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भारत की उच्च शिक्षा प्रणाली को आज दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी मान्यता प्राप्त है। यहाँ 550 से ज्यादा विश्वविद्यालय और लगभग 16,000 अतिरिक्त कॉलेज हैं जो विभिन्न शैक्षणिक विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम की पेशकश करते हैं। स्नातक की डिग्री प्राप्त करना एक छात्र की बुनियादी शिक्षा का हिस्सा है। भविष्य के पाठ्यक्रम और भावी कैरियर की संभावनाओं को तय करने के लिए यह एक मजबूत आधार बनाता है। भारत में कई प्रतियोगी परीक्षाएं हैं [...]

कक्षा 12 के बाद प्रतियोगी परीक्षाएं

कक्षा 12 पास करने के बाद, छात्रों को अपनी योग्यता और रुचि के आधार पर अपने अध्ययन के अनुसार पाठ्यक्रम का चयन करना होता है। भारत के विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से विज्ञान, मानविकी या वाणिज्य में स्नातक स्तर की पढ़ाई करना बेशक सबसे आम विकल्प है। लेकिन कई राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाएं हैं जिनका अध्यन छात्र बेहतर कैरियर प्राप्त करने के लिये कर सकता है। विज्ञान से कक्षा 12 पास करने वाले छात्रों [...]

निजी और पब्लिक स्कूलों में अंतर – भारत में इसका प्रभाव

कोई भी वह राष्ट्र जो हर मामले में एक महाशक्ति बनने के बारे में सोच रहा है, उसे हमेशा एक पर्याप्त मजबूती की आवश्यकता होती है ताकि वह अपनी महत्वाकांक्षा को महसूस कर सके। इस शक्ति को प्राप्त करने के कई तरीके हैं जिनमें से एक तरीका शिक्षा है, जो हर किसी के लिए उपलब्ध होनी चाहिए। एक राष्ट्र के रुप में भारत ने इस संबंध में कुछ कदम उठाये हैं। भारत में 14 वर्ष तक [...]

विज्ञान में स्नातक होने के बाद नौकरी उन्मुख पाठ्यक्रम

युवाओं को इस बात की अच्छी तरह जानकारी है कि आजकल केवल एक स्नातक की डिग्री ही पर्याप्त नहीं है, खासकर जब उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धात्मक नौकरी बाजार के बारे में पता चला है। प्रतिस्पर्धा में बढ़ोतरी हासिल करने के लिए, प्रत्येक को अतिरिक्त पाठ्यक्रमों का लक्षय रखना चाहिए: नौकरी उन्मुख डिप्लोमा कोर्स या कोई अन्य पेशेवर कोर्स। ऐसा लगता है कि एक विज्ञान स्नातक के लिए गुंजाइश सीमित है, क्योंकि अधिकांश लोग राय रखते हैं [...]

जीवन में शिक्षा का महत्व

  शिक्षा का महत्त्व ऑक्सफोर्ड अंग्रेजी डिक्शनरी के अनुसार, ज्ञान का अर्थ है शिक्षा या अनुभव के माध्यम से तथ्य, सूचना और कौशल प्राप्त करना। ज्ञान किसी विषय के सैद्धांतिक या व्यावहारिक समझ का गठन करता है। मानव समाज के वंशज, वानर व् अन्य जानवरों से केवल ज्ञान और उपयोग के कारण अलग हैं। ज्ञान केवल शिक्षा के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। यह बिना कहे ही जाना जा सकता है कि समानता बनाने [...]

  मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग के सबसे पुराने और लोकप्रिय विषयों में से एक है। इसमें विषयों की एक पूरी श्रृंखला जैसे मैकेनिक्स, थर्मोडायनामिक्स, थर्मल इंजीनियरिंग, डिजाइनिंग, पॉवर प्लांट इंजीनियरिंग, एचवीएसी, मैट्रोलॉजी और क्वालिटी कंट्रोल, प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, मैनेटेंसन इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग इंजीनियरिंग शामिल है। अंत में यह पाठ्यक्रम डिजाइन, उत्पादन, निर्माण और संरक्षण में नौकरी की संभावनाएं खोलता है। यह पूर्णतया आपकी रुचि और क्षमता के अनुसार सबसे अच्छे क्षेत्र का चयन करने का आपका अपना [...]

आईसीएसई बनाम सीबीएसई: बोर्डों के मध्य संघर्ष

यह शुरुआत से ही देखा जा रहा है कि शिक्षा बोर्ड को चुनने की दुविधा हमेशा माता-पिता के लिए एक चुनौती रही है। भारत में अधिकांश माता-पिता द्वारा चुने जाने वाले दो सबसे लोकप्रिय बोर्ड आईसीएसई (इंडियन सार्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) और सीबीएसई (सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन) हैं। लेकिन क्या आपने कभी यह छान-बीन करने की कोशिश की है कि आपके बच्चे के लिए कौन सा बोर्ड बेहतर है? प्रत्येक बच्चा अलग है और [...]

वाणिज्य क्षेत्र में एक मात्र स्नातक की डिग्री पर्याप्त नहीं है। आपको बेहतर पद प्राप्त करने के लिए, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में स्नातकोत्तर या फिर एक विशेष पाठ्यक्रम करने की आवश्यकता होती है। बैंकिंग और वित्त, शेयर बाजार, बीमा, पूँजी बाजार, वित्तीय नियोजन, इक्विटी अनुसंधान, लेखांकन, आदि जैसे लाभपूर्ण व्यवसाय विभिन्न क्षेत्रों में हैं। हालांकि, समस्या यह है कि जब वाणिज्य क्षेत्र में इतने सारे पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, तो सबसे अच्छी नौकरी को प्राप्त करने के [...]

जल प्रदूषण भारत में व्याप्त सबसे बड़े संकटों में से एक है। इसका सबसे बड़ा स्रोत है, बिना ट्रीटमेंट किया सीवेज का पानी। यह साफ दिखता है। इसे देखने के लिए ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है। प्रदूषण के कई अन्य स्त्रोत भी हैं। जैसे- खेतों से आता पानी, छोटे और अनियंत्रित उद्योगों से आने वाला पानी। हालात इतने गंभीर हैं कि भारत में कोई भी ऐसा जल स्रोत नहीं बचा है, जो जरा [...]

दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) ने अपनी बहुप्रतीक्षित प्रवेश अनुसूची की घोषणा की

  दिल्ली यूनिवर्सिटी के लगभग 60 पूर्व-स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए, राजधानी में फैले हुए लगभग 63 कॉलेजों में हो रहे ऑनलाइन पंजीकरण जल्द ही समाप्त किए जा रहे हैं जिसके बाद प्रवेश प्रकिया शुरू होने जा रही है। इस वर्ष प्रस्तावित सीटों की कुल संख्या लगभग 56,000 है, जिसमें नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाने के कारण नई सीटों को जोड़ा गया है। पिछले साल 3.38 लाख छात्रों ने प्रवेश के लिए आवेदन किया था। इस [...]