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10 गज़ब की चाय – जो हैं पूरी तरह से स्वास्थ्यवर्धक

September 24, 2018
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अच्छे स्वास्थ्य के लिए चाय

सदियों से चाय एक पसंदीदा पेय रहा है। इतना ही नहीं, चाय की चाहत अब तो पूरे विश्व को ही हो गई है। कई लोग चाय की चुस्की लिए बिना अपनी सुबह को अधूरा मानते हैं। लोगों के बीच इस पेय को काफी पसंद किया जाता है। हाल ही में हुए शोधों ने इन कारणों पर प्रकाश डाला है कि इस पेय ने विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए इतनी लोकप्रियता क्यों हासिल की है।

आज-कल चाय की चाहत बढ़ती जा रही है, जैसाकि लोग विभिन्न प्रकार की चाय पीने के स्वास्थ्य लाभों का पता लगा रहे हैं जो वजन घटाने, ऑस्टियोपोरोसिस और तनाव कम करने जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में सहायक हों। अपनी स्वास्थ्य प्रणाली में नीचे दी गईं चाय को शामिल करके, आप न केवल अपने शरीर में स्वस्थ पोषक तत्वों और मिनरल्स को बढ़ावा देते हैं बल्कि स्वास्थ्य-संबंधी गंभीर बीमारियों के बढ़ रहे प्रभाव को भी अलविदा कह सकते हैं।

1. ग्रीन टी

ग्रीन टी

ग्रीन टी का अविष्कार हजारों साल पहले चीन में हुआ था। तब से आज तक यह एक स्वास्थ्यवर्द्धक औषधि के रूप में लोगों को लाभ पहुंचा रही है। अन्य चाय के विपरीत, यह कम से कम संसाधित होती है, यही कारण है कि इसका रंग हरा होता है। ग्रीन टी में कैचिन और एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति इसे एक स्वस्थ पेय बनाती है। कैचिन यौगिक अपने एंटीमाइक्रोबायल गुणों के लिए जाना जाता है।

  • कोलेस्ट्रॉल के स्तर कम करती है: ग्रीन टी में मौजूद कैचिन अनुपयुक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायक हैं।
  • रक्तचाप को नियंत्रित रखती है: ग्रीन टी में पॉलीफेनॉल नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की उपस्थिति के कारण इसमें रक्तचाप को कम करने की क्षमता होती है। यह यौगिक ह्रदय पर मुक्त कणों के प्रभाव को बेअसर करता है।
  • दांतों की समस्याओं से बचाती है: यह पेय दाँतों पर जमने वाले मैल को रोकता है और दाँतों में होने वाले कैबिटीज के खतरे को कम करता है।
  • रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करती है: ग्रीन टी डायबिटीज के रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद है क्योंकि इसमें पॉलीफेनॉल और पोलिसाक्राइड होते हैं।
  • वजन घटाने में कारगर: लोग आमतौर पर वजन घटाने के लिए ग्रीन टी को पीना पसंद करते हैं। इस पेय में मौजूद कैचिन वजन घटाने का बेहतर विकल्प है।
  • स्तन कैंसर से बचाती है: एक शोध के अनुसार, ग्रीन टी जैसे पेय में पॉलीफेनॉल के कारण स्तन कैंसर का खतरा कम हो जाता है। सर्दी और फ्लू से बचाती है।

2. ब्लैक टी

ब्लैक टी

विभिन्न प्रकार की चायों में से ब्लैक टी सबसे अधिक प्रयोग की जाने वाली चाय है। बिना दूध की बनी इस चाय का सेवन आप नियमित तौर पर कर सकते हैं। इस चाय की पत्तियां पूरी तरह ऑक्सीकृत होके इस चाय के स्वाद और रंग को काफी अच्छा बना देती हैं। कैफीन की उच्च मात्रा होने के कारण यह ब्लैक टी दोपहर की सुस्ती से निजात दिलाने में बेहद सहायक है। आइस टी, ऑफ्टरनून टी, मॉर्निंग टी और लेमन टी जैसे कई रूपों में इस चाय का आनंद आप ले सकते हैं। ब्लैक टी कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभों में कारगर है-

  • गर्मियों की बीमारियों को दूर करना: ब्लैक टी में फ्लैवोनोइड्स एंटीऑक्सीडेंट होता है जो ह्रदय को स्वस्थ रखता है। नियमित रूप से इस चाय को पीना ह्रदय रोग के खतरे को कम करता है, जिसमें उच्च रक्तचाप भी शामिल है।
  • कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है: चाय पीने की आदत कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में जादू की तरह कार्य करती है जो हृदयघात (हार्ट स्ट्रोक) का कारण बन सकता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग रोजाना 1-2 कप ब्लैक टी पीते हैं, उन्हें कम या फिर कभी चाय न पीने वालों की तुलना में, ह्रदय संबंधी रोगों का खतरा कम रहता है।
  • फेफड़ों को सुरक्षित रखती है: ऐसा माना जाता है कि नियमित रूप से ब्लैक टी पीने से फेफड़ों को धूम्रपान, सिगरेट से होने वाले नुकसान से सुरक्षा करने में मदद मिलती है।
  • पाचन में सुधार: ब्लैक टी में टैनिन और एंटी-इंन्फ्लामेंटरी गुण एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देते हैं और पाचन विकारों को ठीक करने में मदद करते हैं। ब्लैक टी रासायनिक यौगिकों के साथ पेट के अल्सर के उपचार में भी सहायक है।
  • तनाव कम करना: ब्लैक टी के सेवन से हार्मोन के उत्पादन को कम करके तनाव को कम करने में मदद मिलती है। इस चाय में एमिनो एसिड तनाव को कम करता है और जिससे अधिक राहत मिलती है।

3. ऊलोंग टी

ऊलोंग टी

ऊलोंग टी मुख्य रूप से चीन की प्रसिद्ध चाय है इसे अन्य चाय की अपेक्षा बनाना बहुत ही कठिन है इस चाय में फलों के स्वाद के साथ एक अद्भुत सुगंध होती है। ब्लैक टी और ग्रीन टी की तरह ऊलोंग टी के भी कई स्वास्थ्य लाभ हैं। हालांकि, इसमें उच्च मात्रा में कैफीन होता है लेकिन फिर भी यह एक स्वास्थ्यवर्धक पेय है। इसके कुछ लाभ हैं-

  • वजन घटाने में सहायक: ऊलोंग टी में पॉलीफेनोलिक यौगिक की उपस्थिति शरीर में वसा चया-पचय को नियंत्रित करने में मदद करती है और इस प्रकार यह मोटापे को कम करती है।
  • पाचन में सुधार: ग्रीन टी की तरह, ऊलोंग टी में शक्तिशाली पॉलीफेनॉल होते हैं जो आपके पाचन तंत्र में सुधार करते हैं।
  • कैंसर से बचाता है: ऊलोंग टी में पॉलीफेनोलिक यौगिक शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में सहायक होते हैं।
  • एक्जिमा का इलाज: ऊलोंग टी में मौजूद पॉलीफेनॉल के कारण इसे पीने से एक्जिमा के इलाज में मदद मिलती है।

4. व्हाइट टी

व्हाइट टी

कम से कम संसाधित किए जाने की वजह से व्हाइट टी सबसे हल्की चाय होती है। व्हाइट टी ऑक्सीकरण की प्रक्रिया से नहीं गुजरती है जिससे यह अपने औषधीय तत्वों को बरकरार रखती है। चाय में कैचिन होता है जो अपने एंटीमाइक्रोबायल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जानी जाती है। जो लोग इस चाय को पीते हैं वे खुद को स्वस्थ और स्फूर्तिदायक महसूस करते हैं।

  • एंटीऑक्सिडेंट्स में समृद्ध: व्हाइट टी में पॉलीफेनॉल नामक एंटीऑक्सिडेंट्स की मात्रा होती है जो मानव शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। वे हानिकारक मुक्त कणों से कोशिकाओं की रक्षा करते हैं जो शरीर में गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
  • ह्रदय रोग को कम करता है: अन्य चाय की तरह, व्हाइट टी में भी कैचिन होते हैं जो ह्रदय के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार होते हैं।
  • वजन घटाने में सहायक: ग्रीन टी की तरह, व्हाइट टी में कैचिन की उपस्थिति के कारण वजन घटाने में मदद मिल सकती है।
  • दांतों को मजबूत बनाने में सहायक: व्हाइट टी में फ्लोराइड, टैनिन और कैचिन की मात्रा बैक्टीरिया और मीठेपन से लड़कर दांतों को मजबूत बनाने में मदद करती है।
  • ओस्टियोपोरोसिस के विरुद्ध सुरक्षा: ओस्टियोपोरोसिस हड्डियों का एक रोग है, जो हड्डियों को खोखला और कमजोर बना देता है। व्हाइट टी में पाए जाने वाले कैचिन हड्डियों के विकास को बढ़ावा देता है तथा हड्डियों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

5. कैमोमाइल टी

कैमोमाइल टी

इस चाय में एंटी-इन्‍फ्लामेट्री और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। वर्षों से, कैमोमाइल का उपयोग चाय और टिंचर के रूप में किया जा रहा है। कैमोमाइल के ताजे और सूखे फूल सदियों से चाय बनाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं और ऐसा माना जाता है कि कैमोमाइल टी से कई आम बीमारियों को कम करने में मदद मिलती है, जैसे कि:

  • गहरी नींद के लिए: यह चाय एक प्रभाव युक्त नींद-प्रेरक है और इसका उपयोग अनिद्रा के इलाज के लिए किया जाता है। इस चाय में फ्लेवोनाइड्स होता है जिसे दर्दनाशक तासीर में सहायक माना जाता है।
  • मासिक धर्म में ऐंठन से राहत मिलती है: कैमोमाइल टी मासिक धर्म में होने वाली ऐंठन को कम करने का एक बेहतरीन उपाय है। यह चाय गर्भाशय की मांसपेशियों में होने वाले दर्द को कम करती है और मासिक धर्म से राहत प्रदान करती है।
  • प्रतिरक्षा को बढ़ावा देती है: कैमोमाइल टी में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा बैक्टीरिया और वायरस के खिलाफ आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करती है। यह चाय आपकी मांसपेशियों को आराम देती है, सूजन को कम करती है, कैंसर कोशिकाओं और हर्पस वायरस के विकास को रोकती है।
  • पाचन में सुधार: इस चाय में एंटीस्पाज्मोडिक गुण डायरिया, गैस, एसिड रिफ्लक्स आदि जैसे पाचन से संबंधित विकारों में सुधार करने में मदद करते हैं। यह चाय पेट और आंतों की मांसपेशियों को भी आराम पहुँचाती है और दर्द और चिंता जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों को कम करती है।
  • त्वचा की समस्याओं के उपचार में सहायक: कैमोमाइल टी एक्जिमा, मुँहासे, सोरायसिस और पिग्मेंटेशन जैसी त्वचा से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में मदद करती है।

6. येलो टी

येलो टी

पूरे विश्व में चाय की चाहत रखने वालों के लिए येलो टी अपना एक विशेष और असाधारण महत्व स्थापित कर रही है। यह चाय फल की अद्भुत सुगंध, मीठे स्वाद और अनेक स्वास्थ्य लाभों से समृद्ध है। इसमें अन्य चाय की तरह कैचिन शामिल है लेकिन अलग-अलग मात्रा में। इसके लाभ नीचे दिए गए हैं-

  • वजन घटाने में सहायक: यदि आप अपने अतिरिक्त वजन को घटाना चाहते हैं, तो अपने आहार में येलो टी शामिल करें। इस चाय में पॉलीफेनोल और कैचिन आपके चयापचय और वसा कम करने की प्रक्रिया को जारी रखते हैं।
  • डायबिटीज से बचाती है: येलो टी ने पिछले वर्षों में लोगों की रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद की है। अध्यनो के अनुसार इस चाय में टाइप -1 डायबिटीज (मधुमेह) को नियंत्रित करने की क्षमता है।
  • खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है: येलो टी शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाते हुए खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रभावी होती है।

7. कोम्बुचा किण्वित टी

कोम्बुचा किण्वित टी

कोम्बुचा एक तरह की ग्रीन या ब्लैक किण्वित टी है। यह प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत है और पाचन तंत्र के लिए एक जादुई उपाय के रूप में जानी जाती है। इसके अन्य लाभ हैं-

प्रतिरक्षा को बढ़ावा देती है: कोम्बुचा चाय के एंटीऑक्सीडेंट गुण हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और डिटॉक्सीफाई करने में सहायक होते हैं। इस चाय के स्वास्थ्यवर्द्धक लाभ नीचे दिए गए हैं-

  • एंटीऑक्सिडेंट्स को बढ़ावा देती है: किण्वन प्रणाली की वजह इस चाय में एंटीऑक्सीडेंट का बढ़ता स्तर होता है। यह सूजन को कम करती है और चयापचय विकारों को रोकती है।
  • पेट के अल्सर को दूर करती है: यह चाय पाचन क्रिया को सुधारती है और पेट में एसिड के अतिरिक्त उत्पादन को नियंत्रित करती है जो पेट के अल्सर विकास को रोकता है।

8. पेपरमिंट टी

पेपरमिंट टी

यह चाय पूरे विश्व में प्रयुक्त होने वाली सबसे आम हर्बल चाय है। हालांकि इसका ज्यादातर उपयोग पाचन से संबंधित लाभों के लिए किया जाता है लेकिन यह एंटीकैंसर, एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भी समृद्ध है। चाय पीने के लाभ यहां दिए गए हैं-

  • तनाव से राहत: जब तनाव और बेचैनी से राहत पाना हो, तो पेपरमिंट चाय का सेवन बेहद आवश्यक है। पेपरमिंट में मेन्थॉल की उपस्थिति मांसपेशियों को राहत पहुँचाने का कार्य करती है।
  • गहरी नींद को बढ़ावा: यदि आप अनिद्रा से ग्रसित हैं, तो पेपरमिंट चाय आपके लिए एकदम सही पेय है। कैफीन-मुक्त पेपरमिंट चाय पीने से मांसपेशियों को आराम मिलती है जो आपको बहुत गहरी नींद दिलाने में मददगार होती है।
  • प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार: पेपरमिंट चाय के एंटीबैक्टीरियल गुण प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करके बीमारियों के खिलाफ लड़ने में सहायक हैं। विटामिन बी, पोटेशियम, और विभिन्न एंटीऑक्सीडेंट शरीर को क्रियाशील बनाए रखते हैं।

9. अदरक की चाय

अदरक चाय

एक कप गर्म अदरक वाली चाय की चुस्की लेने के अलावा कुछ भी ऐसा नहीं है जो ठंडक को दूर कर पाए। चाय विटामिन सी, मैग्नीशियम और अन्य खनिजों से भरपूर है जो इसे एक स्वस्थ पेय बनाते हैं। यह स्वाद में हल्की कड़वी होती है और स्वस्थ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है।

ठंडक से लड़ती है: अदरक की चाय एक प्रभावी पेय है जो ठंड की वजह से हुई छाती की जकड़न को ठीक करने में सहायक है। इसलिए मौसमी बीमारी के खिलाफ लड़ने के लिए एक कप अदरक की चाय पिएं।             

मतली का इलाज: लंबी यात्रा से पहले एक कप अदरक की चाय पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह धीमी गति के कारण होने वाली मतली और उल्टी को रोकती है।

पाचनक्रिया में सुधार करती है: अदरक की चाय उचित पाचन में सहायता करने और शरीर द्वारा भोजन के अवशोषण स्तर को बढ़ाने में सहायक है।

10. हिबिस्कस टी

हिबिस्कस टी

यह गुलाबी-लाल रंग की चाय गुड़हर के फूल से बनी होती है और बिल्कुल क्रैनबेरी के रस की तरह अपने तरोताजा करने वाले, कड़वे स्वाद के लिए जानी जाती है। इस चाय को पसंद करने वाले लोग इसका सेवन गर्म करके या ठंडा करके दोनों तरीकों से कर सकते हैं। अन्य हर्बल चाय की तरह, यह चाय कैफीन से मुक्त और कैलोरी में कम है जो इसे एक स्वास्थ्यवर्द्धक पेय बनाती है। यह कई प्रकार के लाभों से भरपूर है जो नीचे दिए गए हैं-

कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है: हिबिस्कस चाय एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है जो शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार होते हैं। इसलिए, यह हार्ट स्ट्रोक और अन्य हृदय रोगों के खतरे को कम कर देती है।

आपको युवा रखती है: हिबिस्कस चाय के एंटीऑक्सिडेंट चेहरे पर झलकने वाले उम्र बढ़ने के संकेतों को हटाने में मदद करते हैं और त्वचा के लोच में सुधार करते हैं।                        

पाचनक्रिया के लिए अच्छी है: हिबिस्कस चाय का मूत्रवर्धक गुण पाचन के लिए अच्छा है और यह आंत की क्रियाओं में सुधार करता है। यह अपच और कब्ज का इलाज करता है और संपूर्ण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रणाली में सुधार करता है।

मासिक धर्म में ऐंठन को दूर करने लिए कारगर: गर्म हिबिस्कस चाय पीना मासिक धर्म की दर्दनाक ऐंठन को कम करता है और तुरन्त राहत प्रदान करता है। यह चाय मासिक धर्म के दौरान महिला के शरीर में हार्मोन को संतुलित करती है।

 

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10 गज़ब की चाय – जो हैं पूरी तरह से स्वास्थ्यवर्धक
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सदियों से चाय एक पसंदीदा पेय रहा है। अपनी स्वास्थ्य प्रणाली में नीचे दी गईं चाय को शामिल करके, आप न केवल अपने शरीर में स्वस्थ पोषक तत्वों और मिनरल्स को बढ़ावा देते हैं बल्कि स्वास्थ्य-संबंधी गंभीर बीमारियों के बढ़ रहे प्रभाव को भी अलविदा कह सकते हैं।
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