Home/प्रदूषण Archives - Page 2 of 3 - My India

23 अक्टूबर 2016, जब देश एक उज्ज्वल और रंगीन दिवाली मनाने के लिए तैयार हो रहा था, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने एक बड़ा झटका दिया और  यह घोषणा की कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर, देश के पूर्वी तट पर एक गहरा दबाव तेज हो रहा है। डर था कि एक चक्रवात ओडिशा राज्य को प्रभावित करेगा और दीवाली की छुट्टी पर पश्चिम बंगाल तक पहुँच जाएगा। हालांकि, 26 अक्टूबर तक यह संभावना नहीं लग [...]

शहरी वृक्षारोपण – शहरी जीवन में इसका महत्व

  शहरी वृक्षारोपण शहरी भारत को प्रदूषण से निपटने में मदद कर सकता है? शहरी क्षेत्र में सुन्दर हरे-भरे परिदृश्यों वाले स्थान पर ऊँची-ऊँची इमारतों का निर्माण हो गया हैं। यहाँ पर धुंधयुक्त हवा के कारण लोग मास्क का प्रयोग करने लगे हैं, पार्कों की जगह पर पार्किंग स्थान बन गए हैं, खेल के मैदान बंजर हो गए हैं, जोकि निश्चित रूप से किसी के लिए भी एक भयावह दृश्य है। लेकिन दुर्भाग्यवश यह एक [...]

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स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की सहायता से भारत में अधिक रोजगार के अवसर

कोयला और प्राकृतिक गैस के माध्यम से विद्युत उत्पादन करने से,  वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण के कारण पर्यावरण की गुणवत्ता में गिरावट प्रमुख कारणों में से एक है। स्वच्छ ऊर्जा तब होती है, जब वायु और सौर ऊर्जा जैसे अक्षय संसाधनों का उपयोग कम या बिना प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग उत्सर्जन के साथ बिजली उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। भारत एक वैश्विक नेता के तौर पर उभरा, जब प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी [...]

भारत की प्लास्टिक प्रदूषण को ना

  प्रस्तावना  2018 विश्व पर्यावरण दिवस, भारत के लिए महत्वपूर्ण था क्योंकि इस बार वैश्विक मेजबान भारत था और साथ ही भारत उन राष्ट्रों के गुट में शामिल हो गया जो इस गौरवपूर्ण आयोजन की मेंजबानी कर चुके हैं| विश्व पर्यावरण दिवस की थीम “बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन” थी, इस अवसर पर भारत 2022 तक सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को समाप्त करने की घोषणा की। इस घोषणा से नीति निर्माताओं मशहूर हस्तियों, व्यापारिक पूँजीपति और छोटे [...]

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जलवायु परिवर्तन से भारत में मानसून पर प्रभाव

पुराने समय से ही, भारत पहले ही अनुमान लगाई गई मानसूनी बारिश का आनंद लेता आ रहा है। साल में एक बार जून महीने के अंत में, हिंद महासागर और अरब सागर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट की तरफ से आने वाली भाप रूपी हवाओँ को मानसून कहते हैं। ये हवाएं पानी वाले बादल लाती हैं और गर्मियों के महीनों में प्यासी जमीन को सींचती हैं। विशाल वैश्विक प्रणाली के आधार पर एक अरब से अधिक लोग [...]

जल प्रदूषण भारत में व्याप्त सबसे बड़े संकटों में से एक है। इसका सबसे बड़ा स्रोत है, बिना ट्रीटमेंट किया सीवेज का पानी। यह साफ दिखता है। इसे देखने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है। प्रदूषण के कई अन्य स्त्रोत भी हैं। जैसे- खेतों से आता पानी, छोटे और अनियंत्रित उद्योगों से आने वाला पानी। हालात इतने गंभीर हैं कि भारत में कोई भी ऐसा जल स्रोत नहीं बचा है, जो जरा [...]

प्रदूषण न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में चिंता पैदा करने वाले प्रमुख मुद्दों में से एक है। भारत की आजादी के बाद से तकनीकी उन्नति और तेजी से विकास ने सबसे ज्यादा पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया है। वैश्विक पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक (ईपीआई) 2018 के अनुसार,भारत को 30.57 के ईपीआई के साथ 177 वें स्थान पर पहुँच गया हैऔरयह सुनकर मन निराश हो जाता है कि देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को, दुनिया के [...]

भारत में अस्थमा की बढ़ती समस्या

हाल ही में, ‘ब्रीथ ब्लू 15’ नामक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में निष्कर्ष निकला था कि भारत के महानगरीय शहरों में बच्चों के फेफड़ें पूर्णता स्वास्थ नहीं हैं। कुल मिलाकर, 8-14 साल के आयु वर्ग के 2000 बच्चों के फेफड़ों की स्वास्थ्य स्थिति को जानने के लिए जाँच की गई थी। दिल्ली को 40% बच्चों के ‘संक्रमित’ फेफड़ों के कारण ‘खराब’ रेटिंग मिली, जबकि बेंगलुरू में 36%, कोलकाता में 35% और मुंबई में 27% बच्चों के फेफड़ें [...]

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प्लास्टिक प्रदूषण

प्लास्टिक एक आवश्यक नुकसानदायक पदार्थ है। आप शायद ही इससे दूर रह सकें। हर साल पृथ्वी के परिमंड़ल से चार गुना प्लास्टिक नष्ट की जाती है। संयोग से हर दिन हम विभिन्न तरह की प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग करते हैं जैसे- कूड़ादान, किराना बैग, बोतलें, खाद्य कंटेनर, कंप्यूटर कीबोर्ड, प्लास्टिक माउस, कॉफी कप आदि। प्लास्टिक उत्पादों का उपयोग करना बहुत ही सुविधाजनक है, परन्तु प्लास्टिक पर्यावरण को प्रदूषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वर्ष [...]

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दिल्ली में ऑड-ईवन कार रेशनिंग- फिर से दम घोटने वाले धुएं के कारण राजधानी बंद

बढ़ते प्रदूषण के कारण राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों का दम घुटने लगा है, क्योंकि दिल्ली और इसके पड़ोसी क्षेत्रों पर धुएं की एक मोटी परत सी बिछ गई है। दिवाली के समय पटाखों की बिक्री पर लगाए जाने वाले प्रतिबंध के बावजूद भी, एनसीआर के निवासी जहरीले धुएं में श्वास लेने के लिए मजबूर हैं, जो निश्चित तौर पर लोगों के जीवन को काफी प्रभावित करेगा। खबरों के माध्यम से, इस सप्ताह राष्ट्रीय [...]

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