Rate this {type} स्थान: नई दिल्ली के दक्षिण में, तुगलकाबाद किला अगर मध्ययुगीन काल के शासक वास्तुकला के शौकीन न होते, तो आज दिल्ली इतनी विरासतों का उत्तराधिकारी नहीं होता जितना कि आज है। भारत के पहले तुगलक वंश शासक की स्थापना करने वाला, गयासुद्दीन तुगलक वास्तुकला का शौकीन था। जैसे ही वह सिंहासन पर बैठा, उसने तुरन्त तुगलकाबाद में किले का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया। वास्तुकला से लगाव होने के कारण वह खुद [...]
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Rate this {type} यदि आप एक व्यस्त शहरी जीवन जी रहे हैं तो धार्मिक स्थानों पर भ्रमण करने से आपके मन को शांति मिल सकती है। मुंबई के व्यस्त शहर में बाबुलनाथ मंदिर स्थित है जो भगवान बाबुलनाथ (भगवान शिव) को समर्पित है। मंदिर की वास्तुकला और नक्काशी गई अद्भभुत आन्तरिक संरचना को देखकर, ऐसा लगता है जैसे कैलाश पर्वत पर स्थित मंदिर वहीं पर मौजूद है। बाबुलनाथ मंदिर की संपूर्ण छत और खंभे हिंदु [...]
Rate this {type} 22 मई को नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात में कांडला बंदरगाह ईरान के चाबहार पोर्ट से जोड़ा जायेगा। संयोग से, भारत सरकार की सहायता से पोर्ट का विकास किया जा रहा है। यह उम्मीद की जाती है कि जब इस जुड़ाव प्रक्रिया को पूरा किया जायेगा तो इससे भारत के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि कांडला पोर्ट ट्रस्ट केपीटी (जो देश में सबसे अधिक [...]
Rate this {type} ‘दिल वालों की दिल्ली में आपका फिर से स्वागत है’! जिस स्थान का वर्णन यात्री “ज़रूर देखे” के रूप में करते है, मै उसे प्यार और शांति का घर कहता हूँ- दिल्ली का बहाई मंदिर। लोटस मंदिर के रूप में लोकप्रिय, बहाई मंदिर दुनिया में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। लोटस मंदिर के बाहर का जीवन व्यस्त है क्योंकि साधारण व्यक्ति अपने परिवार की आजीविका चलाने के लिए, काम [...]
Rate this {type} भूले हुऐ लोग 2011 में, जब जनगणना के आंकड़े सामने आये, तब भारतीय मध्यम वर्ग या इससे उपर की आय वाले लोगों को सामूहिक रूप से बहुत निराशा हुई। देश में झुग्गी निवासियों की संख्या 52 लाख से बढ़कर (2001 के आँकड़ों के अनुसार) 65 लाख हो गई थी। इसमें देश की शहरी आबादी का लगभग 17 प्रतिशत (उस समय) हिस्सा शामिल है। आधा दशक बीतने के बाद यह समस्या अब पहले [...]
Rate this {type} स्थान: हरि कृष्णा हिल, कैलाश के पूर्व, नई दिल्ली दिल्ली में इस्कॉन मंदिर का निर्माण, इंटरनेशनल सोसायटी “कृष्ण चेतना” द्वारा वर्ष 1998 में कराया गया था जो संबंधित 40 मंदिरों में से एक है। कैलाश पर्वत के पूर्व में, हरि कृष्णा हिल पर स्थित राजधानी में सबसे भव्य मंदिरों में से एक है। यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है, और इस मंदिर को श्री श्री राधा पार्थसारथी मंदिर के रूप में [...]
Rate this {type} स्थान: भैरों रोड, प्रगति मैदान, नई दिल्ली हम में से कितने लोग अपने शैक्षणिक जीवन में विज्ञान प्रेमी रहे हैं? शायद ही थोड़े बहुत रहे हों। विज्ञान हमेशा उच्चतम विचारों का विषय रहा है। विज्ञान विषय केवल बुद्धिमान लोगों के द्वारा ही अपनाया जा सकता है। लेकिन एक ऐसी जगह है जो किसी को भी इस जटिल विषय के प्रेम जाल में आसानी से फंसा सकता है, वह है नई दिल्ली में [...]
Rate this {type} स्थानः बेंगलुरु (बैंगलौर) टीपू सुल्तान के किले (उर्फ बैंगलोर फोर्ट) को, शुरू में बंगाल के संस्थापक केपे गौड़ा द्वारा मिट्टी के किले के रूप में बनवाया गया था। बाद मे हैदर अली टीपू सुल्तान के पिता ने इसे एक पत्थर के किले में परिवर्तित कर दिया। किला अंग्रेजों के खिलाफ मैसूर साम्राज्य के संघर्ष का सबूत है। किले के अंदर टीपू सुल्तान का सुमेर महल है। जो अपने आप में वास्तुकला का [...]
Rate this {type} स्थान: पोंडा तालुका, गोवा अगर आप इस मौसम में गोवा जाने के लिए सोच रहे है? तो फिर बोंडला वन्यजीव अभयारण्य के निकटतम बंदरगाह में, अपने पसंदीदा जानवरों के साथ मौज मस्ती करना न भूलें। गोवा का सबसे छोटा और सबसे लोकप्रिय अभयारण्य शहर के पूर्वोत्तर भाग के पोंड़ा तालुका में स्थित है। सिर्फ 8 वर्ग कि.मी. के क्षेत्र में फैले हुए, बोंडला वन्यजीव अभयारण्य में नम पतझड़ वन और सदाबहार वनस्पति [...]
Rate this {type} स्थान: एलीफेंटा आइलैंड, मुंबई हार्बर, महाराष्ट्र मुंबई के किनारे से लगभग 7 कि.मी. दूर एलीफेंटा आइलैंड है, जिसे लोकप्रिय तौर पर घारापुरी के नाम से जाना जाता है। यह ग्रीन द्वीप 6-8 वीं शताब्दी से अपनी अद्वितीय रॉक-कट गुफाओं के साथ आगंतुकों को आकर्षित करता है। एलिफेंटा गुफाएं- दो भागों में बँटी हुई हैं इनमें से पाँच गुफाओं का समूह भगवान शिव को समर्पित है तथा दूसरे समूह में स्तूप हिल नामक दो बौद्ध [...]


