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तिरुवनंतपुरम के आस-पास 5 शीर्ष सप्ताहांत गंतव्य

April 20, 2018
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तिरुवनंतपुरम के आस-पास 5 शीर्ष सप्ताहांत गंतव्य

तिरुवनंतपुरम की व्यस्ततम व्यावसायिक गलियों से बाहर निकलकर, आप वहाँ के आस-पास के शानदार स्थानों पर जाकर काफी राहत का अनुभव कर सकते हैं। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम सुरम्य परिवेश से घिरी हुई है, जो आपको आपके दैनिक दिनचर्या वाली जिंदगी से एक पूर्ण राहत प्रदान करने का कार्य करती है। इस सप्ताह के अंत में, कहीं बाहर सप्ताहांत व्यतीत करने की योजना बनाएं, क्योंकि हम आपको तिरुवनंतपुरम के आस-पास के कुछ बेहतरीन शांत सप्ताहांत गंतव्यों का सुझाव देने वाले हैं। हमें विश्वास है कि प्राचीन घाटियों, बैकवाटरों से परिपूर्ण और जीवन भर स्मरण करने योग्य गंतव्यों तक, तिरुवनंतपुरम से सिर्फ 3 घंटे में पहुँचा जा सकता है।

थेणमाला

थेणमाला

पर्यटकों को लुभाने वाले थेणमाला को 5 क्षेत्रों – साहसिक क्षेत्र, हिरण पुनर्वास क्षेत्र, सांस्कृतिक क्षेत्र, नौकायन क्षेत्र और विश्राम क्षेत्र में विभाजित किया गया है। इस स्थान पर एक सक्रिय पारिस्थितिकी-पर्यटन योजना चलाई जा रही है, जो पर्यटकों की एक विस्तृत श्रंखला के लिए, उत्कृष्ट रूप से जगह और उसके आकर्षण को वर्गीकृत करता है। थेणमाला अपनी वनस्पतियों और जीवों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ विदेशी विविधता वाली खूबी के कारण न केवल स्थानीय क्षेत्रों के लोगों को, बल्कि पूरे विश्व के पर्यटकों को आकर्षित करता है। इस पहाड़ी इलाके में विस्तृत रूप से हरे रंग के आवरण के बीच घूमना, हर प्रकृति प्रेमी के लिए काफी महत्व रखता है। इस स्थान पर साहसिक गतिविधियों और खेलों की भी बहुत कुछ गुंजाइश है। वहाँ ट्रेकिंग, बाइकिंग, म्यूजिकल फाउंटेन, रस्सी पुल और माउंटिनिरिंग जैसी कुछ गतिविधियाँ हैं, जिनका आप आनंद ले सकते हैं। पलरुवी झरना, इस जगह का एक मुख्य आकर्षण है, जिसे हनीमून और पिकनिक का एक बेहतर विकल्प माना जाता है।

कैसे पहुँचे: थेणमाला आस-पास के शहरों से काफी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, इसलिए वहाँ पहुँचने में कोई परेशानी नहीं होगी। यह तिरुवनंतपुरम से 70 कि.मी. की दूरी पर स्थित है और आप तिरुवनंतपुरम से वहाँ 1 घंटे 30 मिनट के भीतर पहुँच सकते हैं।

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: दिसंबर से फरवरी तक।

कन्याकुमारी

कन्याकुमारी

यदि आप कुछ बेहतरीन परिदृश्यों का लुफ्त उठाने का इंतजार कर रहे हैं, तो आप भारत के दक्षिणी स्थल, जिसे “केप कोमोरिन” के रूप में जाना जाता है, की यात्रा कर सकते हैं। सबको अपनी ओर आकर्षित करने वाली अपनी विशेषता के साथ यह स्थान, भारी संख्या में आने वाले पर्यटकों को अपने तटों पर शाम और सुबह के समय उत्कृष्ट दृश्यों के नजारें पेश करता है। कला की सराहना करने वाले लोग, इस तटीय शहर की परिष्कृत कला और उसकी संस्कृति की प्रशंसा करते हैं। विवेकानंद रॉक मेमोरियल, पद्मनाभपुरम पैलेस, गांधी संग्रहालय और उदयगिरि किला, इस जगह के शीर्ष आकर्षणों में शामिल हैं। मसालेदार समुद्री भोजन और निश्चित रूप से देशी दक्षिणी भारतीय व्यंजन जैसे इडली, उत्पम, डोसा और वड़ा इस स्थान का भ्रमण करने वालों तथा भोजन करने के शौकीन लोगों के लिए काफी महत्व रखते हैं।

कैसे पहुँचे: यह शहर तिरुवनंतपुरम से 85.3 किमी की दूरी पर स्थित है और आप वहाँ से 2 घंटे के भीतर इस स्थान पर पहुँच सकते हैं।

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च तक।

कोच्चि

कोच्चि

यदि आप हमसे पूछें, तो कोच्चि का नाम आपकी सप्ताहांत व्यतीत करने की सूची में जरूर होना चाहिए। विशाल अरब सागर से घिरा हुआ यह शहर पश्चिमी प्रतिष्ठा के साथ भारतीय संस्कृति का एक बहुत अच्छा मिश्रण है। कोच्चि प्राचीन और आधुनिक संस्कृति का समृद्ध मिश्रण होने के फलस्वरूप, दक्षिण में एक अद्वितीय पहचान प्राप्त करता है। इसके अलावा, कोच्चि में इतिहास प्रेमियों तथा खेल के साहसी व्यक्तियों, सभी के लिए कुछ न कुछ मौजूद है। आपके पास यहाँ अपने दिन को आनंद पूर्वक बिताने के लिए संग्रहालय, मॉल, चिल्ड्रेन पार्क और मंदिर आदि जैसे बहुत सारे विकल्प हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए भी यहाँ बहुत कुछ है। खूबसूरत बैकवॉटर, वन्यजीव उद्यान और वनस्पतियाँ तथा विस्तृत विविधता वाले जीव लंबे समय तक इसकी सुंदरता को बनाए रखने का काम करते हैं। यहाँ के स्थानीय व्यंजनों का आनंद लेना न भूलें।

कैसे पहुँचे: यह शहर तिरुवनंतपुरम से 205 किमी की दूरी पर स्थित है और वहाँ पहुँचने में करीब 3 घंटे लग जाते हैं। वहाँ जाने के लिए हवाई मार्ग, रेल और सड़क मार्ग जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: नवंबर से फरवरी तक।

मुन्नार

मुन्नार

यह हिल स्टेशन तीन नदियों नल्लाथानी, मुथिरपुझा और कुंडला के एक दिलचस्प अभिसरण बिंदु पर स्थित है। इसी कारणवश इसे मुन्नार नाम दिया गया है, जिसका मतलब है तीन नदियाँ। इस पश्चिमी घाट हिल स्टेशन का मुख्य तर्क यह है कि क्यों दुनिया भर के यात्रियों द्वारा केरल की यात्रा करने पर जोर दिया जाता है। यह कहने की आवश्यकता नहीं है कि यह स्थान प्रकृति के उत्साही लोगों के लिए स्वर्ग के समान है। इस स्थान पर कई झरने हैं (चिन्नाकनाल और पल्लीवसल झरना), जो लोगों को एक दौरा करने के लिए बाध्य करते हैं। यहाँ के अन्य सुंदर अनुभवों में अट्टुकल, नाडुकनी, मीनुली,  राजमाला, ईको पॉइंट और पोथनमेडू शामिल हैं। वहाँ जाकर, आप स्पष्ट रूप से यह देख सकते हैं कि यह पहाड़ी इलाका बाइक, ट्रेकर्स और पिकनिक मनाने, सभी के लिए एकदम उचित स्थान है।

कैसे पहुँचे: यह तिरुवनंतपुरम से 290 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। आप तिरुवनंतपुरम से मुन्नार तक की अपनी यात्रा 5 घंटे 30 मिनट में तय कर सकते हैं।

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: अगस्त से मई तक।

कुमारकोम

कुमारकोम

स्वर्ग के समान प्रतीत होने वाले इस छोटे और सुंदर द्वीप पर पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है। इसने अपने अद्भुत बैकवॉटर पर्यटन की वजह से दुनिया भर में लोकप्रियता हासिल की है। इसका आकर्षक सौंदर्य किसी को भी अपनी ओर आकर्षित कर सकता है। परिपूर्ण हरियाली और नदियों से घिरा हुआ यह स्थान, प्रकृति प्रेमियों के लिए यथार्थ सपने के समान है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इसकी प्राचीन सुंदरता दुनिया भर के हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती है। यह स्थान नारियल और खजूर के पेड़ों तथा धान की खेती के लिए सबसे अच्छी तरह से जाना जाता है। पक्षियों से प्रेम करने वाले पर्यटक, साइबेरियन क्रेन (सारस) और प्रवासी पक्षियों की विस्तृत विविधता को देखने के लिए यहाँ का दौरा कर सकते हैं। हाउसबोट्स इस जगह का अन्य प्रमुख आकर्षण है।

कैसे पहुँचे: कुमारकोम, केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 164 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। सड़क मार्ग द्वारा तिरुवनंतपुरम से कुमारकोम तक पहुँचने में लगभग 3 घंटे लग जाते हैं।

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय: सितंबर से मार्च तक।

सारांश
लेख का नाम– तिरुवनंतपुरम के आस-पास 5 शीर्ष सप्ताहांत गंतव्य

लेखिका का नाम- हर्षिता शर्मा

विवरण- इस लेख में तिरुवनंतपुरम से दूर स्थित मंत्रमुग्ध कर देने वाले तथा प्राचीन दृश्यों का समायोजन करने वाले गंतव्यों के बारे बताया गया है। आप उपर्युक्त सूची का पालन करके अपना अगला साहसिक दौरा कर सकते हैं।