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एक स्वस्थ जीवन के लिए 10 भारतीय स्वास्थ्यवर्धक खाद्यपदार्थ

July 30, 2018
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एक स्वस्थ जीवन के लिए 10 भारतीय स्वास्थ्यवर्धक खाद्यपदार्थ

जब भी हमारे सामने “सर्वश्रेष्ठ खाद्यपदार्थ” का नाम आता है तो हम सोच में पड़ जाते हैं और इस बात पर विचार करना शुरू कर देते हैं कि ऐसा कौन-सा खाद्यपदार्थ है जो हमारे मन को खुश कर दे। सर्वश्रेष्ठ खाद्यपदार्थ के बारे में सोचते ही ब्रोकोली, एवोकैडो और सोया पनीर जैसे खाद्यपदार्थ हमारे दिमाग आने लगते हैं।  लेकिन, क्या आपने कभी भारतीय सर्वश्रेष्ठ खाद्यपदार्थ के बारे में सोचा है जिन्होंने पूरी दुनिया में अपनी धाक जमा रखी है? यहाँ केवल इनके स्वाद के बारे में बात नहीं की जा रही है बल्कि इन्हें दुनिया भर के लोगों के आहार में उनके स्वास्थ्य को बनाए रखने और उनके शरीर में वसा और विषाक्त पदार्थों को कम करने के लिए भी शामिल किया गया है।

सर्वश्रेष्ठ खाद्यपदार्थ मूल रूप से पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो बिना किसी खाद के स्वाभाविक रूप से बढ़ते है (भारतीय सुपर फूड्स पर ध्यान केंद्रित)। ये सुपर फूड्स सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं तथा उनके प्रत्येक भाग का उपयोग आपके आहार में विविधता को जोड़कर विभिन्न उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है। सर्वश्रेष्ठ खाद्यपदार्थ (सुपर फूड्स) आपके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।

यहाँ पर दस भारतीय स्वास्थ्यवर्धक खाद्यपदार्थ की एक सूची दी गई है-

हल्दी

हल्दी – हल्दी भारतीय परिवारों में रोजाना उपयोग होने वाला मसाला है। इसका इस्तेमाल भारत के लगभग सभी हिस्सों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाने में किया जाता है। यह अपने स्वास्थ्य लाभ और औषधीय गुणों के कारण दुनिया भर में लोकप्रिय हो गई है। यह पकवान को अधिक स्वादिष्ट बनाती है। पूरी दुनिया “हल्दी वाले दूध” की कायल हो चुकी है जब कोई बेहोश हो जाता है तो “हल्दी वाले दूध” की तुलना में और कुछ भी फायदा नहीं करता, जब भी हमें चक्कर आते हैं या हम खुद को बीमार महसूस करते हैं, तो हमारी दादी/नानी हमें इसे पीने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। हल्दी में असाधारण औषधीय गुण और एंटी-इंफ्लेमेटरी लाभ होते हैं। यह हृयय तथा रक्तवहिकाओं संबंधी प्रणाली के कार्यों को विशिष्ट रूप से मदद भी करता है। यह कुछ प्रकार के कैंसर को रोकता है और डिटॉक्सिफिकेशन में भी मदद करता है। भारत में हजारों वर्षों से हल्दी मसाले और जड़ी बूटी के रूप में प्रयोग की जा रही है।

आँवला

आँवला – आँवला, भारतीय करौंदे के समान एक पारदर्शी हरे रंग का फल होता है जो सामान्य सर्दी से लड़ने में मदद करता है तथा वसा को कम करके मोटापे से छुटकारा दिलाता है साथ ही साथ प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ाता है। यह हरा फल जरूरी विटामिन से भरा हुआ है और इसमें अद्वितीय एंटीऑक्सीडेंट शक्ति भी होती है। इतना ही नहीं, आँवला आँखों की रोशनी को बढ़ाने, पुरानी बीमारी को ठीक करने तथा दर्द में राहत प्रदान करने में भी मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार, यह भारतीय सुपरफूड श्वसन तंत्र को पोषित करता है तथा बालों को स्वस्थ, त्वचा और नाखूनों को बढ़ाने सहायक है। यह फिर से युवा बनाने और रक्त शर्करा के स्तर को विनियमित करने में भी मदद करता है। यह सलाह दी जाती है कि शरीर को फिट, एक्टिव और हेल्दी रखने के लिए दिन में एक बार आँवला का जूस पीना चाहिए।

दलिया

दलिया- दलिया, जिसे टूटे-फूटे गेहूँ के रूप में भी जाना जाता है। भारत में कई परिवारों के मुख्य नाश्ते के रूप में इसे शामिल किया जाता है। दलिया में प्रोटीन बहुत अधिक और वसा कम होती है, इसलिए यह सुबह के नाश्ते के लिए सबसे उपयुक्त व्यंजन है। यह वसा के अतिरिक्त मात्रा को एकत्र किए बिना कई आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। दलिया में उच्च फाइबर और मैंगनीज सामग्री शामिल है तथा इसमें विटामिन बी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो लोग अपने फैट को कम करना चाहते हैं वे दैनिक आधार पर दलिया का सेवन कर सकते हैं और इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि इसे कई प्रकार से पकाया जा सकता है जिससे आप इसे खाने से मना नहीं करेंगे।

नारियल

नारियल – नारियल का सेवन विभिन्न तरीकों से किया जाता है। चलिए नारियल पानी के बारे में क्रम से जानते हैं, जो वसा रहित है। इसमें उच्च एस्कॉर्बिक एसिड, प्रोटीन और विटामिन बी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। प्रभावशाली वजन घटाने के लिए व्यायाम करने से पहले नारियल पानी को पीने की सलाह दी जाती है। यह एक श्रेष्ठ शीतल पेय पदार्थ के साथ ही विषहरण पदार्थ भी है। कोई भी व्यक्ति नारियल का उपयोग कई प्रकार से कर सकता है जैसे वह नारियल खा सकता है, इसके तेल से खाना पका सकता है, इस तेल को शरीर पर मॉइस्चराइजर के रूप में तथा बालों के उचित विकास के लिए भी उपयोग कर सकता है। नारियल नए रूपों में दैनिक व्यंजनों और सौंदर्य प्रशाधनों में उपयोग किया रहा है क्योंकि मुँह में पानी ला देने वाला यह खाद्यपदार्थ अब भोजनोपरान्त मीठा, मिठाई, व्यंजनों और सौंदर्य उत्पादों में भी अक्सर उपयोग किया जाता है।

कटहल

कटहल- कटहल, कई खनिज पदार्थों और विटामिनों से परिपूर्ण एक प्रकार का खाद्यपदार्थ है। यह कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, प्रोटीन, फाइबर, इलेक्ट्रोलाइट्स और फाइटोन्यूट्रिएंट का समृद्ध स्रोत है। यह साधारण चीनी (फ्रक्टोज़ और सुक्रोज) का भी समृद्ध स्रोत है जो तुरन्त ऊर्जा प्रदान करता है। कटहल आहार वसा में भी समृद्ध है जो पाचन को सुधारने में मदद और कब्ज को भी रोकता है। इतना ही नहीं, इसमें उच्च एंटी-विषाक्त सामग्री भी पाई जाती है। इन दिनों कटहल स्वास्थ्य खाद्य लोकप्रियता चार्ट को स्केलिंग कर रहा है क्योंकि यह वजन और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, मधुमेह को भागता है तथा कोलोन कैंसर को रोकने में भी सक्षम है।

दही

दही- अनिवार्य रूप से गर्मियों का भोजन, दही हमारे शरीर की दैनिक खुराक कैल्शियम का लगभग 20% प्रदान करता है। यदि इसका सेवन नियमित रूप से किया जाए, तो यह प्रतिरक्षा को बढ़ाने, हृदय और रक्तवाहिकाओं संबंधी स्वास्थ्य तथा पाचन के सुधार में मददगार साबित हो सकता है। यह कुदरती वातहर है और हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है।

जौ

जौ – जौ, जिसे आमतौर पर जई के नाम से जाना जाता है, इसे पहले “गरीबों का गेहूँ” के रूप में जाना जाता था। अब यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और भूख से लड़ने की क्षमता के कारण लोकप्रिय है। जौ शरीर के विषहरण में सहायक होता है और यूटीआई (मूत्र पथ संक्रमण) के लिए घरेलू उपचार के रूप में भी कार्य करता है। जौ का पानी वजन घटाने में मदद भी करता है। जौ में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन ई पाया जाता है और इसे अनाज के रूप में खाया जा सकता है या रोटियाँ बनाने के लिए आटे के रूप प्रयोग किया जा सकता है।

रागी

रागी – सर्वश्रेष्ठ अनाज, रागी के सभी तीन भाग अर्थात् चोकर, बीज, और अन्तर्बीज स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। यह अनाज लस रहित होता है इसलिए इसके अत्यधिक ग्लूटेन और लैक्टोज के कारण पाचन शक्ति में कमजोर लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। विटामिन डी और आयरन से समद्ध, रागी रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है तथा स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में भी मदद करता है। यह एक प्राकृतिक रिलेक्जान्ट (तनाव कम करने वाली दवा) है और वजन घटाने में भी मदद करता है।

मखाने

मखाने – मखाने या कमल के बीज एक लोकप्रिय स्नैक्स (अल्पाहार) हैं जो उत्सव के दौरान और भी अधिक लोकप्रिय हो जाते हैं। कपास के गेंदों की तरह फूले हुए , कमल के बीज या मखाने स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। ये वसा में कम तथा प्रोटीन, आयरन, मैग्नीशियम, पजेशन और जिंक में उच्च होते हैं। ऐसा माना जाता है कि मखाने भी तनावग्रस्त दिमाग को ठीक करने और अनिद्रा को दूर करने में मदद करते हैं। यह पेशाब में सुधार करने के लिए भी सहायक है और एंटी-एजिंग गुणों से परिपूर्ण है।

देशी घी

देशी घी – देसी घी, भारतीय माताओं द्वारा सर्वाधिक मांगा जाने वाला खाद्यपदार्थ है। यह अपने वसायुक्त प्रकृति के कारण वसा के प्रति सजग युवा बच्चों के द्वारा पसंद नहीं किया जाता है। हालांकि, घी ने अपने कई फायदों के कारण पूरी दुनिया में सर्वश्रेष्ट खाद्यपदार्थ की स्थिति प्राप्त की है। माना जाता है कि यदि इसका  सेवन नियमित रूप से किया जाता है, तो यह मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देने, प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और पाचन में सहायक होता है। घी विशेष प्रकार के कुछ कैंसर को रोक सकता है तथा हड्डियों को मजबूत कर सकता है।

क्या आपके आहार में इन सर्वश्रेष्ट खाद्यपदार्थों को शामिल करने के लिए पर्याप्त कारण नहीं हैं? अब इन सर्वश्रेष्ट खाद्यपदार्थों को अपनाने का समय है जिसके वे योग्य हैं और उन्हें अपने आहार में शामिल करें।

 

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एक स्वस्थ जीवन के लिए 10 भारतीय स्वास्थ्यवर्धक खाद्यपदार्थ
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एक स्वस्थ जीवन जीना महंगा या पहुँच से बाहर नहीं है। अपने आहार में इन आसानी से प्राप्त होने वाले भारत के सुलभ खाद्यपदार्थ शामिल करें और अपने आप में अंतर महसूस करें।
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