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खारी बावली: एशिया का सबसे बड़ा थोक मसाला बाजार

February 21, 2018
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हम में से बहुत से लोग दिल्ली शहर के निवासी हो सकते हैं और कई अन्य लोगों के लिए, यह शहर रोजगार देने वाला भी हो सकता है। चाहे कोई इस शहर का रहने वाला हो या अक्सर यहाँ आने वाले आगंतुक हो, सभी लोग इस शहर से बारीकी से परिचित होने का दावा करते हैं। हालांकि, दिल्ली का वास्तविक आकर्षण इस तथ्य में निहित है कि कोई भी व्यक्ति इस शहर को कभी भी पूरी तरह से जान नहीं सका है। दिल्ली में गोपनीय सजीली दुकानों की एक व्यूह-रचना है जो इस जगह को रहस्यमय तरीके से और भी दिलचस्प बनाती हैं। खारी बावली नामक छोटी सी सड़क का अपना भी एक ऐसा ही अद्भुत आनंद है। कई लोग इस तथ्य से अवगत नहीं है कि दिल्ली का यह छोटा सा क्षेत्र एशिया का सबसे बड़ा थोक मसाला बाजार है।

इतिहास

17 वीं शताब्दी से प्रचलित खारी बावली बाजार, पुरानी दिल्ली के ऐतिहासिक क्षेत्र फतेहपुरी मस्जिद के निकट स्थित है। खारी बावली में सीढ़ीदार कुएं के निर्माण की शुरुआत शेरशाह सूरी के पुत्र सलीम शाह के शासनकाल के दौरान हुई थी। इस फतेहपुरी मस्जिद का निर्माण सन् 1650 में फतेहपुरी बेगम द्वारा करवाया गया था, जो मुगल बादशाह शाहजहाँ की बीवियों में से एक थीं। सलीम शाह के शासनकाल के दौरान ही इस बाजार को खारी बावली के रूप में जाना जाने लगा, जिसका मतलब खारे पानी का सीढ़ीदार कुआँ (बावली का अर्थ कुआँ और खारी का अर्थ खारे पानी से) है। दुर्भाग्यवश, वर्तमान समय में सीढ़ीदार कुएं का कोई भी निशान नहीं पाया जा सकता है।

बाजार क्या पेशकश करता है?

आज भी यहाँ की बहुत सारी दुकानें इस बाजार के संस्थापकों की नौवीं या दसवीं पीढ़ी (जनरेशन) के द्वारा चलाई जा रही हैं। खारी बावली न केवल एशिया का सबसे बड़ा थोक मसाला बाजार बन गया है बल्कि इसे उत्तरी भारत का एक सबसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक केंद्र भी माना जाता है। यहाँ पर व्यापारी और दुकानदार, मसालों (स्थानीय और विदेशी दोनों), सूखे मेवों और अन्य वस्तुओं को सबसे सस्ते दामों व अच्छे सौदे के रूप में खरीदने के लिए आ सकते हैं। यहाँ मिर्च, अशुद्धीकृत गुलाबी नमक, काला नमक, दालें, चावल, जड़ी-बूटी, मेवे और विविध आकार और रंगों के अनाज जैसे कुछ विशेष मसाले भी मिलते हैं। यहाँ कुछ व्यापारियों के पास अफगानिस्तान और कश्मीर से खरीदे गए सूखे आलूबुखारे, सूखे शहतूत और सूखे बेर भी मिलते हैं। कहीं न कहीं आप इस बाजार के बीच में खोया और गुड़ की भी कुछ दुकानें देखने को मिलेगीं।

खारी बावली बाजार सिर्फ थोक बाजार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह पर्यटकों को आकर्षित लगने वाला एक स्थान भी बन गया है। निश्चित रूप से यह उच्चकोटि का बाजार है और यहाँ पर हर जगह सदियों से बेचे जाने वाले विभिन्न मसालों की खुशबू आती रहती है। यहाँ की हर वस्तु आँखों को बहुत अधिक आकर्षित करती है और उन्हें खरीदने के लिए लालायित करती रहती है। भारतीय मसालों को खरीदने के लिए हजारों पर्यटकों को इस बाजार में देखा जा सकता है।

स्थान                         : लाल किले के पास, पुरानी दिल्ली-6
निकटतम मेट्रो                  : चांदनी चौक
खुलने का समय                 : सुबह 10 बजे से रात्रि 9 बजे तक
यूनाइटेड स्टेट्स फार्माकोपिया (यूएसपी) : मसाले

यहाँ के लोकप्रिय मसाले             : मसालें, मेवे, अनाज, चावल, सूखे बेर और शहतूत।