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जीएसटी कैसे करेगा ऑटोमोबाइल उद्योग को प्रभावित?

June 28, 2017


gst-impact-on-automobile-industry-hindiबहु-प्रतीक्षित वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) 1 जुलाई 2017 से लागू हो जाएगा। जीएसटी देश के विभिन्न क्षेत्रों तथा उद्योगों को कुछ सकारात्मक और कुछ अन्य नकारात्मक तरीके से प्रभावित करेगा। जीएसटी के लागू होने से प्राथमिक रूप से इसके संक्षिप्त कार्यान्वयन और टैक्स वसूलने की पुरानी प्रक्रिया की समाप्ति के कारण ऑटोमोबाइल क्षेत्र पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। आइए! हम इस बात पर चर्चा करें कि जीएसटी देश में विभिन्न कार क्षेत्रों पर कैसे प्रभाव डालेगा –

छोटी कारें

भारत मूल रूप से छोटी कारों का एक बाजार है इसलिए यह ऐसा ही बना रहेगा। भारत की सबसे प्रसिद्ध कार बाजार मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर.सी भार्गव ने कहा कि 5 से 8 लाख रुपये की छोटी कॉम्पैक्ट कारें, कार बाजार में तीन-चौथाई से अधिक हैं। ऑटोमोबाइल निर्माता, खासकर एक निश्चित मूल्य की कार बनाने वाले जीएसटी के कारण थोड़ा आशंकित हैं।

1 जुलाई को आने वाले जीएसटी के साथ विभिन्न वर्ग की कारों के मूल्य निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है, इनकी तय की गयी मूल्य दरों से स्पष्ट है कि छोटी कारों की कीमतों में कोई विशेष अंतर नहीं होगा। प्रारंभिक चरण की कीमतों में मामूली वृद्धि हो सकती है लेकिन एक ही समय में अधिक योजनाएं और छोटी कारों के लिए कई प्रस्तावों की पेशकश करके, एक स्थायी माँग को बनाए रखा जाएगा। फिलहाल, छोटी कारों (वैट + एक्साइज + उपकर) पर मौजूदा प्रभावी कर 29% है। जीएसटी में पेट्रोल कारों पर 28% कर तथा 1% उपकर लगाया जायेगा जबकि डीजल कारों पर 3% उपकर लगाया जायेगा। यह वर्तमान कर दर से बहुत परिवर्तित नहीं होगा।

मध्यम आकार की कारें और एसयूवी

जीएसटी आगामी कार क्षेत्रों जैसे मध्यम आकार की सेडान और स्पोर्ट्स उपयोग के वाहन (एसयूवी) और लक्जरी वर्ग की कारों को बढ़ावा देगा। ऑटोमोबाइल उद्योग के इन दोनों भागों का बाजार में सिर्फ 25-30% भाग होता है। वर्तमान में जारी, मूल्य वर्धित कर का दायरा और उपकर सहित जीएसटी की दरों के मध्य लगभग 10% अंकों का अंतर है। यह प्रीमियम कारों के खरीदारों को भी बढ़ावा देगा। एसयूवी ऑटोमोबाइल उद्योग के बारे में अधिक प्रोत्साहन लाएगा। चालू वित्तीय वर्ष के पहले दो महीनों में पिछले साल की तुलना में एसयूवी की बिक्री में 1.4 लाख कारों की वृद्धि हुई जो कि 16% थी। हुंडई मोटर इंडिया के सेल्स एंड मार्केटिंग डायरेक्टर राकेश श्रीवास्तव ने कहा, कि जीएसटी के साथ मध्यम आकार की सेडान और एसयूवी की कीमतों में कमी आ सकती है।

लक्जरी कारें

यह कहने की जरूरत नहीं है, लक्जरी कारों का वर्ग जीएसटी का सबसे बड़ा लाभार्थी होगा। यहाँ 60,000 रुपये से लेकर 6 लाख रुपये तक का लाभ मिलेगा। यह राज्य के आधार पर 4% से 9% के बीच कहीं पर भी हो सकता है। कर की उच्च दरों के कारण कार उद्योग का यह हिस्सा आसानी से खरीदने योग्य नहीं था, यह समग्र यात्री वाहन बाजार का सिर्फ 1% था। जीएसटी के साथ, कम कर व्यवस्था के लाभ के कारण लक्जरी कारों की कीमतों में गिरावट आएगी। वास्तव में, मर्सिडीज ने पहले ही अपने उच्च मॉडलों की कीमतों में 7 लाख रुपये तक की कमी कर दी है। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि इन कारों के निर्माण में वृद्धि के कारण, विक्रेता तंत्रों और मूल कंपनियों से भी अधिक निवेश होगा, इससे निर्माताओं और डीलरों को अतिरिक्त जनशक्ति की आवश्यकता होगी और नौकरी के बाजार में सुधार आएगा। बड़े और लक्जरी वाहनों की कीमतों में कमी और लोगों के आय में बढ़ोतरी से भविष्य में बड़े वाहन सस्ते हो जायेगें।

हाइब्रिड कारें

सरकार ने पहले ही हाइब्रिड कारों को कम कर के दायरे से हटाने का आदेश दिया है। नतीजतन, वर्तमान में ये कारें डीजल और पेट्रोल कारों के बराबर जीएसटी दरों के साथ अस्थिर हैं। हाईब्रिड कारों पर 43% कर (28% जीएसटी + 15% उपकर) बहुत अधिक है जिसके परिणामस्वरूप ये कारें बाजार से बाहर निकल जाएंगी।

सारांश

नीचे दी गईं दो तालिकाओं में सारांश देखें –

पहले…

कार वर्ग वैट + एक्साइज + एनसीसीडी + स्वतः उपकर
छोटी कारें (1200 सी.सी से नीचे) लगभग 28%
मध्यम आकार की कारें (1200-1500 सी.सी) 39%
लक्जरी कारें (1500 सी.सी से अधिक) 42%
एसयूवी (1500 सीसी से अधिक, सतह से 170 मि.मी. दूर) 45%

वर्तमान में…

कार सेगमेंट जीएसटी + उपकर
छोटी कारें (1200 सी.सी से नीचे) 29%
मध्यम आकार की कारें (1200-1500 सी.सी) 31% (डीजल वाहनों के लिए 3% उपकर)
लक्जरी कारें और एसयूवी (1500 सी.सी से अधिक) 43%
हाईब्रिड कारें 43%

जीएसटी के साथ उपकर, 40% तक हो जायेगा। यह एसयूवी और लक्जरी कारों के लिए कुछ अधिक हो सकता है। लेकिन वास्तव में, यह प्रभावी कर के वर्तमान की लगभग 50 से 55% (सड़क कर और अन्य करों सहित) दर के मुकाबले में यह बहुत कम है। इस प्रकार ऑटोमोबाइल क्षेत्र पर जीएसटी का समग्र प्रभाव सकारात्मक है। हम मध्य आकार की सेडान और एसयूवी के लिए अधिक माँग की उम्मीद कर सकते हैं। यदि राज्य सरकारें राजस्व हानि की क्षतिपूर्ति के लिए अतिरिक्त करों को लागू करती हैं तो इसमें एक अड़चन पैदा हो सकती है। लेकिन अगर ऐसा होता है तो जीएसटी का एक आदर्श वाक्य “एक राष्ट्र, एक कर” पूरा नहीं होगा। चलो अभी बस इंतजार करें और देखें…।