प्रौद्योगिकी द्वारा कैसे बदल रही है शिक्षा
21 वीं सदी में रहने के लिए, क्या प्रौद्योगिकी के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है? हम ऐसी दुनिया में रह रहे हैं, जहाँ डिजिटल तकनीक हमें अलग-अलग तरीकों से प्रभावित कर रही है। हम हर पहलू में प्रौद्योगिकी का उपयोग दिन – प्रतिदिन अपनी गतिविधियों, विनिर्माण और उद्योगों, सेवाओं, शिक्षा आदि में देखते हैं। वास्तव में, यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहाँ प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से पिछले वर्षों में एक बड़ा परिवर्तन देखा गया है, शिक्षण और इसके क्षेत्र में ऑनलाइन दुनिया की मौजूदगी ने पूरी तरह शिक्षा की प्रक्रियाओं में क्रांति ला दी है, जानकारी प्रसारित करने के लिए ऑनलाइन शिक्षण, शिक्षण सम्बन्धी ऐप को अपने आईपैड और लैपटॉप एवं डेस्कटॉप पर इन्सटॉल करना न भूलें, प्रौद्योगिकी का उपयोग करके शिक्षा का चेहरा बदल गया है।
प्रौद्योगिकी के विभिन्न तरीके जिनके द्वारा बदल रही है शिक्षा
वैश्विक मंचः शिक्षा एक ही मंच तक ही सीमित नहीं है। प्रौद्योगिकी द्वारा समर्थित शिक्षा, दुनिया भर में फैल गई है। डिजिटाइजेशन के साथ, एक जगह पर बैठे छात्र एक दूरस्थ विदेशी स्थान से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, स्काइप जैसे ऐप्स या ऑनलाइन टेक्नोलॉजीज़ के माध्यम से उपलब्ध कराई गई शिक्षा का उपयोग कर सकते है। आज शिक्षक अपने घरों में बैठकर आराम से दूरस्थ छात्रों को शिक्षा प्रदान करा सकते हैं। प्रौद्योगिकी ने सीखने के सुविधाजनक तरीके से शिक्षकों और छात्रों के लिए एक वैश्विक मंच बनाया है।
उचित मूल्यांकनः कई संस्थानों की मूल्यांकन प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप दिया गया है। छात्रों को ऑनलाइन कृत्रिम परीक्षणों के द्वारा, उनके शिक्षण और ज्ञान के आधार पर जानकारी प्राप्त करा सकते हैं, जो उन्हें अंतिम परीक्षा के लिए बेहतर बनाने में मदद करता है। ऑनलाइन आँकलन कुशल और परिपूर्ण है क्योंकि ये लचीला और निष्पक्ष होता है। दूरी या पत्राचार के पाठ्यक्रमों के लिए इस तरह की एक ऑनलाइन परीक्षा सभी छात्रों के लिए अधिक उपयोगी है।
शिक्षक एवं छात्र के बीच बेहतर विचार-विमर्शः उन दिनों जब शिक्षक और छात्र केवल कक्षा में ही विचार-विमर्श कर सकते थे। आज व्हाट्सएप, स्काइप और ई-मेल जैसे विभिन्न तकनीकों की सहायता से, शिक्षक अपने छात्रों के साथ लगातार संपर्क में रह सकते हैं। ई-मेल और ड्रॉपबॉक्स जैसी सेवाओं के माध्यम से शिक्षक और छात्रों के बीच विचार-विमर्श एक सुविधाजनक तरीका बन गया है।
त्वरित जानकारीः सभी जानकारी ऑनलाइन होने के कारण, अब केवल एक क्लिक पर आसानी से उपलब्ध हो सकती है, छात्र अब पाठ्य पुस्तकों तक सीमित नहीं है, वास्तव में वे कुछ ही सेकंड में किसी भी जानकारी तक पहुँचने की क्षमता रखते हैं ।
ऑनलाइन शोधः ऑनलाइन पुस्तकालय और ई-पुस्तकें अब प्रवृत्ति में हैं, आप ऑनलाइन लाइब्रेरी तक पहुँच सकते हैं जो बहुमुखी, व्यापक और आभासी है। इंटरनेट के माध्यम से ऑडियो, चित्र, ऑनलाइन पुस्तकों, वीडियो के रूप में विस्तृत जानकारी सिर्फ आपके एक क्लिक पर उपलब्ध हो जायेगी। आपके विचारों और सूचनाओं या किसी भी प्रकार के समाचारों की जानकारी के लिए गूगल पर क्लिक करना न भूलें।
मल्टीमीडिया और वीडियो गेमः प्रौद्योगिकी ने मीडिया और शिक्षा को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, गेमिंग मॉडल जो बड़ी मात्रा में जानकारी प्रदान करने में सहायता प्रदान करते हैं और समस्याएँ हल करने में भी सहायता करते हैं। वीडियो गेम पर बहुत अधिक समय बिताया जा रहा है, लेकिन वीडियो गेम “एड्यूटेनेंट (खेल-खेल में बच्चों को पढाना) = शिक्षा + मनोरंजन” का एक बड़ा स्रोत है।
शिक्षण के लिए मोबाइल एप्लिकेशनः ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने के लिए, बहुत सारे मोबाइल एप्लिकेशन उपलब्ध हैं, इन एप्स में अभिनव सीखने के कई तरीके हैं, जो अधिक संवादात्मक और दिलचस्प तरीके हैं।
ऑनलाइन डिग्रीः आज मान्यता प्राप्त अमेरिकी संस्थानों की संख्या में बहुत अधिक वृद्धि हुई है, जो न केवल छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करते है बल्कि ऑनलाइन डिग्री प्रदान करने में भी मदद करते हैं ताकि उनके लिए नौकरियो के रोमांचक अवसर भी प्रदान हो सकें। वास्तव में, अमेरिका में यह नवीनतम प्रवृत्ति रही है ऑनलाइन डिग्री अब तेजी से स्वीकार किए जा रहे हैं।
विशेष आवश्यकता वाले छात्रों के लिए प्रौद्योगिकी बहुत ही उपयोगी हैः विशेष आवश्यकता वाले छात्रों को अब लगातार कक्षा में जाने की आवश्यकता नहीं है, ऐसे कई मोबाइल एप्लिकेशन हैं जो डिजिटल शैक्षणिक सहायता के साथ मुख्यधारा की शिक्षा सीखने के लिए ऐसे छात्रों को सक्षम करते हैं।
संक्षेपः कई मायनों में, प्रौद्योगिकी ने शिक्षा और सीखने की प्रक्रिया को बदल दिया है। इसने शिक्षा की पहुँच बहुत बढ़ा दी है, औपचारिक शिक्षा के लिए आज अवसर प्रौद्योगिकी धन्यवाद के दायरे से भी बहुत आगे है। प्रौद्योगिकी ने सीखने, संचार और सहयोगी रूप से काम करने नए अभिनव और दिलचस्प तरीके अपनाते हुए दिशा में मार्ग प्रशस्त किया है। इंटरनेट की पहुँच और स्मार्ट डिवाइस तथा ऐप्स की उपस्थिति के साथ कुशल शिक्षा संभव है। प्रौद्योगिकी ने सीखने और शिक्षा की प्रक्रिया को फिर से परिभाषित किया है।