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आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम)

August 23, 2018
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आयुष्मान भारत - राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम)

भारत ने पिछले तीस सालों में महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य उपलब्धियाँ हासिल की हैं और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में हो रही प्रगति का साक्षी बना है। भारत के स्वास्थ्य उद्योगों को सबसे तेजी से बढ़ने वाले उद्योगों में गिना जाता है, जिसे वर्ष 2020 तक इसके 280 अरब डॉलर तक पहुँचने की संभावना है।

यहाँ तक कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में इतना सब कुछ हासिल होने के बाद भी, इस क्षेत्र में अभी भी ऐसी बहुत सी कमियां है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। यह अभी भी उच्च चिकित्सा व्यय, औसत स्वास्थ्य बीमा, शहरी और ग्रामीण दोनों आबादी के लिए कम वित्तीय सुरक्षा द्वारा विशिष्ट है। यह एक ऐसी चिंताजनक स्थिति है जिसमें 62.58 प्रतिशत लोगों को बड़े पैमाने पर चिकित्सा खर्च के लिए अपनी जेब से धन खर्च करना पड़ता है और यह किसी भी स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के दायरे से बाहर है। बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए इन लोगों को या तो अपनी संपत्ति बेचनी पड़ती है या कर्ज लेना पड़ता है, जो 4.6 प्रतिशत जनसंख्या को गरीबी रेखा से नीचे पहुँचा देता है।

भारत सरकार ने लोगों को पूर्ण और कुशल स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित कराने के लिए ‘आयुष्मान भारत योजना-राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना’ जैसी महत्वाकांक्षी चिकित्सा योजना पर विचार किया है। यह योजना गरीब और कमजोर वर्गों से धन संबंधी समस्याओं को कम करेगी, गरीबों की वर्तमान स्थिति में सुधार करेगी और उन्हें स्वास्थ्य बीमा के रूप में अच्छी चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेगी। इस योजना की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर की गई थी और यह योजना 25 सितंबर 2018 को लॉन्च की जाएगी। इस योजना को ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान’ और ‘मोदीकेयर’ के नाम से भी जाना जाता है।

आयुष्मान भारत-राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन क्या है?

आयुष्मान भारत योजना, भारत सरकार द्वारा सभी समावेशी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के क्षेत्रीय और आंशिक वितरण से स्थानांतरित करने का एक प्रयास है। यह एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है जो माध्यमिक और तृतीयक देखभाल के लिए अस्पताल में प्रत्येक वर्ष चयनित 10 करोड़ गरीब परिवारों (लाभार्थी) में से प्रत्येक को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करेगी। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा इस योजना में लगभग 1,354 चिकित्सा पैकेज शामिल हैं। इन पैकेजों में शल्य चिकित्सा प्रक्रियाएं और चिकित्सीय उपचार शामिल हैं जो दवाओं, परिवहन और नैदानिक खर्च से संबंधित हैं। यह योजना दो केंद्रीय सरकारी योजनाओं – वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योजना (एसआईआईएस) और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई) का एकीकरण है।

एबी-एनएचपीएम एक व्यापक पहल है जो 2022 में एक नया भारत (न्यू इंडिया) बनाने में मदद करेगी। इस योजना का कार्यान्वयन असाधारण पैमाने पर किया जाएगा और भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक मिसाल देने वाला परिवर्तन होगा।

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम) के उद्देश्य

आयुष्मान भारत योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना को पूरा करने के 2 मुख्य उद्देश्य हैं –

  1. गरीब, कमजोर परिवारों को व्यापक प्राथमिक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरे भारत में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की स्थापना।
  2. बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित आबादी का लगभग 40 प्रतिशत स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करना।

 

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम) के घटक

  1. लोगों की पहुँच के भीतर बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं को लाने के लिए पूरे देश में 1.5 लाख ‘स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों’ की स्थापना। ये केंद्र व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देख-रेख (सीपीएचसी) प्रदान करेंगी जिसमें शिशु देखभाल, मातृत्व देखभाल, गैर-संक्रमणीय बीमारियों का इलाज, मुफ्त दवाएं और नैदानिक सुविधाएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजापुर में इस साल 14 अप्रैल को पहला स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र लॉन्च किया था।
  2. राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एनएचपीएम) गरीब और वंचित परिवारों को स्वास्थ्य बीमा कवरेज दिया जाना है। उपरोक्त स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र आयुष्मान भारत के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करेंगे।

 

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम) की महत्वपूर्ण विशेषताएं

  • यह योजना प्रत्येक वर्ष हर परिवार को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर प्रदान करेगी।
  • इस योजना के तहत दिए गए चिकित्सा लाभ एसईसीसी डेटाबेस में वंचित मानदंडों पर आधारित होगा।
  • यह योजना पूरे देश में लागू है और इसके लाभार्थी भारत के किसी भी सार्वजनिक या निजी सूचीबद्ध अस्पतालों से कैशलेस स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं।
  • लाभार्थियों के इलाज के लिए भुगतान दरों का निर्धारण सरकार द्वारा लागत को नियंत्रित करने के लिए पहले से तय किया जाएगा।
  • एबी-एनएचपीएम का केंद्रीय सिद्धांत राज्यों के सहकारी संघवाद और अनुकूलन क्षमता को बढ़ावा देना है।
  • पात्रता प्राप्त परिवारों के सदस्यों को सूचीबद्ध अस्पतालों में इस योजना के लाभों का लाभ उठाने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित आधार कार्ड या अन्य आईडी लेना आवश्यक है।
  • आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन परिषद (एबी-एनएचपीएमसी) केंद्र और राज्यों के बीच नीतियों को बनाने और समन्वय को बढ़ावा देने के लिए अपॉजी (केन्द्र) में स्थापित की जाएगी। परिषद का नेतृत्व केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री करेंगे।
  • इस योजना को लागू करने वाले राज्यों में एक राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एसएचए) होगी।
  • इस योजना के कार्यान्वयन के लिए धन सीधे केंद्र सरकार द्वारा राज्य स्वास्थ्य एजेंसियों को समय-समय पर एस्क्रो खाते के माध्यम से स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
  • केंद्र सरकार पेपरलेस, कैशलेस लेनदेन में सहायता के लिए एनआईटीआई आयोग के सहयोग से एक मजबूत, मॉड्यूलर और एक्स्टेंसिबल आईटी मंच तैयार करेगी।

 

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम) के मुख्य लाभ और लाभार्थियों को प्राप्त होने वाले लाभ

  • इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को माध्यमिक और तृतीयक देखभाल प्रक्रियाओं के लिए 5 लाख रुपये की स्वास्थ्य सुरक्षा।
  • इस योजना में परिवार के संख्या, लाभार्थियों की उम्र या उनके लिंग से सम्बन्धित कोई प्रतिबंध नहीं।
  • इसमें बालिकाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता दी गयी है।
  • इस योजना के अन्तर्गत एसईसीसी डेटाबेस में मौजूदा वांछनीय परिवारों के सभी सदस्यों को आवश्यक रूप से सुविधा प्रदान कराई गई है।
  • इसके अन्तर्गत आने वाले वांछनीय परिवारों के लिए चिकित्सा उपचार निःशुल्क है।
  • सूचीबद्ध अस्पताल लाभार्थियों से इलाज के लिए अतिरिक्त पैसे की मांग नहीं कर सकते हैं।
  • लाभार्थियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं कागज रहित और नकदी रहित उपलब्ध।
  • लाभार्थियों के लिए उपलब्ध चिकित्सा पैकेजों की अच्छी राशि जिसमें सर्जरी, दवा और नैदानिक लागत और अन्य उपचार शामिल हैं।
  • वांछनीय उम्मीदवार पूरे भारत में इस योजना की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

 

स्वास्थ्य व्यवस्था से  लाभ

  • यह योजना निजी और सार्वजनिक अस्पतालों के माध्यम से गरीब और कमजोर परिवारों के सदस्यों को मुफ्त उत्तम गुणवत्ता वाली माध्यमिक और तृतीयक देखभाल सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराती है।
  • यह भारत के नागरिकों के स्वास्थ्य में सुधार करके भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करती है।
  • यह योजना सार्वजनिक क्षेत्र के स्वास्थ्य लक्ष्यों के साथ-साथ निजी क्षेत्र के विकास को भी संरेखित करेगी।
  • रोगी की स्थिति में सुधार।
  • यह ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में नए स्वास्थ्य तंत्र की स्थापना करने में मदद करने वाली है।
  • इससे गरीब और वंचित आबादी के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि होगा।
  • यह योजना आबादी की कार्यक्षमता और उत्पादकता में सुधार करेगी।

 

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन (एबी-एनएचपीएम) की कार्यान्वयन रणनीति

राष्ट्रीय स्तर पर: इस योजना का प्रबंधन करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आयुष्मान भारत-राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन एजेंसी (एबी-एनएचपीएमए) की स्थापना की गई है।

राज्य स्तर पर: इस योजना को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू करने के लिए प्रत्येक राज्य में राज्य स्वास्थ्य एजेंसी (एसएचए) बनाई जाएगी। यह एसएचए या तो सोसायटी / राज्य नोडल एजेंसी (एसएनए) / ट्रस्ट / अलाभकारी कंपनी या एक नई इकाई भी हो सकती है। राज्य या संघ शासित प्रदेश इस आयुष्मान भारत योजना को कंपनियों, समाज या ट्रस्ट के माध्यम से कार्यान्वयन कर सकते हैं। इस योजना में इस्तेमाल किए जाने वाले फंडों को सरकार द्वारा एस्क्रो खाते के माध्यम से स्थानांतरित किया जाएगा।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी (एनएचए)

राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी (एनएचए) 11 मई 2018 को स्थापित एक स्व-शासित संस्था है जिसका कार्य पूरे भारत में एबी-एनएचपीएम को प्रभावी ढंग से लागू करना है। यह एजेंसी सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत एक संस्था के रूप में पंजीकृत है। यह संस्था योजना की नीतियों और दिशानिर्देशों के निरूपण में मदद करेगी।  इसका प्रबंधन और कार्यान्वयन, इस योजना के बाहर आवर्ती, राज्य सरकारों के साथ समन्वय करना और पूरे देश में एबी-एनएचपीएम की निगरानी और देखरेख करना है। यह एजेंसी केंद्रीय और राज्य सरकारों, वैज्ञानिक जगत, नागरिक समाज, बीमा और वित्तीय एजेंसियों, राष्ट्रीय और विदेशी संगठनों और अन्य सहयोगियों के बीच एक संबध बनाने का कार्य करेगी।

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम) की उपलब्धता

वर्तमान में, “ट्रस्ट मॉडल” के आधार पर आयुष्मान भारत योजना का आयोजन 22 राज्यों में किया जाएगा। पंजाब, मुंबई, केरल, दिल्ली और कर्नाटक राज्य – अभी समिति में शामिल होने हैं। ओडिशा ने राज्य में इस योजना को लागू करने के विचार को अस्वीकार कर दिया है।

आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन (एबी-एनएचपीएम)

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन का लक्ष्य सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) के आंकड़ों के आधार पर 10.74 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों को लाभ पहुँचाना है। ये परिवार ग्रामीण और साथ ही साथ शहरी दोनों क्षेत्रों से होंगे।

आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन (एबी-एनएचपीएम) के लिए व्यय कौन करेगा?

इस योजना के लाभार्थियों को अपनी जेब से कुछ भी भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। चूंकि यह एक चिकित्सा बीमा योजना है, इसलिए प्रीमियम के भुगतान से संबंधित सभी खर्च सरकार द्वारा उठाए जाएंगे। इसे केंद्रीय मंत्रालय और राज्य सरकारों द्वारा वित्त मंत्रालय से निर्धारित एक निर्दिष्ट अनुपात में साझा किया जाएगा।

यदि बीमा कंपनियों के माध्यम से योजना का लाभ उठाया जाता है:

केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किए जाने वाले व्यय राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के बाजारों में, जहां योजना लागू होगी, प्रचलित समायोचित प्रीमियम दरों पर निर्भर है।

यदि संस्था/ सोसायटी के माध्यम से योजना का लाभ उठाया जाता है:

केंद्र सरकार द्वारा व्यय या तो वास्तविक व्यय या अधिकतम प्रीमियम की राशि, निश्चित अनुपात में जितना भी हो, पर आधारित होगा।

 

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आयुष्मान भारत - राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन (एबी-एनएचपीएम)
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भारत सरकार ने अपने लोगों को पूर्ण और कुशल स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी चिकित्सा योजना 'आयुष्मान भारत योजना-राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण योजना' लाने की सोची है।
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