हॉफ गर्लफ्रेंड- फिल्म समीक्षा
फिल्म समीक्षाः हॉफ गर्लफ्रेंड
- रिलीजः 19 मई 2017
- पात्रः अर्जुन कपूर, श्रद्धा कपूर, रिया चक्रवर्ती, विक्रान्त मैसी, सीमा बिस्वास, फेलिक्स, शिंदराज,
- निर्देशितः मोहित सुरी
- उत्पादितः शोभा कपूर, एकता कपूर, मोहित सुरी, चेतन भगत
- कहानीः चेतन भगत
- पटकथाः तुषार हिरनन्दनी
- डायलॉगः इशिता मोइत्रा उधवानी
- छायांकनः विष्णु राव
- संगीत रचनाः मिथुन, तनिष्क बागची, राहुल मिश्रा, रिशि रिच, फरहान सईद और अनी मिश्रा
- अवधिः 2 घंटे 15 मिनट
- शैलीः रोमांटिक ड्रामा
- सेंसर रेटिंगः यू/ए
हॉफ गर्लफ्रेंड मूवी के बारे में
आशिकी-2, एक विलेन, मर्डर-2 और कलयुग जैसी सफल फिल्मों के निर्देशन के बाद, ऐसा लगता है कि हॉफ गर्लफ्रेंड के साथ मोहित सुरी का निर्देशन कैरियर अब एक बड़ी दीवार के समक्ष जा खड़ा है।
चेतन भगत की पुस्तक “5 प्वॉइंट समवन” से आमिर खान की भूमिका में बनी फिल्म 3 ईडियट्स काफी सफल रही थी, उसी कीर्तिमान को दोहराने के लिये मोहित सुरी ने चेतन भगत की पुस्तक “हॉफ गर्लफ्रेंड” के रूपांतर पर हॉफ गर्लफ्रेंड फिल्म बनाई। दुर्भाग्य से वह बुरी तरह विफल रहे।
समस्या कहानी के साथ चित्रण सामग्री में हैं। यह फिल्म एक ग्रामीण हिंदी भाषा बोलने वाले माधव झा, जिसकी अंग्रेजी कमजोर है, के बारे में है जो बिहार से दिल्ली के बहुत ही विशेष सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ने के लिये आया है। अभी तक सब ठीक है।
अपेक्षित रूप से, वह अपने सपनों की रानी रिया सोमानी से मिलता है। अंग्रेजी और पैसा दो ऐसी चीजें हैं जो इन दोनों के बीच दीवार बन रही हैं क्योंकि लड़के की अंग्रेजी और आर्थिक स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है जबकि लड़की इन दोनों मामलों में धनी है।
यहाँ से ही एक सामान्य, कॉलेज के लड़के की तलाश कॉलेज की लड़की के लिए, कहानी शुरू होती और अपेक्षित मोड़ लेती है। इसी जगह से कहानी तथा निर्देशन में उलझन की स्थिति शुरू होती है।
क्या यह फिल्म गरीब लड़का-अमीर लड़की या हिंदी अंग्रेजी के लिये सामाजिक विभाजन या उनकी अलग-अलग महत्वाकांक्षाओं और उम्मीदों के बारे में है। पात्रों का चित्रण, इस कहानी में उलझन, को और बढाती है।
इस कहानी का प्रेम भरा अन्तराल एक सामान्य पथ पर है जिस मे लड़की किसी भी और गर्लफ्रेंड की तरह जवाब देती है। लेकिन जब वह कहती है मुझसे दूर चले जाओ अब और नहीं- क्या लड़का वापस चला जाता है या क्या वह लड़की का पीछा करना जारी रखता है।
रोमांटिक रूप से पीछा करना और बुरी नज़र से देखने के बीच की दूरियाँ कम हो सकती हैं जो निर्भर करता है उनमें में से एक पात्र जो कहता है कि चलो हम लोग दोस्त बन जायें या हॉफ गर्लफ्रेंड लेकिन कुछ और नहीं। आप इस फिल्म को देखना चाहते हैं या नहीं? फिल्म में मोहित सुरी ने दुविधा पैदा कर दी है और दर्शकों को इस फिल्म के बारे में उलझन में रहना पड़ता है।
और फिर, लड़की यह सोंच कर उलझन में पड़ जाती है कि वह अपनी जिंदगी से क्या चाहती है। उसके कॉलेज के साथी के साथ रोमांटिक समय ठीक और सामान्य लगता है, जब वह कहती है कि- “मैं तुम्हारी हॉफ गर्लफ्रेंड बन सकती हूँ”। कोई भी या नहीं जान सकता कि इस फिल्म में आधे के बाद क्या होने वाला है।
प्रदर्शन
फिल्म में माधव झा के रूप में अर्जुन कपूर स्पष्ट रूप से अनुपयुक्त व्यक्ति हैं। उनका यह पूरा रूप उनके चरित्र के साथ मेल नहीं खाता है। अर्जुन अधिकतर एक दुःखी व्यक्ति के रूप में आगे आये हैं।
दूसरी ओर श्रद्धा कपूर, रिया सोमानी की भूमिका को अच्छी तरह निभाती हैं लेकिन बाद में उसे दोस्त और गर्लफ्रेंड के रूप में डबल भूमिका निभाते हुए उलझन का सामना करना पड़ता है।
हॉफ गर्लफ्रेंड की संगीत समीक्षा-
11 गानों के साथ, इस फिल्म को अच्छी तरह से एक संगीत कथा के रूप में देखा जा सकता है। वास्तव में, गाने इस फिल्म को एक अनुग्रह प्रदान करते हैं। गायकों और संगीत कारों की पटकथा ने इस फिल्म के मूड के साथ-साथ शैलियों का एक अच्छा मिश्रण बनाया है जैसा कि यह प्रतीत होता है।
बारिश तथा मेरे दिलमें इस फिल्म के सर्वश्रेष्ठ गानों में पाए जाते है लेकिन गानों का चयन करना एक व्यक्तिगत मामला है।
बारिस
- गायकः अश किंग, शशा तिरूपति,
- लेखकः तनिष्क बागची
- अवधिः: 4:36 मिनट
थोड़ी देर
- गायकः फरहान सईद, श्रेया घोषाल
- लेखकः फरहान सईद
- अवधिः 4:56 मिनट
हॉफ गर्लफ्रेंड (लव थीम)
- गायकः मिथुन
- लेखकः मिथुन
- अवधिः 4:32 मिनट
लॉस्ट विदआउट यू
- गायकः अमी मिश्रा, अनुष्का साहनी
- लेखकः अमी मिश्रा
- अवधिः 5:36 मिनट
तू ही है
- गायकः राहुल मिश्रा
- लेखकः राहुल मिश्रा
- अवधिः 5:22 मिनट
फिर भी तुमको चाहूँगा
- गायकः अरिजीत सिंह, शशा तिरूपति,
- लेखकः मिथुन
- अवधिः 5:52 मिनट
फिर भी तुमको चाहूँगी
- गायकः श्रद्धा कपूर,
- लेखकः मिथुन
- अवधिः 3:50 मिनट
पल भर (चाहूँगा- दोबारा)
- गायकः अरिजीत सिंह
- लेखकः मिथुन
- अवधिः 4:34 मिनट
स्टे ए लिटिल लाँगर
- गायकः अनुष्का साहनी
- लेखकः फरहान सईद
- अवधिः 5:02 मिनट
मेरे दिल में
- गायकः वेरोनिका मेहता, यश नार्वेकर
- लेखकः रिशी रिच
- अवधिः 2:44 मिनट
अच्छा क्या है?
स्पष्ट रूप से, श्रद्धा और फिल्म का संगीत, दोनों फिल्म को दिखाने वालों और प्रोड्यूसरों को निवेश का एक बड़ा हिस्सा वापस प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
बुरा क्या है?
कहानी और उसका संदेश किसी को भी स्पष्ट रूप से समझ में नहीं आ रहा है कि हॉफ गर्लफ्रेंड का मतलब क्या है जबकि वह एक पूर्ण प्रेमिका की भूमिका निभा रही है। कटीली आँखों वाला प्रेमी लड़का बनाम बुरे इरादों वाला बेईमान लड़का दोनों पात्र अस्पष्ट है।