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भारत में जनसंख्या वृद्धिः कारण और निवारण

5 / 5 ( 1 vote ) भारत का हर कोना, हर नुक्कड़, ज्यादा आबादी होने का जीता जागता उदाहरण है। चाहे आप कहीं भी हों मेट्रो स्टेशन, हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, सड़क, हाईवे, बस स्टाॅप, अस्पताल, शाॅपिंग माॅल, बाजार, मंदिर या फिर कोई सामाजिक या धार्मिक समारोह, आप इन सब जगहों को दिन के किसी भी समय भीड़ से भरा देख सकते हैं। इससे साफ पता चलता है कि देश में जनंसख्या कितनी ज्यादा [...]

Rate this {type} साम्राज्यवाद को एक मजबूत राष्ट्र द्वारा कमजोर राष्ट्र पर किए गए शासन के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। भारत में ब्रिटिश साम्राज्यवाद सबसे उपयुक्त उदाहरण है कि एक राष्ट्र दूसरे राष्ट्र का पूरे नियंत्रण के माध्यम से लाभ उठाने के लिए उपयोग कैसे कर सकता है। लेकिन विस्तार में जाने से पहले, कुछ ऐसे सवाल हैं जिनका पता लगा लेना चाहिए कि जैसे एक छोटा सा राज्य एक विशाल राष्ट्र [...]

स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन की सहायता से भारत में अधिक रोजगार के अवसर

Rate this {type} कोयला और प्राकृतिक गैस के माध्यम से विद्युत उत्पादन करने से,  वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण के कारण पर्यावरण की गुणवत्ता में गिरावट प्रमुख कारणों में से एक है। स्वच्छ ऊर्जा तब होती है, जब वायु और सौर ऊर्जा जैसे अक्षय संसाधनों का उपयोग कम या बिना प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग उत्सर्जन के साथ बिजली उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। भारत एक वैश्विक नेता के तौर पर उभरा, जब प्रधान [...]

डेंगू और चिकनगुनिया के प्रकोप: कारण, लक्षण और निवारण

Rate this {type} भारत में मानसून का मौसम भरपूर फसलों और कई त्यौहारोंके साथ ठंडी मूसलाधार बारिश साथ लाताहै। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों से बारिश राष्ट्रीय राजधानी में लोगों के लिए बीमारी, दुःख और भय उत्पन्न कर रही है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में डेंगू और चिकनगुनिया के मामलों की खबरें एक बार फिर से सामने आ रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार इस बीमारी के नए मामलों की संख्या हर हफ्ते [...]

Rate this {type} प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वादे के मुताबिक 8 अप्रैल 2015 को 20 हजार करोड़ रुपए के कॉर्पस फंड और 3,000 करोड़ रुपए के क्रेडिट गारंटी कॉर्पस के साथ माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी लिमिटेड (मुद्रा) बैंक का उद्घाटन किया। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने 2015-16 के बजट भाषण में इसकी घोषणा की थी, जिसे धरातल पर उतारा गया है। मुद्रा बैंक किस तरह अर्थव्यवस्था में अंतर पैदा कर सकता है? ज्यादातर लोग, [...]

भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 क्या था?

Rate this {type} भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947, यूनाइटेड किंगडम (यूके) की पार्लियामेंट (संसद) द्वारा पारित वह अधिनियम था, जिसके अनुसार ब्रिटेन शासित भारत को दो स्वतंत्र उपनिवेशों, भारत तथा पाकिस्तान में विभाजित किया गया था। इस अधिनियम को 18 जुलाई 1947 को शाही परिवार की सहमति मिली। जिसके फलस्वरूप भारत 15 अगस्त और पाकिस्तान 14 अगस्त को अस्तित्व में आया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, मुस्लिम लीग और सिख समुदाय के प्रतिनिधियों द्वारा इस अधिनियम के लिए [...]

भारत में मानव तस्करी

Rate this {type}   भारत में मानव तस्करी को समाप्त करना होगा नशीली दवाओं और हथियारों के कारोबार के बाद मानव तस्करी विश्व भर में तीसरा सबसे बड़ा संगठित अपराध है। संयुक्त राष्ट्र की परिभाषा के अनुसार ‘किसी व्यक्ति को डराकर, बलप्रयोग कर या दोषपूर्ण तरीके से भर्ती, परिवहन या शरण में रखने की गतिविधि तस्करी की श्रेणी में आती है’। दुनिया भर में 80 प्रतिशत से ज्यादा मानव तस्करी यौन शोषण के लिए की [...]

भारत में पाँच सर्वश्रेष्ठ ट्रेकिंग ट्रेल्स

Rate this {type} ट्रेकिंग सबसे लोकप्रिय साहसिक गतिविधियों में से एक है और भारत में शक्तिशाली, विस्मयकारी हिमालय ट्रेकिंग ट्रेल्स के लिए एक अद्भुत विकल्प प्रदान करता है। इन ट्रेल्स के बेदाग और शानदार सौंदर्य को सुनिश्चित करने के लिए, ट्रेकिंग उत्साही को विस्मित करना निश्चित है। यहाँ पाँच सबसे सुंदर ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं – चादर ट्रेक लद्दाख, भारत के सबसे ठंडे और खूबसूरत क्षेत्रों में से एक है, जो दांतेदार और शुष्क पहाड़ों से [...]

भारत में 5 सबसे खराब मानव निर्मित आपदाएँ

Rate this {type} वर्षों से भारत ने विभिन्न आपदाओं को झेला है। जिसके कारण देश के कई लोगों ने अपनी जिन्दगी खो दीं। जबकि मानव के हाथों में प्रकृति की गतिविधि नहीं है। लेकिन इसके द्वारा लायी गई आपदाओं के प्रभाव को कम करना निश्चित रूप से मानव के हाथ में है। परन्तु सबसे बड़ी चिंता का विषय मानव निर्मित आपदाएं हैं जो मानवीय लापरवाही, उदासीनता, दूरदर्शिता और नियोजन की भारी कमी का परिणाम हैं। [...]

लोकप्रिय स्व-घोषित भगवान और उनके अंधे अनुयायी

Rate this {type} भारतीय पुराणशास्त्र और साथ ही साथ इतिहास में कई ऐसे उदाहरण दर्ज है, जहाँ महान आत्माओं ने लोगों को धार्मिकता के मार्ग पर चलने के लिए उनका मार्गदर्शन किया है। जैसे कि संत कबीर, गुरू नानक और अन्य लोगों ने अपनी शिक्षाओं के माध्यम से लोगों के जीवन को एक अर्थ दिया है। उन महान आत्माओं ने लोगों की पीड़ा को कम किया और समाज की भलाई के लिए काम किया है। [...]

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