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गोल्ड कास्ट राष्ट्रमण्डल खेल 2018

April 2, 2018
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गोल्ड कास्ट राष्ट्रमण्डल खेल 2018

 

 

राष्ट्रमंडल खेल (कॉमनवेल्थ गेम्स) प्रमुख खेल आयोजनों में से एक है, जो राष्ट्रमंडल सदस्यों के बीच हर चार साल में आयोजित किया जाता है। राष्ट्रमंडल सदस्य उन देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन्हें पूर्व ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा उपनिवेशित किया गया था, लेकिन हाल ही के दिनों में यह सदस्यता अन्य देशों के लिए भी सुलभ हो गई है, जो राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा बनना चाहते थे।

गोल्ड कास्ट राष्ट्रमण्डल खेल लाइव गणना

यह लाइव गणना आपको प्रत्येक राष्ट्र के खिलाड़ियों द्वारा जीतने वाले पदक का संख्या के बारे में अद्यतन करेगी। इस सम्मेलन में रैंकिंग, इंटरनेशनल कमेटी सम्मेलन की प्रकाशित पदक तालिका से ली गई है।

 

श्रेणी राष्ट्र स्वर्ण पदक रजत पदक कांस्य पदक कुल
1 ऑस्ट्रेलिया 80 59 59 198
2 इंग्लैण्ड 45 45 46 136
3 भारत 26 20 20 66
4 कनाडा 15 40 27 82
5 न्यूजीलैंड 15 16 15 46
6 स्काटलैंड 13 11 13 37
7 वेल्स 10 12 14 36
8 स्काटलैंड 9 13 22 44
9 नाइजीरिया 9 9 6 24
10 साइप्रस 8 1 5 14
11 जमैका 7 9 11 27
12 मलेशिया 7 5 12 24
13 सिंगापुर 5 2 2 9
14 केन्या 4 7 6 17
15 युगांडा 3 1 2 6
16 बोत्सवाना 3 1 1 5
17 समोआ 2 3 0 5
18 त्रिनिदाद एंड टोबैगो 2 1 0 3
19 नामीबिया 2 0 0 2
20 नार्थ आयरलैंड 1 7 4 12
21 बहामास 1 3 0 4
22 पापुआ न्यू गिनी 1 2 0 3
23 फिजी 1 1 2 4
24 पाकिस्तान 1 0 4 5
25 ग्रेनाडा 1 0 1 2
26 बरमुडा 1 0 0 1
27 गुयाना 1 0 0 1
28 ब्रिटिश वर्जिन द्वीपसमूह 1 0 0 1
29 सेण्ट लूसिया 1 0 0 1
30 बगंलादेश 0 2 0 2
31 श्रीलंका 0 1 5 6
32 कैमरून 0 1 2 3
33 डोमिनिका 0 1 1 2
34 आइल ऑफ मैन 0 1 0 1
35 मॉरीशस 0 1 0 1
36 नाउरू 0 1 0 1
37 माल्टा 0 0 2 2
38 वानूआतू 0 0 2 2
39 कुक आइसलैंड 0 0 1 1
40 घाना 0 0 1 1
41 नॉर्फ़ोक द्वीप 0 0 1 1
42 सेशेल्स 0 0 1 1
43 सोलोमन द्वीप 0 0 1 1

भारतीय पदक विजेताः गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018  

खेल नाम तारीख समारोह पदक
वेटलिफ्टिंग      
1 साईखोम मीराबाई चानू गुरुवार, 5 अप्रैल महिलाओं की 48 किग्रा वर्ग स्वर्ण
2 गुरुराजा गुरुवार, 5 अप्रैल पुरुषों की 56 किग्रा वर्ग रजत
3 संजीता चानू खुमुकचम शुक्रवार, 6 अप्रैल महिलाओं की 53 किग्रा वर्ग स्वर्ण
4 दीपक लाठेर शुक्रवार, 6 अप्रैल पुरुषों का 69 किग्रा वर्ग कांस्य
5 सतीश कुमार सिवलिंगम शनिवार, 7 अप्रैल पुरुषों की 77 किग्रा वर्ग स्वर्ण
6 वेंकट राहुल रगाला शनिवार, 7 अप्रैल पुरुषों की 85 किग्रा वर्ग स्वर्ण
7 पूनम यादव रविवार, 8 अप्रैल महिलाओं की 69 किग्रा वर्ग स्वर्ण
8 विकास ठाकुर रविवार, 8 अप्रैल पुरुषों की 94 किग्रा वर्ग कांस्य
9 प्रदीप सिंह सोमवार, 9 अप्रैल पुरुषों की 105 किग्रा वर्ग रजत
शूटिंग        
1 जीतू राय सोमवार, 9 अप्रैल पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल स्वर्ण
2 मनु भकर रविवार, 8 अप्रैल महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्वर्ण
3 तेजस्विनी सावंत गुरूवार, 12 अप्रैल महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन स्वर्ण
4 हीना सिद्धू रविवार, 8 अप्रैल महिला 10 मीटर एयर पिस्टल रजत
5 मेहुली घोष सोमवार, 9 अप्रैल महिला 10 मीटर एयर राइफल रजत
6 रवि कुमार रविवार, 8 अप्रैल पुरुष 10 मीटर एयर राइफल कांस्य
7 ओम मीदरवल सोमवार, 9 अप्रैल पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल कांस्य
8 अपूर्वी चंदेला सोमवार, 9 अप्रैल महिला 10 मीटर एयर राइफल कांस्य
9 हीना सिद्धू मंगलवार,10 अप्रैल महिला 25 मीटर एयर राइफल स्वर्ण
10 ओम मीदरवल सोमवार, 11 अप्रैल पुरुषों की 50 मीटर पिस्तौल कांस्य
11 अंकुर मित्तल सोमवार, 11 अप्रैल पुरुषों की डबल ट्रैप कांस्य
12 श्रेयासी सिंह सोमवार, 11 अप्रैल महिलाओं की डबल ट्रैप स्वर्ण
13 तेजस्विनी सावंत शुक्रवार, 13  अप्रैल महिलाओं की 50 मीटर राइफल प्रोन रजत
14 अंजुम मुदगिल शुक्रवार, 13  अप्रैल महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन्स  रजत
15 अनीश शुक्रवार, 13  अप्रैल पुरुषों की 25 एम रैपिड फायर पिस्टल स्वर्ण
16 संजीव राजपूत शनिवार, 14 अप्रैल पुरुषों की 50 मीटर राइफल 3 पोजिशन्स स्वर्ण
टेबल टेनिस        
1 भारत सोमवार, 9 अप्रैल पुरूष टीम स्वर्ण
2 मनिका बत्रा शनिवार, 14 अप्रैल महिला एकल स्वर्ण
3 भारत रविवार, 8 अप्रैल महिला टीम स्वर्ण
4 अचंता शरत / ज्ञानसेकरन सथियान शनिवार, 14 अप्रैल पुरूष युगल रजत
5 मनिका बत्रा / दास मौमा शुक्रवार, 13 अप्रैल महिला युगल रजत
6 देसाई हरमीत / शेट्टी सानिल शंकर शनिवार, 14 अप्रैल पुरूष युगल कांस्य
7 शरत अचंता रविवार, 15 अप्रैल पुरूष एकल कांस्य
8 ज्ञानसेकरन सथियान / मनिका बत्रा रविवार, 15 अप्रैल मिक्स युगल कांस्य
बेडमिंटन    
1 साइना नेहवाल रविवार, 15 अप्रैल महिला एकल स्वर्ण
2 भारत सोमवार, 9 अप्रैल मिश्रित टीम स्पर्धा स्वर्ण
3 रैंकरेड्डी सात्विक / शेट्टी चिराग चंद्रशेखर रविवार, 15 अप्रैल पुरूष युगल रजत
4 श्रीकांत किदंबी रविवार, 15 अप्रैल पुरूष एकल रजत
5 वेंकट पुसरला रविवार, 15 अप्रैल महिला एकल रजत
6 रेड्डी एन. सिक्की / पोन्नप्पा अश्विनी शनिवार, 14 अप्रैल महिला युगल कांस्य
पैरा पावरलेफ्टिंग    
1 सचिन चौधरी गुरूवार, 10 अप्रैल पुरुषों का हैवीवेट वर्ग कांस्य
एथलेटिक्स    
1 नीरज चोपड़ा शनिवार, 14 अप्रैल पुरुष की भाला फेंक स्वर्ण
2 सीमा पुनिया गुरूवार, 12 अप्रैल महिला डिस्कस थ्रोओ रजत
3 नवजीत ढिल्लो गुरूवार, 12 अप्रैल महिला डिस्कस थ्रोओ कांस्य
रेसलिंग (कुश्ती)    
1 सुमित शनिवार, 14 अप्रैल पुरुष 125 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा स्वर्ण
2 राहुल अवेयर गुरूवार, 12 अप्रैल पुरुष 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा स्वर्ण
3 बजरंग शुक्रवार,13 अप्रैल पुरुष 65 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा स्वर्ण
4 सुशील कुमार गुरूवार, 12 अप्रैल पुरुष 74 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा स्वर्ण
5 विनेश शनिवार, 14 अप्रैल महिला 50 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा स्वर्ण
6 मौसम खत्री शुक्रवार,13 अप्रैल पुरुष 97 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा रजत
7 बबिता कुमारी गुरूवार, 12 अप्रैल महिलाओं की 53 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा रजत
8 पूजा ढांडा शुक्रवार,13 अप्रैल महिलाओं की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा रजत
9 सोमवीर शनिवार, 14 अप्रैल पुरुष 86 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा कांस्य
10 साक्षी मलिक शनिवार, 14 अप्रैल महिलाओं की 62 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा कांस्य
11 दिव्या काक्रान शुक्रवार,13 अप्रैल महिलाओं की 68 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा कांस्य
12 किरन गुरूवार, 12 अप्रैल महिलाओं की 76 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा कांस्य
बाक्सिंग    
1 गौरव सोलांकी शनिवार, 14 अप्रैल पुरूष 52 किग्रा स्वर्ण
2 विकास कृष्णा शनिवार, 14 अप्रैल पुरूष 75 किग्रा स्वर्ण
3 एमसी मैरी कॉम शनिवार, 14 अप्रैल महिला 45-48 किग्रा स्वर्ण
4 सतीश कुमार शनिवार, 14 अप्रैल पुरूष + 91 किग्रा रजत
5 अमित शनिवार, 14 अप्रैल पुरूष 46-49 किग्रा रजत
6 मनीष कौशिक शनिवार, 14 अप्रैल पुरूष 60 किग्रा रजत
7 मोहम्मद हुसमुद्दीन शुक्रवार, 13 अप्रैल पुरूष 56 किग्रा कांस्य
8 मनोज कुमार शुक्रवार, 13 अप्रैल पुरूष 69 किग्रा कांस्य
9 नमन तनवर शुक्रवार, 13 अप्रैल पुरुष 91 किग्रा कांस्य
स्कैश (खेल)    
1 जोशना चिनप्पा/ दीपिका पल्लीकल कार्तिक रविवार,15 अप्रैल महिला युगल रजत
2 दीपिका पल्लीकल कार्तिक/ सौरव घोषाल शनिवार, 14 अप्रैल मिक्स युगल रजत

इस मल्टी स्पोर्टिंग इवेंट (बहु खेल आयोजन) में विभिन्न देशों के खिलाड़ियों के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती हैं, प्रत्येक चार साल बाद राष्ट्रमंडल खेलों का स्थान बदल दिया जाता है और इस साल ऑस्ट्रेलिया, गोल्ड कोस्ट सिटी में खेल आयोजन की मेजबानी करने जा रहा है। भारत, जिसने 2010 में पहली बार राष्ट्रमंडल खेल (कॉमनवेल्थ गेम्स) की मेजबानी की थी और पिछले दो राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।

इस साल भी भारतीय दल अपने पदक जीतने वाले प्रदर्शन के साथ अपने देशवासियों को गौरवान्वित करने की कोशिश करेंगे। हालांकि, आगामी खेलों के लिए भारतीय दल मजबूत दिखाई दे रहा है, लेकिन यहाँ विभिन्न खेलों से कुछ खिलाड़ी (एथलीट) हैं, जो प्रतिष्ठित पदक का दावा करने के लिए तैयार हैं। यहाँ उन खिलाड़ियो की सूची दी गई है जो अपने से संबंधित खेल में पदक प्राप्त करने के लिए निश्चित तौर पर तैयार दिखाई दे रहे हैं:

साक्षी मलिक, कुश्ती

ओलंपिक कांस्य पदक विजेता, साक्षी मलिक ने देश को ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों और रियो ओलंपिक में अपने प्रदर्शन के साथ गौरवान्वित किया है। हरियाण की पहलवान ने कुश्ती के दृश्य को ही बदल दिया, जब 2014 के ग्लासगो खेलों में रजत पदक हासिल कर लिया था और उसके बाद नाइजीरिया के अमीनत अदानी से फाइनल मुकाबला में हार गईं थी।

राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी सफलता के बाद, साक्षी ने 2015 में दोहा में आयोजित एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। 2016 के रियो गेम्स में साक्षी युवा पेशेवर के रूप में सुर्खियों में आईं थीं, जब भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने किर्गिज़स्तान की एसिलू टायनीबेकोवा को हराने के बाद शानदार वापसी की और ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं।

दिल्ली में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने के बाद 25 वर्षीय साक्षी मलिक अपने कंधों पर जिम्मेदारी लेते हुए सकारात्मक गति से खेल में आगे बढ़ रही हैं। यह महिला पहलवान, चार साल पहले ग्लासगो में अपने शानदार प्रदर्शन की तरह स्वर्ण पदक जीतने की भरपूर कोशिश करेगी।

किदंबी श्रीकांत, बैडमिंटन

आंध्र प्रदेश के बैडमिंटन खिलाड़ी किदंबी श्रीकांत ने चीनी, जापानी और कोरियाई बैडमिंटन खिलाड़ियों के वर्चस्व को चुनौती देने के लिए निश्चित रूप से बैटमिंटन के क्षेत्र में अपनी पकड़ बना ली है। राष्ट्रमंडल खेलों में 21 वर्षीय एक युवा बैडमिंटन खिलाड़ी किदंबी श्रीकांत का पहला प्रदर्शन चार साल पहले ग्लासगो में हुआ था, जब वह बैडमिंटन खिलाड़ियों के बीच अपना स्थान बनाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन असंतोषजनक रूप से श्रीकांत पहले दौर में हार गए थे।

इस चार साल की अवधि में, किदंबी श्रीकांत ने बैंडमिंटन के क्षेत्र में खुद को स्थापित कर लिया है, क्योंकि ग्लासगो खेलों में उनकी असफलता ने उन्हें (वर्ल्ड-बिटर) अन्य लोगों की तुलना में बेहतर बना दिया है। 2016 के रियो ओलंपिक में, यह भारतीय बैडमिंटन क्वार्टर फाइनल में पहुँचा, जहाँ वह कड़ी मेहनत के बाद भी चीन के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता लिन डैन से दो बार हार गए। तब से, पी. गोपीचंद ने किदंबी श्रीकांत को एक शानदार खिलाड़ी के रूप में उनका मार्गदर्शन और प्रशिक्षित किया गया है, जो अब बैडमिंटन खिलाड़ियों को चुनौती देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

किदंबी का हालिया दौरा कुछ ऐसा है, जो भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंदी को सावधान करेगी। किदंबी श्रीकांत ने 2017 में इतिहास रचा। किदंबी श्रीकांत इंडोनेशिया ओपन, ऑस्ट्रेलिया ओपन, डेनमार्क ओपन में क्वालीफाई करने के बाद चार सुपरसीरीज टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने और अंत में फ्रेंच ओपन खिताब जीता था। किदंबी श्रीकांत का सफर, ग्लासगो खेलों के पहले राउंड में चार सुपरसीरीज खिताब जीतने के लिए, शानदार रहा है। किदंबी श्रीकांत गोल्ड कास्ट सिटी गेम्स में पदक जीतकर राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी निराशा में सुधार करने की कोशिश करेगें।

जीतू राय, शूटिंग

जीतू राय का जन्म नेपाल में हुआ था, जबकि यह भारत में बस गए और भारतीय सेना में शामिल हो गए, जिसने इन्हें अपनी निशानेबाजी (शूटिंग) की क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच दिया। 2014 में, जीतू राय ने एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और आईएसएसएफ विश्व कप के दौरान 50 मीटर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कई पदक जीते थे।

जीतू राय ने 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक और क्वालीफिकेशन और फाइनल में सीडब्ल्यूजी रिकॉर्ड बनाकर ग्लासगो खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। जीतू राय को निराशा का सामना तब करना पड़ा, जब उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक के फाइनल में अंतिम स्थान प्राप्त किया, जीतू राय ने उस वर्ष आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में सुरक्षित रजत पदक हासिल किया। यह भारतीय निशानेबाज (शूटर) साउथर्न कास्ट सिटी आफ ऑस्ट्रेलिया में आयोजित होने वाली आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में ग्लासगो खेलों से बेहतर प्रदर्शन करके उपलब्धि हासिल करना चाहते हैं।

पी.वी. सिंधु, बैडमिंटन

ग्लासगो में पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक विजेता, पी.वी. सिंधु ने ग्लासगो खेलों में कांस्य पदक जीतने के बाद साइना नेहवाल को पीछे छोड़ दिया है। 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों के बाद से इस भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी का तीसरे नंबर की खिलाड़ी बनने का सफर अविश्वसनीय रहा है।

पी.वी. सिंधु ने कोपेनहेगन मे आयोजित विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था। सिंधु ने रियो ओलंपिक में, अंत तक शानदार प्रदर्शन करके, बैडमिंटन में रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रच दिया, फाइनल में सिंधु कैरोलिना मारिन से हार गईं थी।

पी.वी. सिंधु ने ओलंपिक के फाइनल में इंडिया ओपन सुपरसीरीज में कैरोलिना मारिन को हराकर अपनी हार का बदला लिया। उसी वर्ष, सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में एक रजत पदक जीता। पी.वी. सिंधु राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए गोल्ड कास्ट में अपना बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेगीं, भारत को पी. वी. सिंधु से स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद हैं।

नीरज चोपड़ा, जेवेलिन

पानीपत के 20 वर्षीय, नीरज चोपड़ा को जेवेलिन थ्रोअर (भाला फेंकने) को अपने पूर्व कोच गैरी कैल्वर्ट द्वारा “वन्स इन ए जनरेशन” खिलाड़ी के तौर पर सम्मानित किया गया है, जबकि पूर्व विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता और भारतीय खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज ने उन्हें एक होनहार प्रतिभाशाली युवा के रूप में सम्मानित किया।

नीरज चोपड़ा अपने कौशल को तेज करने और गोल्ड कोस्ट की स्थिति के हिसाब से खुद को ढाल रहे हैं, क्योंकि वह राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए पदक लाने की उम्मीद कर रहे हैं। नीरज चोपड़ा के पिछले साल के बेहतर प्रदर्शन ने उन्हें गोल्ड कोस्ट गेम्स के लिए भारतीय खिलाड़ियों के दल का एक हिस्सा बना दिया है, नीरज चोपड़ा ने निश्चित रूप से खेल के अभिजात वर्गों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपनी वंशावली को साबित किया है।

सैखोम मीराबाई चानू

ग्लासगो में पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय महिला वेटलिफ्टर सैखोम मीराबाई चानू ने 48 किलो वजन श्रेणी में रजत पदक जीता था। मणिपुर में जन्मी सैखोम मीराबाई चानू इस वर्ष गोल्ड कोस्ट सिटी आस्ट्रेलिया के राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने जा रही हैं।

सैखोम मीराबाई चानू रियो ओलंपिक में फाइनल के लिए योग्य थी, लेकिन फाइनल में तृतीय वेटलिफ्टर में से एक में भी सफलता दर्ज करने में विफल रही। 2017 में, चानू ने कैलिफोर्निया, यूएसए में वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में फाइनल के दौरान, 194 किलोग्राम वजन उठाकर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया। गोल्ड कोस्ट गेम के दौरान, मीराबाई चानू अपने सभी महत्वपूर्ण रजत पदक को स्वर्ण पदक में परिवर्तित करके बेहतर बनाने की कोशिश करेगी।

गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए भारतीय खिलाड़ियों का दल सबसे मजबूत है, हमेशा की तरह 220 एथलीट 14 अलग-अलग खेलों में भाग लेंगे, खिलाड़ी राष्ट्रमंडल खेलों के जरिए अपने देश को गौरवान्वित करने की कोशिश करेगें।

ऊपर उल्लेख किए गए अलग-अलग खिलाड़ियों के अलावा, 2010 में दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों के पदक सुरक्षित करने और पदक प्राप्त करने के लिए अन्य व्यक्तियों और टीमों को भी शामिल किया गया है, जो अब तक के सर्वश्रेष्ठ पदक गणनाओं में से है, जिसे भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में अभी तक प्राप्त किया है।

सारांश
लेख का नाम – गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018

लेखक का नाम – वैभव चक्रवर्ती

विवरण – गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स 2018, 5 अप्रैल से शुरु होकर 15 अप्रैल तक चलेंगे, जबकि उद्घाटन समारोह एक दिन पहले 4 अप्रैल को होगा।