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एपीजे अब्दुल कलाम – उपलब्धियां, उद्धरण और किताबें

October 15, 2018
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जब भी हम बात करते हैं अब्दुल कलाम की तो एक विद्वान की छवि के अलावा और कोई भी छवि हमारे जहन में नहीं आती है। समर्पण, धैर्य, विनम्रता और कड़ी मेहनत की मिसाल एपीजे अब्दुल कलाम, एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने बिना किसी रुकावट के कई सारी उंचाइयों को छू लिया। अब्दुल कलाम बड़े सपने देखने और उनको साकार करने के लिए कठिन परिश्रम करने पर विश्वास रखते थे।

एपीजे अब्दुल कलाम की उपलब्धियां:  

  • पायलट बनकर आकाश को छूने का सपना देखने वाले अबुल पकिर जैनुलाअबदीन अब्दुल कलाम, रामेश्वरम के रहने वाले थे। ये भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपतियों में से एक थे। अब्दुल कलाम हमेशा अपनी किताबों, विज्ञान में योगदान देने और एक विद्वान के रूप में जाने जाते थे।
  • अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। अपने स्कूली दिनों में, ये समाचार पत्र बेचकर अपने परिवार का सहयोग किया करते थे। रामेश्वरम से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, अब्दुल कलाम ने 1960 में मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान में एक वैज्ञानिक के रूप में शामिल हो गए। हालांकि ये एक लड़ाकू पायलट बनना चाहते थे, लेकिन इस पद को पाने से चूक गए। परन्तु इसके बाद ये रक्षा अनुसंधान एवं विकास सेवा (डीआरडीएस) के सदस्य बने और एक छोटी होवरक्राफ्ट को डिजाइन करने के साथ अपने करियर की शुरूआत की।
  • 1969 में अब्दुल कलाम को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में स्थानांतरित कर दिया गया जहाँ इन्होंने स्वयं को “भारत के मिसाइल मैन” के रूप में स्थापित किया। 1980 में ये भारत के पहले उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएलवी -III) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बने थे।
  • अब्दुल कलाम 1982 में भारत के प्रधानमंत्री और डीआरडीओ के सचिव के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार बने थे। इन्होंने राजगोपाल चिदंबरम के साथ पोखरण-2 परमाणु परीक्षण में मुख्य परियोजना समन्वयक के रूप में भी कार्य किया था। मीडिया के हस्तक्षेप से भारतीय लोगों को भी अब्दुल कलाम की उपलब्धियों के बारे जानकारी मिली और जिससे ये भारत के सबसे सफल और लोकप्रिय वैज्ञानिक बन गए।
  • अब्दुल कलाम ने मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट सोमा राजू के साथ मिलकर, एक सस्ते कोरोनैरी स्टेंट का आविष्कार किया था जिसका नाम कलाम-राजू स्टेंट दिया गया। इसके बाद इन दोनों लोगों ने ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य देखभाल के लिए “कलाम-राजू टैबलेट” नामक एक टैबलेट पीसी भी डिजाइन किया था।
  • अग्नि (बैलेस्टिक मिसाइल) और पृथ्वी (एयर डिफेंस मिसाइल) के विकास में अब्दुल कलाम की महत्वपूर्ण भूमिका होने के कारण ही इनको भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता था।
  • 2002 में, सभी पार्टियों ने सर्वसम्मति से या एक मत होकर अब्दुल कलाम को भारत के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में चुना। एपीजे अब्दुल कलाम को भारत रत्न (1997), पद्म विभूषण (1990) और पद्म भूषण (19 81) सहित सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले थे। अब्दुल कलाम को एक अंतरिक्ष से संबधित परियोजना में इनके प्रबंधन और नेतृत्व के लिए, नेशनल स्पेस सोसाइटी की ओर से वॉन ब्राउन अवॉर्ड (2013) से भी सम्मानित किया गया था।
  • एपीजे कलाम की याद में 26 मई को स्विट्जरलैंड में विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि 2005 में इसी दिन (26 मई) को वे देश का दौरा करने के लिए गए थे।
  • अब्दुल कलाम को एडिनबर्ग विश्वविद्यालय और ऑकलैंड विश्वविद्यालय समेत लगभग 40 विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की उपाधि मिली थी।

एपीजे अब्दुल कलाम के उद्धरण-

अब्दुल कलाम ने विभिन्न स्थानों पर कई भाषण दिए हैं, उनके शब्दों को युवाओं को निर्देश देने और दिशा प्रदान करने के लिए उद्धरण के रूप में उपयोग किया गया है।

उनकी कुछ प्रसिद्ध भाषणों की पक्तियां निम्न प्रकार से हैं-

1. अपनी मंजिल को प्राप्त करने के लिए एपीजे अब्दुल कलाम के द्वारा बताए गए तीन उपाय– एपीजे अब्दुल कलाम के अनुसार जीवन में अपने लक्ष्यों (मंजिल) को प्राप्त करने के लिए तीन उपाय हैं।

20 साल की उम्र में पहुँचने से पहले ही अपने लक्ष्य को निर्धारित कर लेना।

इस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए ज्ञान प्राप्त करना।

अपनी सभी समस्याओं को पराजित करने और सफल होने के लिए कड़ी मेहनत करना।

2. “हम अपने विश्वास से युवा होते हैं और अपने संदेह से वृद्ध हो जाते हैं”

इस पंक्ति में एपीजे अब्दुल कलाम ने विश्वासों और संदेहों के बारे में बात की है और लोगों को आत्मविश्वासी होने के लिए प्रेरणा दी है।

3. पुस्तकें आपकी स्थायी साथी होती हैं

जीवन में किताबों के महत्व को समझाते हुए अब्दुल कलाम ने हमेशा लोगों को किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया। किताबें उनकी गर्व की संपत्ति थीं। जब अब्दुल कलाम की मृत्यु हो गई तो उनकी विरासत किताबें और कुछ कपड़े ही थे।

4. एक वस्तु की रचनात्मकता समान लेकिन विचार अलग-अलग

अब्दुल कलाम की रचनात्मकता के अनुसार एक ही वस्तु को एक अलग-अलग तरीके से देखना भी आपको अलग बनाता है।

5. “आप जीवन में किस क्षेत्र में पहचान बनाने की ख्वाहिश रखते हैं”

यह अब्दुल कलाम के सबसे प्रभावशाली वचन में से एक है। यह सवाल किसी भी व्यक्ति के दिमाग की कल्पना है, जिससे वह अपने जीवन की दिशा को खोजने के लिए मजबूत हो जाता है। कलाम के मुताबिक, अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए एक दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प बहुत आवश्यक है।

6. अगर आपको सूर्य की तरह चमकना है तो आप पहले सूर्य की तरह जलो

अब्दुल कलाम के अनुसार कठिनाइयां एक व्यक्ति के जीवन का हिस्सा हैं। यदि कोई व्यक्ति जो सफल होना चाहता है तो उसे पहले कड़ी मेहनत करनी चाहिए।

7. विज्ञान मानवता के लिए एक सुंदर उपहार है; हमें इसे विकृत नहीं करना चाहिए।

कलाम ने हमेशा विज्ञान की वजह से होने वाले चमत्कारों की सराहना की है। उन्होंने विज्ञान को मानवता के लिए एक उपहार के रूप में माना है और वे चाहते थे कि इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिए।

एपीजे अब्दुल कलाम की पुस्तकें –

इस प्रसिद्ध वैज्ञानिक द्वारा कई किताबें लिखी गई हैं। उनमें से कुछ में निम्नलिखित हैं-

  1. इंडिया 2020 : ए विजन फॉर द न्यू मिलेनियम
  2. विंग्स ऑफ फायरः एक आत्मकथा
  3. इग्नाइटेड माइंडस: अनलीशिंग द पॉवर विदिन इंडिया’
  4. द ल्यूमिनस स्पार्क्स
  5. इन्स्पायरिंग थॉट्स
  6. यू आर बॉर्न टू ब्लॉसम: टेक माई जर्नी बियोंड (सह-लेखक अरुण तिवारी)

अब्दुल कलाम एक असाधारण व्यक्ति थे जिन्होंने कभी भी समय को बर्बाद करने के बारे में नहीं सोचा और हमेशा अपने द्वारा किए गए हर कार्य से अधिकतम आउटपुट प्राप्त करने का प्रयास किया। आईआईएम शिलांग में एक भाषण देने के दौरान 27 जुलाई 2015 को दिल का दौरा पड़ने से इनकी मृत्यु हो गई।

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एपीजे अब्दुल कलाम- उपलब्धियां, उद्धरण और किताबें
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कलाम भारत के 11 वें राष्ट्रपति थे जिन्हें लोकप्रिय रूप से मिसाइल मैन ऑफ इंडिया के रूप में जाना जाता है। उनके बारे में अधिक जानने के लिए उनकी असाधारण उपलब्धियों, उद्धरणों और पुस्तकों को पढ़ें।
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