चेन्नई का कंडास्वामी मंदिर मदुरंकटम से 29 किमीण् दूर चैयूर में स्थित है। आप चेन्नई से इस मंदिर तक बसए रेल या सड़क से पहुंच सकते हैं। चैयूर से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन चैंगलपट्टू है। यहां से टैक्सी उपलब्ध रहती है। मदुरंकटम से लगातार निजी कैब और बसें चलती हैं।
चैयूर गांव वीरा
राजेन्द्र चोला और कुलोथंगन.तृतीय के शासन काल में बना। इन शासकों ने इस गांव को बसाने के अलावा तीन मंदिर भी बनाएए जिसमें चेन्नई का कंडास्वामी मंदिर सबसे मशहूर है। अन्य दो मंदिर भगवान शिव और करिया मनिका पेरुमल के हैं।
चेन्नई का कंडास्वामी मंदिर शिव और विष्णु मंदिर के बीच में स्थित है। भगवान कंडास्वामी या शिवए मंदिर के मुख्य देवता हैं। इसके अलावा जो अन्य मंदिर यहां हैं:
- भगवान सोमेस्वर
- देवी मीनाक्षी
- मुथुकुमारस्वामीए जो कि समहारामूर्थी के नाम से भी जाने जाते हैं।
यहां कई अन्य देवता भी हैंए जैसे विनायकए दक्षिणमूर्थी और चांदहकेस्वार। भगवान शिव के बेटे माने जाने वाले भगवान मुर्गा का भी मंदिर यहां है। भगवान मुर्गा को यहां पांच अलग अलग मुद्राओं में देखा जा सकता है। इन मुद्राओं को विशिष्ट नामों से जाना जाता है जैसे:
- नृत्य स्कंदर
- ब्रहम सस्था
- बालस्कंदर
- सिवागुरुंथर
- पुलिंथर
चेन्नई का कंडास्वामी मंदिर अलग अलग मुद्राओं के खड़े पात्रों से पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस मंदिर में मात्र देवता ही नहीं हैंए यहां कज़हुकुंद्रन का चित्र भी है जिसने 1521 ईस्वी में एक अद्भुत रथ बनाया था। जिसे स्कंद सस्थी त्यौहार के दौरान उपयोग किया जाता है।
चेन्नई का कंडास्वामी मंदिर चेन्नई और उसके आस पास के क्षेत्र का बहुत प्रसिद्ध मंदिर है।
अंतिम संशोधन : नवंबर 7, 2014