2018 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
लोग कहते हैं कि नया साल अपने साथ, नई शुरुआत लेकर आता है। हालांकि एक बात तो तय है कि एक नई शुरुआत करना सब के लिए आसान नहीं होता। एक नया साल हमें पिछले बीते साल में की गई गलतियों को सुधारने और फिर से एक नई शुरुआत करने का अवसर देता है। साल 2018 में खासकर भारतीय खेलों की दुनिया को लेकर किसी तरह का कोई अपवाद ही नहीं है।
इस साल नवंबर में, मैरी कॉम विश्व चैंपियनशिप में 6 स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली महिला बनीं। वहीं दीपा करमाकर ने कड़ी मेहनत के साथ, जिम्नास्टिक में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीतकर भारत के नाम किया। हम सभी यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि खेल की दुनिया में हमें और किसने गौरवान्वित किया? यहां 5 खिलाड़ियों की एक सूची दी गई है, जिनके बारे में हमारा मानना है कि इन्होंने निश्चित रूप से इस वर्ष देश को गौरवान्वित किया है!
सुनील छेत्री
भारत हमेशा से क्रिकेट प्रेमियों का देश रहा है और संभवतः कुछ समय तक ऐसे ही रहेगा। हालांकि, 2018 में अभी तक एक और खेल – फुटबॉल (आंशिक वृद्धि) चिह्नित किया गया है। जिसका आंशिक श्रेय भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री को दिया जा सकता है।
जून 2018 में, छेत्री अन्य सक्रिय खिलाड़ियों में से दुनिया के दूसरे सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए, जो अब लियोनेल मेस्सी के साथ एक गौरवपूर्ण स्थिति साझा कर रहे हैं। केवल इतना ही नहीं, हर मैच में उनका गोल करने का रिकॉर्ड मेसी और रोनाल्डो के त्तकालीन रिकॉर्ड से काफी बेहतर है। हाल ही में उन्हें एशिया अवॉर्ड 2018 में सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर के लिए नामित किया गया है।
विराट कोहली
हालांकि अक्सर विवादों से बाहर रहने वाले, हमारी भारतीय क्रिकेट टीम के 30 वर्षीय कप्तान निश्चित रूप से इस साल एक बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रहे हैं। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार तीन शतक लगाए और 2018 में सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय रन स्कोरर में से एक रहे हैं।
भारतीय टीम की कमान संभालने वाले, विराट कोहली एक ही वर्ष में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया तीनों की टेस्ट मैच सीरीज जीतने वाले पहले एशियाई कप्तान बनें। उनकी नवीनतम उपलब्धियों में से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे तेज 1000 रन बनाना और 25 वां टेस्ट शतक लगाना शामिल है।
पी वी सिंधु
प्रसिद्ध बैडमिंटन खिलाड़ी ने कभी भी इतिहास बनाना बंद नहीं किया। वह पहली बार 2012 में 17 साल की उम्र में चर्चा में आई थी। इस साल उन्हें लेकर कोई अपवाद नहीं रहा है।
2018 राष्ट्रमंडल खेलों में, सिंधु ने मिश्रित वर्ग में एक स्वर्ण और महिला एकल में एक रजत जीता। एशियाई खेलों में, एकल में रजत पदक जीतने वाली, स्टार खिलाड़ी, पोडियम पर दूसरे स्थान पर रहने वाली पहली भारतीय बनीं। मौजूदा समय “वर्तमान वर्ष के अंत”, के रूप में, 16 दिसंबर, 2018 को, उन्होंने बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल जीता और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय बनीं।
मनिका बत्रा
देश के “खेल प्रेमियों” के बीच टेबल टेनिस पर शायद ही कभी बात की जाती हो। लेकिन, 2018 में 23 वर्षीय मनिका बत्रा ने इस खेल को बदल कर रख दिया। इस टेनिस खिलाड़ी ने पहले ही एशियाई खेलों में, 2016 में तीन स्वर्ण जीते। 2018 के साथ ही, वह इतिहास बनाने में कामयाब रहीं।
इस साल राष्ट्रमंडल खेलों में, बत्रा ने पिछली बार की चैम्पियन रही, सिंगापुर के खिलाफ स्वर्ण पदक जीतने में महिला टीम का नेतृत्व किया। युगल वर्ग में बत्रा ने मौमा दास के साथ मिलकर भारत को सीडब्ल्यूजी में अपना पहला रजत पदक दिलाया। खेलों में उनका प्रदर्शन अनुकरणीय रहा है।
यू मेंगयू को हराकर, मणिका बत्रा टेबल टेनिस, सीडब्ल्यूजी में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक पहनने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
मैरी कॉम
कई लोगों के लिए, मैरी कॉम लंबे समय से भारत में महिला बॉक्सिंग का चेहरा रही हैं। हर बार और हर समय उन्होंने स्वंय को साबित किया है।
इस साल, 35 वर्षीय मैरी कॉम, 6 बार विश्व एमेच्योर मुक्केबाजी चैंपियन का खिताब जीतने वाली पहली महिला बनीं। इतना ही नहीं, मैरी कॉम ने सात विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में से प्रत्येक में स्वर्ण जीता है और ऐसा करने वाली वह पहली महिला है। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स, 2018 में भी स्वर्ण पदक जीता।
आपको कैसे लगता है कि हमारे खिलाड़ियों ने 2018 में कैसा प्रदर्शन किया? नीचे टिप्पणी करके हमें बताएं!