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भारत के 10 यात्रा करने योग्य राष्ट्रीय उद्यान

November 20, 2017
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भारत के 10 यात्रा करने योग्य राष्ट्रीय उद्यान

भारत विभिन्न प्रकार की विदेशी प्रजातियों और अद्वितीय जीव-जंतुओं और वनस्पतियों का घर है और जिसके परिणाम स्वरूप भारत को प्रकृति प्रेमियों के लिए सबसे अनुकूल स्थानों में से एक माना जाता है। देश की लंबाई और चौड़ाई के साथ में विभिन्न अद्भुत राष्ट्रीय उद्यान स्थित हैं, जहाँ दुर्लभ जानवर और विभिन्न वनस्पतियाँ पाई जाती हैं, जो केवल भारत में ही देखने को मिलती हैं। यहाँ हम आपके लिए दस राष्ट्रीय उद्यानों (नेशनल पार्कों) की पेशकश करते हैं, जो अपने अद्भुत सौंदर्य और अद्भुत वन्य जीव-जंतुओं के लिए विख्यात हैं

1.जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान

भारत का सबसे प्राचीन राष्ट्रीय उद्यान जिम कॉर्बेट है, जो नैनीताल, उत्तराखंड में स्थित है। यह उद्यान वर्ष 1936 में जिम कॉर्बेट द्वारा स्थापित किया गया था, जो पहले एक पशु शिकारी थे, लेकिन बाद में वह संरक्षणवादी बन गए थे। यह उद्यान 520.8 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को आच्छादित किए हुए है और इस उद्यान में लगभग 488 प्रजातियों के पौधों के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के जीव-जंतु निवास करते हैं। यहाँ बंगाल टाइगर, तेंदुआ, काकड़ (छोटा हिरण), स्लॉथ और भारतीय भूरे रंग का नेवला आदि जीव-जंतु पाए जाते हैं। जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा का सबसे अच्छा समय नवंबर से जून तक का है।

2.काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान 430 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तारित है और यह असम के नगाँव और गोलघाट जिले में स्थित है। यह राष्ट्रीय उद्यान, जिसे विश्व विरासत स्थल माना जाता है, अपने एक सींग वाले गैंडों के लिए प्रसिद्ध है। यह अनुमान लगाया गया है कि वर्तमान में इस उद्यान में लगभग 2,401 गैंडे हैं। काजीरंगा उद्यानको वर्ष 2006 में बाघों के उच्च घनत्व के कारण टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। यहाँ पाए जाने वाले कुछ अन्य जानवर जंगली एशियाई जलीय भैंस, बारहसिंगा, बंगाल टाइगर, बंगाली लोमड़ी, सुस्त भालू आदि हैं। सर्दियों के समय में यहाँ कई प्रवासी पक्षी भी देखने को मिलते हैं और इसलिए इस उद्यान को पक्षियों के प्रेमियों के लिए स्वर्ग माना जाता है। इस उद्यान की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय नवंबर और अप्रैल के बीच के महीनों का है।

3.गिर वन राष्ट्रीय उद्यान

गिर वन राष्ट्रीय उद्यान निश्चित रूप से एशियाई शेरों की मातृभूमि है। यह राष्ट्रीय उद्यान गुजरात में स्थित है और लगभग 1,412 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तारित है। यह नवाबों के शिकार करने का क्षेत्रथा, लेकिन समय पर एशियाई शेरों का अत्यधिक मात्रा में शिकार होने के कारण इनकी संख्या में भारी गिरावट आ गई थी, जिसके चलते इस क्षेत्र को एक अभयारण्य में तब्दील कर दिया गया था। वर्ष 2015 में, इस उद्यान में एशियाई शेरों की संख्या लगभग 523 आँकी गई थी। यहाँ आगंतुक भारतीय तेंदुए, भारतीय कोबरा, चीतल, चार-सींग वाले हिरन आदि जैसे कुछ जानवरों को भी देख सकते हैं। इस उद्यान में आगंतुकों के लिए नियमित रूप से सफारी जीप (जिप्सी) का भी आयोजन किया जाता है। राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण करने का सबसे उचित समय दिसंबर और मार्च के बीच के महीनों का है।

4.रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान में स्थित है और यह 392 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को आच्छादित किए हुए है। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान बंगाल टाइगर के कारण बेहद लोकप्रिय है। हालाँकि, इसमें नीलगाय, भारतीय तेंदुआ, सुस्त भालू, धारीदार लकड़ बग्धा, सूअर, सांभर (हिरन की प्रजाति), मगरमच्छ आदि जैसी अन्य विदेशी प्रजातियाँ हैं। राष्ट्रीय उद्यान सवाईं माधोपुर जिले में स्थित है और यह जयपुर से करीब 140 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व दिशा में है। इस उद्यान का भ्रमण करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई तक का माना जाता है।

5.सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान

सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल राज्य में स्थित है और यह सुंदरवन आरक्षित वन से जुड़ा हुआ है, जो बांग्लादेश का हिस्सा है। वन (जंगल) 1330.12 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तारित है और यह बंगाल टाइगरों का सबसे बड़ा संग्रहकर्ता है। वर्ष 1987 में इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया था। बंगाल टाइगर के अलावा इस उद्यान में खारे पानी के मगरमच्छ, तेंदुए समान बिल्ली, सूअर, लोमड़ी और कछुआ आदि जैसे जानवर निवास करते हैं। हालाँकि, पर्यटकों के लिए उद्यान सितंबर से मार्च तक खुला रहता है, लेकिन यहाँ आने का सबसे अच्छा समय दिसंबर और फरवरी के बीच के महीनों का है।

6.सारिस्का राष्ट्रीय उद्यान

सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है और यह उद्यान 866 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तारित है। राष्ट्रीय उद्यान बंगाल टारगरों और भारतीय तेंदुए, जंगली बिल्लियों, धारीदार लकड़बग्घा, लंगूर और जंगली सूअर आदि जैसे अन्य जानवरों के निवास-स्थान के रूप में जाना जाता है। यह अलवर राज्य का शिकार मैदान था, लेकिन इसे वर्ष 1955 में वन्य जीव आरक्षित और वर्ष 1982 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया था। इस उद्यान का भ्रमण करने का उचित समय अक्टूबर से जून तक का है, क्योंकि इस समय आप आसानी से इन आराध्य प्राणियों को खुले आसमान के नीचे घूमते हुए देख सकते हैं।

7.कान्हा राष्ट्रीय उद्यान

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मुख्य रूप से टाइगर रिजर्व है। यह उद्यान 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को आच्छादित करने के कारण मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है। इस उद्यान के बंगाल टाइगर, सुस्त भालू, भारतीय तेंदुए और जंगली कुत्ते आदि जैसे प्रकृति के चमत्कारों को देखने के लिए पूरे देश से पर्यटक आते हैं। वर्ष 1955 में स्थापित यह उद्यान एक सक्रिय पर्यटन स्थल रहा है और अब यह उद्यान ‘पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध उद्यानों’ की शीर्ष 10 की सूची में शुमार हो गया है। दिलचस्प बात यह है कि यह उद्यान रुडयार्ड किपलिंग के उपन्यास, द जंगल बुक का प्रेरणा स्रोत भी है। इस राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण करने का सबसे अच्छा समय नवंबर से जून का है।

8.पेरियार राष्ट्रीय उद्यान

पेरियार राष्ट्रीय उद्यान 305 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तारित है और यह उद्यान केरल के तेक्कडी के पास स्थित है। इस उद्यान की स्थापना वर्ष 1982 में की गई थी और इसमें बड़ी संख्या में चंदन, बरगद, सागौन और पवित्र अंजीर आदि जैसे पेड़ हैं। यह उद्यान बंगाल टाइगर, हाथी, गौर, जंगली सुअर, सांभर, जंगली बिल्ली और उड़ने वाली गिलहरी आदि जैसे जीव जंतुओं का निवास-स्थान है। निस्संदेह पर्यटक, लोकप्रिय पर्यटन स्थल पे रियार राष्ट्रीय उद्यान का सितंबर और अप्रैल के बीच के महीनों में सबसे अधिक दौरा करते हैं।

9.मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान

मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान तमिलनाडु में स्थित है। इस उद्यान की स्थापना वर्ष 1940 में हुई थी और यह 321 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को आच्छादित किए हुएहै। यह उद्यान, जो कि टाइगर रिजर्व भी है, पर्यटकों को कई लुप्तप्राय और संवेदन शील प्रजातियों को देखने के अवसर प्रदान करता है। मुदमुलाई राष्ट्रीय उद्यान में बंगाल टाइगर, भारतीय तेंदुए, भारतीय हाथी और गौर आदि जैसे जीव-जंतु वास करते हैं। यह उद्यान 266 प्रजातियों के पक्षियों का घरभी है। यहाँ विशालकाय गिद्ध और भारतीय सफेद धारियों वाले गिद्ध भी देखने को मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि वर्तमान में इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया है। मुदुमलाई राष्ट्रीय उद्यान का दौरा करने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से अक्टूबर तक का है।

10.बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश में स्थित है और इसकी स्थापना वर्ष 1968 में की गई थी। यह उद्यान लगभग 105 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में विस्तारित है। यह उद्यान बड़ी संख्या में तेंदुआ और हिरन के साथ-साथ कई अद्भुत प्रजातियों के ‘विचरण करने की भूमि’ होने का दावा करता है। प्रभावशाली रूप से, यह देश के अन्य उद्यानों की तुलना में बाघ की संख्या का सबसे अधिक घनत्व वाला उद्यान है। यहाँ अन्य जानवरों में सुस्त भालू, सियार और कई प्रकार के पक्षी भी देखने को मिल सकते हैं। बांधवगढ़ राष्ट्रीय  उद्यान का दौरा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और जून के बीच के महीनों का है।