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भोपाल के आस-पास वीकेंड मनाने के शीर्ष 5 स्थल

May 11, 2018
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भोपाल के आस-पास वीकेंड मनाने के शीर्ष 5 स्थल

भोपाल शहर जिसे “झीलों का शहर” भी कहा जाता है निश्चित रूप से मध्य प्रदेश की राजधानी है, जो अपनी मनोरम आभा और शानदार परिदृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। यह शहर अमीर और गरीब, प्राचीन और नई, नए भोपाल की चौड़ी सड़कें और पुराने भोपाल की संकीर्ण “गलियाँ” के साथ एक तरफ शहरी विस्तार, तो दूसरी तरफ एक योजनाबद्ध विकास का सम्मिश्रण है।

वैसे तो भोपाल शहर यहाँ पर आने वाले पर्यटकों को काफी चीजों की पेशकश करता है, लेकिन इसके अलावा भोपाल में कुछ शानदार सप्ताहांत गंतव्य भी हैं। भोपाल के आस-पास बहुत से ऐसे स्थान हैं जहाँ आप सप्ताहांत (छुट्टियों) में यात्रा पर जा सकते हैं। तो चलिए भोपाल के 5 सर्वश्रेष्ठ सप्ताहांत गंतव्यों के बारे में चर्चा करते हैं।

सतपुड़ा की पचमढ़ी-रानी

पचमढ़ी मध्यप्रदेश में एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो सतपुरा रेंज के बीच प्रकृति और इतिहास को अपनी खूबसूरती के साथ संजोए हुये है। इस जगह पर मनोरम झरने के साथ बौद्ध काल की प्राचीन गुफाओं की बहुमूल्य धरोहर स्थापित हैं। पचमढ़ी एक ऐसा स्थान है जो आपको निश्चित रूप से शांति की अनुभूति कराएगा, बिल्कुल वैसे ही जैसे आपको एक बच्चे के रूप में पहली बार बगीचे की घास पर अपने नंगे पैर को रखने पर लगता है।

सतपुड़ा की पचमढ़ी-रानी

कैसे पहुँचे: इस स्थान पर आप बस या टैक्सी द्वारा पहुँच सकते हैं, क्योंकि पचमढ़ी में रेलवे स्टेशन नहीं है।

दूरी: 191 किलोमीटर

यात्रा करने योग्य स्थान: आपको इन स्थानों पर अवश्य जाना चाहिए जैसे अप्सरा विहार, रजत प्रपात (सिल्वर फॉल), पांडव गुफाएं, महादेव पहाड़ी, जटा शंकर गुफाएं, हांड़ी खोह घाटी, धूपगढ़, बी फॉल्स और डचेस फॉल्स

करने योग्य गतिविधियां: मुख्य बाजारों में भ्रमण, फोटोग्राफी, ट्रेकिंग, कैम्पिंग और खरीददारी।

यात्रा का सबसे अच्छा समय: पूरा साल

ढाना- स्काइडाइविंग प्रेमियों के लिए शानदार स्थान

अब, साहसिक कार्यों के उत्साही लोगों को स्काइडाइविंग के रोमांच का अनुभव करने के लिए एक विमान से छलांग लगाने के लिए बहुत दूर यात्रा करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि भोपाल के पास ढाना में भारत का पहला स्काइडाइविंग शिविर स्थापित किया गया है। मध्य प्रदेश के सागर जिले में ढाना बहुत ही कम आबादी वाला शहर है।

जब आप विमान से छलांग लगाते हैं, तो आप पूरी तरह से सांसारिक समस्याओं से मुक्त हो जाते हैः वहाँ पर सिर्फ आप और आसमान होता है। मीलों तक फैला हुआ शांत और रंगों से भरे कोल्लाज जैसा यह स्थान, वह स्थान हो सकता है जहाँ आप सबसे ज्यादा ताजगी और स्फूर्ति का अनुभव करते हैं। तो आइए इस गर्मियों के मौसम में ढाना की यात्रा करें और अनन्त आनंद का अनुभव लें।

ढाना- स्काइडाइविंग प्रेमियों के लिए शानदार स्थान

कैसे पहुँचे: इस स्थान की यात्रा करने के लिए टैक्सी सबसे आसान साधन है। यह सागर रेलवे स्टेशन और खजुराहो हवाई अड्डे से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

दूरी: 200 किलोमीटर

यात्रा करने योग्य स्थान:  यात्रियों के लिए पवित्र स्थल, आप खजुराहो के प्रसिद्ध मंदिरों की यात्रा कर सकते हैं, या आप सागर की एक दिन की यात्रा की योजना बना सकते हैं, जहाँ पर पूरे शहर में विस्तृत रूप से 100 से अधिक किले हैं।

करने योग्य गतिविधियां: स्काइडाइविंग

यात्रा का सबसे अच्छा समय: पूरे वर्ष भर, तेज हवाओं और खराब मानसून को छोड़कर मौसम सुहावना रहता है।

पेंच नेशनल पार्क, सिवनी – शेर खानों का वास्तविक जंगल

पेंच नेशनल पार्क एक ऐसा स्थान है जो आपको प्रकृति और वन्यजीव के साथ नजदीकी बनाने में सहायता करता है। पेंच नेशनल पार्क बाघों और प्रवासी पक्षियों सहित वन्यजीवों की अपनी विस्तृत श्रृंखला के लिए जाना जाता है।

रुडयार्ड किपलिंग की पुस्तक “दि जंगल बुक” में मोगली के कारनामों और भयंकर शेर खान के साथ उसके मुकाबले को इस स्थान का प्रतीक माना जाता है।

प्रभावशाली बाघों और कई अन्य जानवरों के साथ यह जगह आपको उस समय के मोगली का शेर खान से युद्ध के एक रोमांचक अनुभव की याद दिलाएगी।

पेंच नेशनल पार्क, सिवनी - शेर खानों का वास्तविक जंगल

कैसे पहुँचे: सिवनी बस जंक्शन पेंच नेशनल पार्क का नजदीकी बस स्टॉप है। सिवनी स्टेशन निकटतम रेलवे स्टेशन है और पेंच नेशनल पार्क के लिए सोनेगांव हवाई अड्डा निकटतम हवाई अड्डा है।

दूरी: 395 किलोमीटर

यात्रा करने योग्य स्थान: सीताघाट, अलीकाट्टा, पियोरथाडी, रायकासा और बोधनाला रेंज

करने योग्य गतिविधियां: नाव की सवारी, जंगल सफारी, हाथी की सवारी, बर्ड वाचिंग, जंगल में भ्रमण, स्टार-गेजिंग, और दर्शनीय स्थलों की यात्रा।

यात्रा का सबसे अच्छा समय: पेंच जाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों में है यहाँ पर पर्यटक कई जानवरों को, जो अपनी प्यास बुझाने के लिए तालाबों के पास आते हैं, की झलक देख सकते हैं।

खजुराहो- प्यार और जीवन का आनंद

खजुराहो, मध्य प्रदेश में 22 मंदिरों का एक समूह है, जो भारतीय कला का प्रतीक है। यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है और दुनिया भर के पर्यटक इससे अच्छी तरह से परिचित हैं। जटिल नक्काशी और असाधारण प्रेम संबंधी मूर्तियों और अपनी कला के साथ किसी भी इतिहास प्रेमी को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए बाध्य कर सकती हैं। खजुराहो के मंदिर दुनिया के लिए एक विशेष उपहार हैं, जो जीवन में खुशी और प्रेम, निष्पादन में निर्दोष और अभिव्यक्ति में दैवीय का प्रतिनिधित्व करते हैं।

खजुराहो- प्यार और जीवन का आनंद

कैसे पहुँचे: भोपाल से खजुराहो तक पहुँचने का सबसे आसान तरीका टाटा इंडिका है। भोपाल और खजुराहो के बीच कोई सीधी ट्रेन नहीं जाती है। आप भोपाल से मऊ रानीपुर तक तुलसी एक्सप्रेस ले सकते हैं और वहाँ से खजुराहो तक एक टैक्सी ले सकते हैं। भोपाल से खजुराहो तक ओम साई राम ट्रेवल्स द्वारा सीधी बस सेवा उपलब्ध है।

दूरी: 363 किलोमीटर

यात्रा करने योग्य स्थान: मंदिरों का पश्चिमी समूह, कंदारिया महादेव मंदिर, चतुर्भुज मंदिर, लक्ष्मी मंदिर, परस्थनाथ मंदिर, पुरातत्व संग्रहालय, जनजातीय कला संग्रहालय और देवी जगदंबी मंदिर

करने योग्य गतिविधियां: साउंड एंड लाइट शो में भाग लें, स्वादिष्ट और सस्ते स्ट्रीट फूड का स्वाद लें, पुराने शहर खजुराहो में बाइक की सवारी करें, खूबसूरत झीलों का भ्रमण करने जाएं और मद्रास कॉफी हाउस में स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय व्यंजन का स्वाद लें।

यात्रा का सबसे अच्छा समय: खजुराहो जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च तक का है।

जबलपुर-स्पार्कलिंग मार्बल का शहर

मध्यप्रदेश के “मार्बल सिटी” के रूप में पहचाना जाने वाला, जबलपुर शहर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। यह स्थान अपनी अनूठी प्राकृतिक शोभा और पर्यटक आकर्षण के लिए प्रसिद्ध है। संगमरमर से बने ऊँचे पहाड़ अपने रूपों को बदलते रहते हैं क्योंकि नर्मदा नदी इसी के पास से होकर गुज़रती है। इस खूबसूरत शहर की झलक अधिक दिनों तक आपकी यादों में बनी रहेगी। इस स्थान पर आपको प्रकृति के सपनों का एक सुखद अनुभव होगा और यहाँ का शानदार शाही इतिहास पर्यटकों के मनोभावों और उनकी इच्छाओं को पूरा करता है ।

जबलपुर-स्पार्कलिंग मार्बल का शहर

कैसे पहुँचे: जबलपुर पहुँचने का सबसे आसान तरीका भोपाल से एयर इंडिया उड़ान (फ्लाइट) है। आप जेबीपी जनशताब्दी से यात्रा कर सकते हैं, जो भोपाल से जबलपुर तक सीधी ट्रेन जाती है। भोपाल और जबलपुर के बीच कोई सीधी बस सेवा उपलब्ध नहीं है।

दूरी: 310 किलोमीटर

यात्रा करने योग्य स्थान: रानी दुर्गावती संग्रहालय, मदन महल किला, धुअंधर फॉल्स, बरगी बांध, चौसठ योगिनी मंदिर, भेदघाट, बैलेंसिंग रॉक और डुमना नेचर पार्क

करने योग्य गतिविधियां: नर्मदा नदी में नाव की सवारी, धुअंधर फाल्स तक केबल कार सेवाओं का लुत्फ, संगमरमर के सामानों की खरीददारी, वर्ल्ड वाटर पार्क की यात्रा और ट्रीजर आइसलैंड मॉल में खरीददारी।

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: जबलपुर जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च महीने का है। गर्मियों के मौसम में यहाँ जाने से बचना चाहिए, क्योंकि तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है।

सारांश
लेख का नाम-     भोपाल के शीर्ष 5 सप्ताहांत गंतव्य

लेखिका का नाम-  साक्षी एकावडे

विवरण-  भोपाल के इन शीर्ष 5 सप्ताहांत गंतव्यों का अवलोकन करें और उत्साहित करने वाले इन स्थानों पर जाने के लिए तैयार हो जाएं।