मोतीचूर के मोदक रेसिपी
गणेश चतुर्थी हिंदुओं का लोकप्रिय त्योहार है जो पूरे भारत में भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र गणेश के जन्मोत्सव के रूप में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। भगवान गणेश की मिट्टी से बनी हुई मूर्तियों को उनके भक्त नदी, झील या समुद्र में विसर्जित करते समय अपनी समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि भगवान गणेश को उनके भक्तों के द्वारा चढ़ाए जाने वाले लड्डू बहुत पसंद आते हैं। पहले पारंपरिक रूप से लड्डू (मोदक) चावल के आटे, गुड़ और नारियल को मिलाकर बनाए जाते थे। हालांकि, हम इसके अलावा भगवान गणेश की पसंद के मोतीचूर के मोदक (लड्डू) भी बना सकते हैं। मैं आज गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर आपको भगवान गणेश को प्रसाद के रूप में मोतीचूर के मोदक (लड्डू) बनाने का नुस्खा पेश कर रही हूँ।
आवश्यक सामग्री
- बेसन – दो कप
- चीनी – एक कप
- पानी – तीन कप
- दूध – एक चौथाई कप
- इलायची पाउडर – एक छोटा चम्मच
- पिस्ते के टुकड़े – एक छोटा चम्मच
- नारंगी रंग
- लाल रंग
- घी भूनने के लिए
मोतीचूर के मोदक (लड्डू) कैसे बनाएं
चीनी में पानी डालकर गर्म करें और एक तार की चाशनी बना लें।
चाशनी में दूध और नारंगी रंग डालकर एक तरफ रख दें।
एक चम्मच दूध में लाल रंग डालकर एक तरफ रख दें।
बेसन का चिकना पेस्ट बनाएं।
एक कढ़ाही में घी गर्म करें।
कढ़ाही में बेसन का चिकना पेस्ट डालकर बूँदी बनाने के लिए जालीदार करछुल का उपयोग करें और 2 से 3 मिनट तक तलें।
बूँदी निकालकर चाशनी में डाल दें।
इलायची पाउडर और अन्य मिश्रण डालें।
बूँदी को बराबर भागों में बाँटकर मोदक (लड्डू) बनाएं।
सजावट के लिए पिस्ते का उपयोग करें और प्रत्येक मोदक (लड्डू) पर लाल दूध का तिलक लगायें।
मोतीचूर मोदकों को ठंडा करें और पेश करें।