यद्यपि धर्म की कोई “एक यथार्थ” व्याख्या नहीं है, फिर इसे अक्सर विश्वास या एक अलौकिक शक्ति की पूजा’ के रूप में परिभाषित किया जाता है, जिसे व्यापक रुप में ‘ईश्वर का नाम दिया जाता है। अनुमानों के अनुसार, दुनिया में लगभग 4200 धर्म और निश्चित रूप से, अनगिनत भक्त हैं। भारत अकेला कम से कम नौ मान्यता प्राप्त धर्मों का घर है, यदि हम मानते हैं कि हिंदू धर्म अकेला है (यह चर्चा [...]
भारत में सामान्य अंधविश्वास गुड़गांव के एक व्यक्ति के हाथों से दी हुई ताँबे की अँगूठी को पहनने से गठिया या जोड़ों के दर्द के साथ-साथ शुगर जैसी कई अन्य बीमारियाँ ठीक हो सकती हैं, इस बात पर आप कैसी प्रतिक्रिया करेंगे? क्या आपको लगता है कि यह सिर्फ एक अंध विश्वास है या इसमें रोगमुक्त करने की दृढ़ शक्ति होती है? मेरी कॉलोनी की घुटनों के दर्द से पीड़ित कुछ महिलाएं उसी बाबा के [...]
अमरनाथ की पवित्र वार्षिक तीर्थ यात्रा 28 जून से शुरू हो गई है और इस यात्रा का समापन 26 अगस्त 2018 को होगा। वार्षिक अमरनाथ यात्रा का पंजीकरण पहले ही शुरू हो चुका है। इस बीच श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने तीर्थयात्रियों के लिए क्या करें और क्या न करें के नियम जारी किए हैं ताकि यात्रा बिना बाधा के शांतिपूर्वक की जा सके। अमरनाथ यात्रा के लिए क्या करें ऊनी कपड़े: सभी उम्मीदवारों [...]
“एकम सत” का अर्थ है कि वह जो अस्तित्व में है, एक है”। यह ऋग्वेद की एक लोकप्रिय कविता है। इस कविता के अनुसार ईश्वर के तीन रूप हैं, जो पूरे विश्व के कार्यों का संचालन करते हैं। इन्हें पवित्र त्रिदेव कहा जाता है– जिसमें ब्रह्मा सृष्टि के सर्जक, विष्णु जीवन के पालक और महेशविलय करने वाले देवता शिव हैं। ऋग्वेद में, भगवान शिव के रुद्र रूप का वर्णन भी किया गया है। यजुर्वेद के [...]
“लोग पैसे के लिए काम करते हैं लेकिन सम्मान, प्रशंसा और पुरस्कारों के लिए एक मील आगे तक जाकर काम करते हैं”। डेल कार्नेगी द्वारा दिया गया यह उदाहरण बिल्कुल सही लगता है। जब कोई व्यक्ति कुछ महान काम करता है तो उस पर, प्रशंसा और पुरस्कारों की बरसात-सी होने लगती है। पुरस्कार लोगों के अच्छे कार्यों को मान्यता देने और उनकी उपलब्धियों का सम्मान करने के लिए प्रदान किए जाते हैं। भारत अपने नागरिकों को,राहनुमाई, साहित्य, देशभक्ति [...]
यह वर्ष का वह समय है जब आपको दिल्ली की सड़कों पर सबसे विचित्र परिदृश्यों में से एक को देखने का अवसर मिलेगा – भगवा-धारी शिव भक्त सड़कों पर नंगे पैर चलकर, गंगा जल से भरी मटकी को बाँस में बाँधकर, अपने कंधें पर लादकर काँवड़ यात्रा करते हैं। हाँ, जुलाई श्रावण (सावन) का महीना होता है, यह काँवरियों की काँवर यात्रा का पवित्र महीना होता है। क्या है काँवर यात्रा? प्रत्येक वर्ष सावन के [...]