ग्रीन टी के प्रकार, लाभ और दुष्प्रभाव
चाय और कॉफी का अत्याधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है क्योंकि यह आपके शरीर में कैफीन की मात्रा को बढ़ाती है और कैफीन के रूप में प्रयोग की जाने वाली चाय होती है, जो नियमित अंतराल पर सेवन के लिए प्रोत्साहित करती है। हाँ, हम ग्रीन टी के विषय पर चर्चा कर रहे हैं जो आज के युग में सबसे अधिक लोकप्रिय पेय है। क्या ग्रीन टी, अन्य चाय या पेय पदार्थों से बेहतर है? हम नीचे ग्रीन टी के प्रकार, लाभ, गुण, और दुष्प्रभाव की चर्चा करते हैं।
ग्रीन टी क्या है?
चीन और जापान में विकसित कैमलिया सीनेसिस की पत्तियों से ग्रीन टी तैयार की जाती है। ग्रीन टी की सबसे अच्छी गुणवत्ता यह है कि बनाने के दौरान पत्तियों में न्यूनतम ऑक्सीकरण होता है, इसलिए यह रासायनिक पदार्थों से रहित होती है और यह अपने स्वस्थ गुणों और लाभों को बरकरार रखती है।
ग्रीन टी की सामग्रियाँ और गुण
ग्रीन टी एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरिया गुणों से भरी होती है। ग्रीन टी की पत्तियों में अलग-अलग एंजाइम, कार्बोहाइड्रेट, खनिज पदार्थ, अमीनो एसिड, जैव-सक्रिय यौगिकों, लिपिड, स्टेरोल, संबंधित यौगिकों, पॉलीफेनोल और फ्लैनोल्स होते हैं, जो स्वास्थ्य संबंधी लाभ प्रदान करते हैं।
ग्रीन टी से स्वास्थ्य लाभ
दिल की सुरक्षा: ग्रीन टी में उपलब्ध एंटी-ऑक्सीडेंट खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करते है, जो रक्तचाप को कम करने और दिल की रक्षा करने में मदद करता हैं। यह हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के हेल्थ वॉच पत्रिका द्वारा किए गए एक अध्ययन में बताया गया था।
मस्तिष्क के क्रिया में वृद्धि: ग्रीन टी में मौजूद कैफीन, मस्तिष्क की कार्य पद्ति को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। कैफीन शरीर को उत्तेजित करने का कार्य करता है। ग्रीन टी में कैफीन सिर्फ एक प्रतिक्रिया उत्पन्न करती है, जो बिना किसी दुष्प्रभाव के अधिक मात्रा में उपयोग की जा सकती है। ग्रीन टी विभिन्न रूप से मस्तिष्क के विकास और मनोदशा को सुधारने में मदद करती है। कैफीन के साथ इसमें एमिनो एसिड, एल-थेनीन भी है, जो मस्तिष्क को विकसित करने में विशेष रूप से कुशल है।
वजन कम करने में सहायक: ग्रीन टी के सेवन का मुख्य कारण वजन कम करना है, इसलिए यह बहुत जल्द ही लोकप्रिय हो गई और वास्तव में वजन कम करने में इसका महत्वपूर्ण योगदान है। कैसे? ग्रीन टी अच्छी तरह से प्रभावी साबित हुई है जो शरीर के चयापचय को ठीक करने और कुछ हद तक वसा को नष्ट करने में मदद करती है। ग्रीन टी में पाए जाने वाले पॉलीफेनॉल वसा को नष्ट करता है।
कैंसर को रोकने में सहायक: अध्ययनों में यह भी पता चला है कि नियमित रूप से ग्रीन टी पीने से शरीर में कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद मिलती है और इन कोशिकाओं के आसपास बिना कोई नुकसान पहुँचाए स्वास्थ्य ऊतकों को बरकरार रखती है। ग्रीन टी में एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं के विकास में एक सुरक्षात्मक रुकावट पैदा करता हैं जो शरीर में विभिन्न प्रकार के कैंसर को रोकते हैं: स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर आदि।
अल्जाइमर और पार्किंसंस रोगो को कम करने में सहायक: ग्रीन टी में कैटेचिन यौगिक पाया जाता है, जो मानव मस्तिष्क की कोशिकाओं में न्यूरॉन्स पर कार्य करता हैं और अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसे रोगों को कम करने में मदद करता हैं, जिससे आमतौर पर बुजुर्ग पुरुष और महिलाएँ इस रोग से पीड़ित हो रहे हैं।
बैक्टीरिया संक्रमण से संरक्षण: ग्रीन टी बैक्टीरिया और वायरस से फैलने वाले संक्रमण से शरीर की रक्षा करता है। ग्रीन टी में उपलब्ध फ्लॉरीन दाँतों के क्षय रोग को रोकता है, ग्रीन टी में मौजूद बीटा कैरटिन श्वसन और पाचन क्रिया को सुचारू रूप से कार्य करने में मदद करता है, विटामिन सी ठंड से बचाने और थकान को कम करने में मदद करता है।
एंटी-एजिंग गुण: अजीब लेकिन सच है, यदि आप नियमित रूप से ग्रीन टी का सेवन करते हैं, तो इससे आपको अधिक समय तक जीवित रहने में मदद मिलती है। इसके बेशुमार कारण है: यह आपको विभिन्न रोगों से बचाता है। ग्रीन टी का एक कप प्रतिदिन पीने से आपके शरीर को फिर से युवा करने में सहायता करती है, जिससे आप पूरे दिन तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करते है।
ग्रीन टी के प्रकार
ग्रीन टी को तैयार करने वाले दो प्रमुख देश चीन और जापान हैं। तद्नुसार, हमारे पास चीनी ग्रीन टी और जापानी ग्रीन टी है। इसकी दो प्रकार की उप-किस्म हैं। मूल्यों के आधार पर ग्रीन टी वर्गीकृत हैं। मध्यम मूल्य की रेंज में तीन सबसे लोकप्रिय टी है गनपाउडर ग्रीन टी, बंच ग्रीन टी और चायना ग्रीन टी है। उच्च मूल्य की रेंज में कुछ लोकप्रिय टी है सेन्चा ग्रीन टी, माचा की ग्रीन टी, ग्युकुरो ग्रीन टी आदि शामिल हैं।
भारत में कार्बनिक और अकार्बनिक दोनों प्रकार की ग्रीन टी उपलब्ध हैं। बाजार में सबसे लोकप्रिय ब्रांड टेटली, ऑर्गैनिक भारत, ट्विनिंग्स, लिपटन, ताज महल, मित्तलस आदि हैं। ये बाजार में अदरक, शहद, नींबू, आदि जैसे स्वादों में उपलब्ध हैं।
ग्रीन टी के दुष्प्रभाव
ग्रीन टी से जुड़े कुछ दुष्प्रभाव हैं:
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान: आमतौर पर ग्रीन टी को गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पीने की सलाह नहीं दी जाती है।
आइरन की कमी: ग्रीन टी के सेवन से एनीमिया और आयरन की कमी हो सकती है।
कैफीन का दुष्प्रभाव: हालांकि ग्रीन टी में कैफीन की मात्रा, कॉफी की तुलना में बहुत कम है, फिर भी हम कैफीन के गंभीर प्रभावों को पूरी तरह से नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं। प्रतिदिन ग्रीन टी (पांच बार से अधिक) पीने से आप पीड़ित हो सकते हैं:
- अनिद्रा
- पेट खराब
- जी मिचलाना
- अनियमित दिल की धड़कन
- दुष्चिन्ता विकार
- आँख का रोग
- रक्तस्राव विकार
- कुछ लोगों को लगातार पेशाब होना
कुछ दवाओं के साथ ग्रीन टी का सेवन करने से नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है।इसके दुष्प्रभावों के बावजूद, इस कथन को इनकार नहीं किया जा सकता कि ग्रीन टी स्वास्थ्य के लिए एक उत्तम पेय पदार्थों में से एक है ग्रीन टी का सेवन आप नियमित तौर पर कर सकते है।