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गोवा कार्निवाल 2018 – मनोरंजन और खेलकूद प्रतियोगिता

February 5, 2018
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गोवा कार्निवाल 2018 – मनोरंजन और खेलकूद प्रतियोगिता

क्या आप रोज-रोज की भागदौड़ भरी जिंदगी से ऊब या थक गए है? क्या आप अपने दोस्तों के साथ कुछ समय बिताने और लंबी छुट्टी पर जाने की योजना बना रहे हैं लेकिन छुट्टी न मिल पाने के कारण ऐसा करने में असमर्थ हैं? तो मैं आपको इस साल गोवा जाने और “गोवा कार्निवाल” में भाग लेने का सुझाव दे रही हूँ। गोवा कार्निवाल एक त्यौहार है जो 4 दिनों तक मनाया जाता है। इस साल यह त्यौहार 10 फरवरी से शुरू होकर 13 फरवरी को समाप्त होगा।

गोवा कार्निवाल के बारे में और जाने-

500 वर्षों तक गोवा पर पुर्तगालियों ने शासन किया था। पुर्तगाली शासकों के अंत के बाद गोवा कार्निवाल का पतन हो गया था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इसमें फिर से लोकप्रियता देखी गई है। यह त्यौहार राज्य में सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। वैलेंटाइन के सप्ताह में पूरे विश्व के पर्यटक गोवा में इस कार्निवाल में भाग लेने आते हैं। इस समय गोवा की सड़कें रंगीन दिखाई देती हैं क्योंकि लोग अपने घरों, दुकानों और अपने पड़ोस के स्थानों तथा वस्तुओं को सजाते हैं। खेलकूद, मद्यपान और मौजमस्ती आदि कुछ ऐसे क्रिया-कलाप हैं, जो कार्निवाल को पर्यटकों के लिए और अधिक आनंददायक बनाते हैं।

इस चार-दिवसीय कार्निवाल में मौजमस्ती करें और मजे लें। वहाँ की नृत्य मंडलियां, मुखौटा पहने हुए लोग और कार्निवाल में खूबसूरती से डिजाइन किए गए रंगीन वस्त्रों को पहनने का तरीका आदि कुछ ऐसी चीजें हैं जो इस कार्निवाल को और अधिक मजेदार बनाते हैं। यहाँ पर आमतौर पर मादक संगीतमय प्रस्तुतियों का सजीव प्रदर्शन किया जाता हैं। इसके अलावा यहाँ पर कुछ खेल और नौका दौड़ प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाता है।

 गोवा कार्निवाल में क्या है देखने योग्य?

कार्निवाल फ्लोट यात्रा

फ्लोट (एक विशेष प्रकार से सजाया गया वाहन) गोवा कार्निवाल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इसमें फ्लोट को खूबसूरती से सजाया जाता है और उसे थीम के अनुसार तैयार किया जाता है। इन पर बनाई जाने वाली थीमों का मुख्य विषय यहाँ की परंपराएं, वर्तमान मामले या पारिस्थितिकी होता है। फ्लोट के साथ आमतौर पर नर्तकियों द्वारा नृत्य भी पेश किया जाता है।

गोवा सरकार द्वारा फ्लोट यात्रा का प्रबंधन किया जाता है। कार्निवाल 2018 में सरकार ने फ्लोट यात्रा के लिए पुरस्कार राशि में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है। सभी प्रमुख शहरों में फ्लोट यात्रा का नेतृत्व राजा मोमो द्वारा किया जाता है। हर साल कार्निवाल के दौरान राज्य के एक व्यक्ति को “राजा मोमो” के रूप में यात्रा का नेतृत्व करने के लिए चुना जाता है, जो कार्निवाल के दौरान राजा के रूप में अभिनय करता है। सिर्फ इसी व्यक्ति के द्वारा संपूर्ण राज्य में आयोजित फ्लोट यात्रा का नेतृत्व किया जाता है। राजा मोमो एक विशेष रूप से सजाए गए फ्लोट पर यात्रा करता है जिसमें खाने, पीने और मौजमस्ती करने के लिए संपूर्ण व्यवस्था की जाती है। 2018 में दक्षिण गोवा जिले के उतोर्दा गाँव से ब्रूनो अजेरीडो को राजा मोमो की भूमिका निभाने के लिए चुना गया है, इसी के द्वारा इस साल फ्लोट यात्रा का नेतृत्व भी किया जाएगा।

फ्लोट यात्रा के लिए चार शहरों का चयन किया गया है और यात्रा की तिथियों को भी पहले से ही सुनिश्चित कर दिया गया है।

ये शहर इस प्रकार हैः

  • पंजिम – 10 फरवरी
  • मडगाँव- 11 फरवरी
  • वास्को – 12 फरवरी
  • म्हापसा (मापुसा) – 13 फरवरी

अन्य स्थानों पर भी कार्निवाल यात्रा का आयोजन किया जाएगा, इनमें यह स्थान शामिल हैं-

  • पोण्डा
  • परनेम
  • कुरचोरेम

सड़कों और बाजारों की सजावट

नृत्य और संगीत मंडलियों (म्यूजिक बैंडों) के साथ यहाँ की सड़कें जीवित हो उठती हैं, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक सड़कों की इस जीवंतता के गवाह हैं। इसमें आप गोवा की संस्कृति, परंपरा और व्यंजनों का एक विशाल प्रदर्शन देख सकते हैं। कार्निवाल के ये चार दिन उल्लास और मौज-मस्ती से भरे हुए होते हैं और लोग इसका भरपूर मजा लेते हैं। राज्य का पर्यटन विभाग कार्निवाल में सक्रिय रूप से शामिल रहता है। इस उत्सव के आखिरी दिन को किसी भी हाल में नहीं छोड़ना चाहिए। कार्निवाल के समापन पर एक प्रसिद्ध काले और लाल नृत्य का आयोजन किया जाता है जो वाकई में देखने लायक होता है।

लोगों के बीच एकता की भावना

कार्निवाल के दौरान आयोजित उत्सवों में भाग लेने के लिए पूरे भारत और दुनिया के लोग गोवा आते हैं। गोवा कार्निवाल मुख्यरूप से ईसाईयों का त्यौहार है लेकिन भारत और विश्वभर के लोग गोवा में इस त्यौहार को एक साथ मनाते हैं। वे इस जगह पर आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं या उनके दर्शक बनते हैं, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति की इसमें सक्रिय भागीदारी अवश्य होती है।