लुधियाना में महाराजा रणजीत सिंह युद्ध संग्रहालय
स्थान: जीटी रोड, लुधियाना, पंजाब
पंजाब राज्य के सबसे बड़े शहर लुधियाना में देखने वाली सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक है – महाराजा रणजीत सिंह युद्ध संग्रहालय। चार एकड़ के क्षेत्र में फैला, यह संग्रहालय वर्ष 1999 में अस्तित्व में आया। पंजाब सरकार ने उन साहसी सैनिकों को श्रद्धांजलि के तौर पर संग्रहालय का निर्माण करवाया, जिन्होंने अब तक कई युद्धों और लड़ाईयों के दौरान संघर्ष किया और अपनी जान गंवा दी। अंतर्राष्ट्रीय मानकों के साथ संग्रहालय को बनाए रखना पंजाब सरकार का मुख्य केंद्र-बिंदु था।
लुधियाना में जीटी रोड पर स्थित, महाराजा रणजीत सिंह युद्ध संग्रहालय न केवल सैनिकों को श्रद्धांजलि देता है बल्कि देश की रक्षा के बारे में भारत के नागरिकों को शिक्षित करता है। जैसे ही आप संग्रहालय में प्रवेश करते हैं, महाराजा रणजीत सिंह की गर्व से सिंहासन पर बैठी एक शानदार मूर्ति आप का स्वागत करती है। इसमें प्राचीन इतिहास गैलरी, पोस्ट स्वतंत्रता (स्वतंत्रता के बाद का इतिहास) इतिहास गैलरी, युद्ध नायक की गैलरी, वायु सेना और नौसेना गैलरी जैसे विभिन्न भागों के प्रदर्शन के साथ 12 गैलरियाँ हैं। मुख्य हॉल पंजाब के विभिन्न चक्र विजेता, चीफ मार्शल, जनरलों और एडमिरल्स की तस्वीरें प्रदर्शित करता है। दो शानदार लॉन में नौसेना, थल सेना और वायु सेना की ट्राफियाँ प्रदर्शित हैं।
इस संग्रहालय का एक प्रमुख आकर्षण लाइट और साउंड शो है, जो आजादी के युद्ध की कहानी और पंजाब के वीर सैनिकों की भूमिका का वर्णन करता हैं। यह शो लोगों के बीच राष्ट्रवाद की भावना भी पैदा करता है। इस संग्रहालय के आसपास युद्ध में उपयोग की जाने वाली तोपों की संख्या, विमान विरोधी बंदूकें, पुराने सुखोई और आईएनएस विक्रांत मॉडल आदि आगंतुकों के देखने के लिए रखे गए हैं। स्वतंत्रता की यादों को अमर बनाने के लिए पंजाब सरकार महाराजा रणजीत सिंह युद्ध संग्रहालय के रख रखाव के लिए बहुत अधिक धन खर्च कर रही है। इतनी ईमानदारी से किया जा रहा प्रयास निश्चित रूप से इस सम्माननीय संग्रहालय की यात्रा के लिए हमें प्रेरित करता है।
समय: सुबह 9.30 बजे से शाम 5 बजे तक
(सोमवार के दिन बंद रहता है)
प्रवेश शुल्क: 40 रुपये (प्रति वयस्क), 20 रुपये (प्रति बच्चा)
(5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए मुफ्त)