Home / India / सामान्य सर्दी और खांसी के लिए प्रभावी प्राकृतिक घरेलू उपचार

सामान्य सर्दी और खांसी के लिए प्रभावी प्राकृतिक घरेलू उपचार

August 6, 2018
by


सामान्य सर्दी और खांसी के लिए प्रभावी प्राकृतिक घरेलू उपचार

बदलते मौसम के साथ, बहुत सारी बीमारियां अपने दुष्प्रभावों के साथ पनपने लगती है। इनमें से, सर्दी और खांसी एक बहुत ही आम बीमारी है। हर नुक्कड़ और हर जगह लोगों का खासना और छींकना का एक आम दृश्य बन जाता है। सर्दी और खांसी एक संक्रामक बीमारी होने की वजह से, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक तेजी से फैलती है। चूँकि यह काफी तकलीफ देने वाले बीमारी होती है, इसलिए लोग इससे जल्द से जल्द छुटकारा पाने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग करते हैं। लेकिन सच कहे, तो एंटीबायोटिक्स दवाएं बीमारी की जड़ों को ठीक करने के बजाय केवल बीमारी को दबा देती हैं। कभी-कभी, यह तपेदिक या इन्फ्लूएंजा के रूप में एक बहुत बड़ी बीमारी बनकर वापस आती हैं। इसके अलावा, एंटीबायोटिक दवाओं के कुछ दुष्प्रभाव भी हैं।

इसलिए, खुद को सर्दी और खांसी से बचाने के लिए ज्यादातर घरेलू उपचार की सलाह दी जाती है। निश्चित रूप से इन घरेलू उपचारों से सर्दी और खांसी को ठीक होने में कुछ समय जरूर लगेगा, लेकिन यदि हम मसालेदार भोजन, ठंडे पेय पदार्थ या दही जैसे कुछ निवारक उपायों का पालन करते है तो यह आपको लंबे समय तक राहत प्रदान करेंगे। इन घरेलू उपचारों से अपनी सर्दी और खांसी का इलाज करें जो घरों में आसानी से उपलब्ध है-

1. अदरक: अदरक स्वाभाविक रूप से सर्दी और खांसी का इलाज करना का एक व्यापक रूप से ज्ञात उपाय है। यह जड़ यह जड़ बारह एंटीवायरल घटकों से समृद्ध है जो सर्दी और खांसी के वायरस से लड़ने में मदद करती है। गले में खराश, खांसी या श्लेष्म झिल्ली की सूजन जैसे सर्दी के सभी लक्षणों को ठीक करने की यह एक अच्छी औषधि है। अदरक के साथ बने पेय न केवल बहती हुई नाक को रोकते है बल्कि कफ को श्वसन मार्ग से साफ करने में भी मदद करते है।

  • नियमित अदरक की चाय: सर्दी और खांसी के लक्षणों को ठीक करने के लिए आप नियमित रूप से अपनी चाय में थोड़ी अदरक कुचल कर डाल सकते हैं।
  • आयुर्वेदिक अदरक की चाय: आप अदरक के कुछ कुचल टुकड़े को एक गिलास गर्म पानी में डालकर पी सकते हैं। अदरक को लगभग 10 मिनट तक पानी में पड़ी रहने दें। पानी को छान लें और छने हुए पानी में थोड़ा शहद और नींबू डाले।
  • अदरक के पानी की भाप: आप एक कटोरा गर्म पानी में अदरक के तेल की एक बूंद या तो कुछ अदरक के टुकड़े डाल सकते हैं। इस मिश्रण से निकलती भाप में साँस लें।
  • शहद अदरक: एक चम्मच शहद में बारीक कुचली अदरक डाले। चम्मच को थोड़ा गर्म करें ताकि अदरक का रस निकले जो शहद के साथ मिश्रित हो जाए।

2. लहसुन: लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट होते है जो सर्दी और खांसी को ठीक करने में मदद करते है। थोड़ा कुचले लहसुन के 4-5 जवे लें और इसे थोड़े से देसी घी में तले। घर के इस उपाय से होने वाली सर्दी और खांसी के लक्षणों को कम करने में मदद मिलेगी। आप इसमें कुचले लहसुन और एक चम्मच शहद भी डाल सकते हैं। इसे दिन में दो बार लें।

3. हल्दी: हल्दी वाष्पशील तेल और क्युक्रूमिन का एक समृद्ध स्रोत है जो सर्दी और खांसी से पीड़ित व्यक्ति को राहत देने में मदद करता है। इसके जीवाणुरोधी और एंटीवायरल गुण सर्दी से संक्रमण के लक्षणों को कम करते हैं।

  • हल्दी वाला दूध: एक छोटा चम्मच हल्दी एक गिलास दूध में डाले। इसे उबाल लें और दूध को गर्म ही पीएं। आप इसे मीठा करने के लिए एक बड़ा चमचा शहद डाल सकते हैं।
  • हल्दी चाय: यह चाय वास्तविक रूप में अत्यधिक अच्छी औषधि है क्योंकि इसमें हल्दी, शहद और नींबू होता है। सर्दी और खांसी के लक्षणों के इलाज में सभी तीन चीजें फायदेमंद हैं। 2-3 गिलास उबलते पानी में एक बड़ा चम्मच हल्दी डाले। मिश्रण को नीचे उतार ले और इसमें एक बड़ा चम्मच शहद और नींबू का रस डाले। आप इस चाय में तुलसी की पत्ती भी डाल सकते हैं।

4. नमक के पानी का गरारा: गर्म नमक के पानी से गरारे करने से श्वसन नलिकाओं के कफ को साफ करने में मदद मिलती है, जिससे गले की समस्याओं का उपचार होता है।

5. नींबू, दालचीनी और शहद का सीरप: यह मिश्रण घर पर स्वाभाविक रूप से सर्दी और खांसी का इलाज करने के लिए एक प्रभावी उपाय है। एक चम्मच शहद में कुछ नींबू के रस की बूंदें और एक चुटकी दालचीनी पाउडर डाले। सर्दी और खांसी के लक्षणों को ठीक करने के लिए दिन में दो बार इस सीरप पीएं।

6. तुलसी नींबू चाय: तुलसी और नींबू दोनों सर्दी और खाँसी के लक्षणों को कम करने में प्रभावशाली हैं। एक कप पानी में 8-10 तुलसी पत्तियाँ डालें और उबालें। इस घोल को छान लें और इसमें एक बड़ा चम्मच नींबू का रस मिलाएँ। तुलसी का औषधीय गुण और नींबू के रस में व्याप्त विटामिन सी सर्दी के विरुद्ध आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करेगें।

7. अलसी के बीजः अलसी के बीज सर्दी और खाँसी को ठीक करने का एक अद्भुत घरेलू उपाय है। अलसी के बीजों का घोल बनाने के लिए 10-15 मिनट तक उबालें। इसे छान लें और इसमें शहद और नींबू के रस की कुछ बूंदें डालें। इस घोल को पीने से सर्दी के लक्षण कम हो जाएगें।

8. अदरक और नमक: अदरक को बहुत छोटे-छोटे चौकोर टुकड़ों में काट लें और उस पर थोड़ा नमक छिड़के। अब इसे गले की खराश जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए चबाएँ।

9. नीम और शहद से गरारा: नीम, जिसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं, शरीर में सर्दी और खाँसी के लक्षण उत्पन्न करने वाले जीवाणुओं को मारने का एक अच्छा उपाय हैं। सर्दी और खाँसी से पीड़ित होने पर शहद भी एक अनुशंसित उत्पाद है। नीम के 3-4 पत्तों को 8-10 मिनट तक उबालें। इस मिश्रण को छानें और इसमें कुछ शहद डालें। इसे ठंडा होने दें और फिर गरारा करें।

10. काली मिर्च, जीरा और गुड़ का शरबत: आधे गिलास पानी में कुछ काली मिर्च, जीरा, और गुड़ को एक गाढ़ा पेय बनने तक उबालें। इस मिश्रण को ठंडा करें और इसे पीएं। यह पेय श्वसन नलिकाओं से कफ को निकालने में मदद करेगा।

11. सेब का सिरका इस सिरके में जीवाणुरोधी विशेषताएँ होती हैं जो बच्चों और वयस्कों की सूखी खाँसी के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। एक गिलास गर्म पानी में थोड़ी- सी कुचली हुई अदरक और सेब के सिरके का एक बड़ा चमचा डालें और इसका सेवन करें। यह शरीर में मौजूद खाँसी और सर्दी का कारण बनने वाले रोगजनकों को मारता है।

12. ग्रीन टी: ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा होती है जो सर्दी के लक्षणों को ठीक करने में मदद करती है। ग्रीन टी बैग को 3-5 मिनट के लिए एक गिलास गर्म पानी में डालें। ग्रीन टी में शहद का एक बड़ा चम्मच और थोड़ा-सा नींबू का रस डालें। बेहतर परिणाम पाने के लिए इसे दिन में 2-3 बार पिएं।

13. बेकिंग सोडा: सर्दी से पीड़ित होने पर बेकिंग सोडा एक बढ़िया उपाय है। यह आपके शरीर में पीएच स्तर को सुधारने में मदद करता है और सर्दी उत्पन्न करने वाले वायरस को भी मारता है। आधे चम्मच बेकिंग सोडा को एक गिलास ठंडे पानी में मिलाएँ और इस घोल को तुरंत पिएँ।

  • पहले दिन: इसे 2 घंटे के अंतराल पर दिन में 6 बार पिएं।
  • दूसरे दिन: इसे 3 घंटे के अंतराल पर दिन में 4 बार पिएं।
  • तीसरे दिन: इसे दिन में 2 बार, एक सुबह में और एक शाम में पिएं।
  • चौथे दिन के बाद: इसे सुबह में सिर्फ एक बार पिएं।

14. कॉड लीवर तेल: कॉड लिवर तेल (मूल रूप से मछली का तेल) में ओमेगा -3 फैटी एसिड भारी मात्रा में होता है। इस तेल में एंटी-इन्फ्लैमटॉरी गुण होते हैं जो सर्दी के लक्षणों से मुक्त करने और श्वसन मार्गों को खोलने में मदद करते हैं

15. कैमोमाइल चाय: कैमोमाइल चाय की जीवाणुरोधी और एंटी-इन्फ्लैमटॉरी विशेषताओं से शरीर में फेफड़ों और श्वसन मार्गों को साफ करने में मदद मिलती है। बस इस चाय के एक बैग को लगभग 5 मिनट तक गर्म पानी के गिलास में डाल दें और फिर इसे पिएँ। सर्दी की समस्या के समाप्त होने तक आप इस चाय का सेवन दिन में दो बार भी कर सकते हैं।

16. मेथी के दाने: मेथी के दानों में जीवाणुरोधी और एंटी-इन्फ्लैमटॉरी विशेषताएँ होती हैं जो सर्दी के लक्षणों को ठीक करने में मदद करती हैं। एक चम्मच मेथी को एक गिलास पानी में लगभग 3-4 मिनट तक उबालें। इस पेय के ठंडा हो जाने के बाद, इसमें एक चम्मच शहद डालें। इस पेय को एक दिन में दो बार पिएँ।

 

 

 

 

 

 

 

 

Summary
Article Name
सामान्य सर्दी और खाँसी के लिए प्रभावी प्राकृतिक घरेलू उपचार
Description
सामान्य सर्दी और खाँसी से स्वाभाविक रूप से छुटकारा पाने के लिए इन घरेलू उपचारों को जरूर आजमाएँ।
Author