल जाने वाला छात्र है जो अपने प्रिंसिपल कनिष्क की योजनाओं को नाकाम कर देता है, वह व्यक्ति जो पूरे मथुरा और दुनिया पर भी नियंत्रण रखना चाहता है। क्रिस अपनी बुद्धि और विवेक के साथ कंस की योजनाओं और प्रयासों को नाकाम कर देता है।
बच्चों को क्रिस का चंचल स्वभाव देखना बेहद पसंद है और साथ ही साथ बच्चे उसके जैसी तीव्रबुद्धि पाने का भी प्रयास करते हैं।
4. कुंभ करण (कुंभ करण) – इस कार्टून कार्यक्रम का नाम मन में एक विचार उत्पन्न कर देता है कि यह रामायण के पात्र कुंभकरन के बारे में है। यद्यपि, यह कार्यक्रम रामायण से संबंधित नहीं है, बल्कि जुड़वा भाइयों कुंभ और करण के जीवन पर आधारित है। कुंभ एक भोजन का शौकीन आलसी लड़का है जो 6 महीने सोता रहता है। स्वादिष्ट भोजन की सुगंध के अलावा और कोई भी उसे जगा नहीं सकता है। दूसरी तरफ, करण एक सक्रिय और कमजोर बच्चा है जो कि साहसिक कार्यों में रूचि रखता है। कुंभ, करण और उनके पालतू साही कद्दू तथा दोस्त तारा परिश्रृंखला में विभिन्न स्थितियों से निपटते हैं। इन बच्चों की खोज बहुत साहस और मौजमस्ती से भरी हुई है।
5. लिटिल कृष्णा (लिटिल कृष्णा) – इस रोमांचक फुर्तीले कार्टून पात्र ने बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता की रुचि को भी जाग्रत कर दिया यह कार्यक्रम मई 2009 में निकेलोडियन चैनल पर प्रसारित किया गया था। यह कार्यक्रम भगवान कृष्ण के बचपन के रोमांच के बारे में है और किंवदंती एवं हास्य का एक मिश्रण है। इसे एक आनन्द से भरपूर कार्यक्रम कहा जाता है क्योंकि यह कार्यक्रम इस्कॉन बैंगलोर द्वारा कार्यक्रमध कार्य पर आधारित है। नायक कृष्णा और उनकी चंचल गतिविधियों को कार्यक्रम के प्रत्येक एपिसोड में विशिष्ट रूप से दर्शाया गया है जो भगवान के प्रारंभिक जीवन की एक झलक प्रदान करते हैं।
6. सैली (सैली बॉलीवुड) – इस तरह का एक ही कार्यक्रम है जो सबसे मजेदार कार्टून कार्यक्रम में से एक है। इस कार्यक्रम का मुख्य किरदार सैली एक जांच ब्यूरो की मालिक है। यह एक सक्रिय महिला जासूस है जो अपने घर के तहखाने में अपना जांच संगठन चलाती है और विभिन्न तकनीक का उपयोग करके मामलों को हल करती है। सैली हर रोज नई चुनौतियों का सामना करने वाली एक साहसी लड़की भी है जिसमें वह बॉलीवुड गानों की धुनों पर स्टाइल में नृत्य करती है। सैली दिमाग के साथ सुंदरता का एक आदर्श उदाहरण भी है।
7. बीरबल (अकबर और बीरबल) – यह कार्यक्रम ऐतिहासिक राजा अकबर और उनके मंत्री बीरबल के जीवन पर आधारित है। अकबर के दरबार में बीरबल सभी लोगों से अधिक बुद्धिमान व्यक्ति थे। अकबर और बीरबल की किंवदंतियां पूरे इतिहास में अत्यन्त लोकप्रिय रही हैं। पूरे कार्यक्रम में तीव्र बुद्धि वाले व्यक्ति बीरबल को राजा अकबर के सामने आने वाली चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। बीरबल को इन सब परिस्थितियों से निपटते देख बच्चों को बहुत अच्छा लगता है। यह कार्यक्रम बच्चों की बुद्धि को बढ़ाने के साथ-साथ शिक्षा और मनोरंजन भी प्रदान करता है।
8. तेनाली राम (तेनाली राम की अद्भुद गतिविधियां) – कार्टून नेटवर्क पर प्रसारित होने के बाद इस भारतीय टीवी श्रृंखला ने दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की। भारतीय लोक कथाओं, कॉमिक्स और कार्टूनों में बेहद लोकप्रिय किरदार तेनाली राम राजा कृष्णदेवराय के राज्य में एक राज दरबारी थे। यह कार्यक्रम तेनाली राम द्वारा किए गए रोमांचों पर आधारित है जो शिक्षाप्रद और दिलचस्प दोनों ही है।
9. डॉगी डॉन (पकड़म पकड़ाई) – कार्यक्रम पकड़म पकड़ाई को “ओग्गी एंड द कॉकरोच” कार्यक्रम का भारतीय संस्करण भी कहा जा सकता है। यह कार्यक्रम डॉगी डॉन और तीन छोटे चूहों, छोटू, मोटू और लंबू के बीच पीछा करने का खेल दिखाता है। यह कार्यक्रम डायलॉग और बोले जाने के तरीके से बच्चों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह मनोरंजक कार्यक्रम बच्चों को हर स्थिति और पल का आनंद लेना सिखाता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह कितना चुनौतीपूर्ण है।
10. एंथनी (चोर पुलिस) – एंथनी, जिसे मुंबई के रॉबिनहुड स्लमडॉग के रूप में भी जाना जाता है, एक अच्छा चोर है जो अमीर लोगों से चीजों को चोरी करता है और चोरी की गई चीजों को गरीबों को दे देता है। एंथनी का पीछा बलवान सरदार इंस्पेक्टर लवली करते हैं जिन्होंने अभिनेता बनने में नाकाम हो जाने के बाद पुलिस बल में शामिल होने का फैसला किया। हालांकि, लगभग हर एपिसोड के अंत में दिखाया गया है कि एंथनी सफलतापूर्वक अपराध स्थल से बच निकलता है।
यह पंचतंत्र से ली गई कहानियों का शानदार संग्रह है इसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। बच्चों को इन छोटी कहानियों के आधार पर प्रसन्न कर देने वाली श्रृंखला देखना काफी पसंद है। हर कहानी उन्हें मनोरंजन से अलग एक नैतिक सबक भी सिखाती है। यह उन्हें प्राचीन भारतीय सभ्यता की झलक भी प्रदान करता है। हालांकि, पंचतंत्र कहानियों में नायक और किरदारों के रूप में केवल जानवर ही होते हैं।
बच्चे कार्टून के आदी होते हैं, वे अपने पसंदीदा किरदारों के व्यवहार को हासिल करने का प्रयास करते हैं और उनके द्वारा किए जाने वाले क्रियाकलापों का अनुसरण भी करते हैं, लेकिन माता-पिता को अपने बच्चों को इन पात्रों के उज्ज्वल पक्ष के बारे में बताना चाहिए। इस तरह, अगली बार जब आपका बच्चा इन कार्टूनों को देखे तो आप अपने बच्चों के लिए कार्टून में से सकारात्मक पहलुओं को उजागर करना सुनिश्चित करें।