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सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान

June 25, 2018


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पिछले कुछ सालों से सोशल नेटवर्किंग सिर्फ किशोरों के बीच ही नहीं बल्कि पुरानी पीढ़ी सहित, सभी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है। व्यक्तिगत रूप से यह आपके मित्रों और परिवार के मध्य संपर्क स्थापित करने का अवसर प्रदान करता है, जबकि व्यावसायिक रूप में सोशल नेटवर्किंग साइटें अपने पहचान के चित्र, प्रतिष्ठा, नेतृत्व पीढ़ी को स्थापित करके कारोबार को बनाए रखने और बढ़ाने में मदद करती हैं।

सोशल मीडिया कैसे है फायदेमंद?

फेसबुक जैसी सोशल मीडिया साइटें आधुनिक जीवन का एक अहम हिस्सा बन गईं हैं। इसकी सहायता से आप अपने मित्रों के साथ तुरन्त और वास्तविक समय में जुड़ सकते हैं। उपयोगकर्ता एक दूसरे से बात-चीत कर सकते हैं, बार-बार जुड़ सकते हैं और सामूहीकरण कर सकते हैं।

लिंकेडीन जैसी सोशल मीडिया साइट, रोजगार का एक प्रमुख स्रोत बन गयी है। लिंकेडीन और कंपनी की वेबसाइटों का उपयोग करके 89% से अधिक नए लोगों की भर्ती की जाती है।

ट्वीट 140 शब्दवाली जानकारी की दुनिया है। यह आपको दुनिया और आपकी रुचि के बारे में जानकारी देता है।

व्यापार के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग बेहद फायदेमंद है। इसका प्रभावी उपयोग समग्र विपणन लागत को कम करने में मदद करता है। ऑनलाइन सफलता सोशल मीडिया के प्रभावी उपयोग के साथ आती है। सोशल मीडिया से आप संभावित ग्राहकों को संगठित कर सकते हैं और अपने व्यापार में वृद्धि कर सकते हैं। हाल ही में सोशल मीडिया परीक्षकों ने सोशल मीडिया मार्केटिंग के महत्व को समझने के लिए 3,000 से अधिक उत्तरदाताओं का सर्वेक्षण किया है। 89% उत्तरदाताओं ने कहा कि सोशल मीडिया मार्केटिंग से व्यापार को बढ़ावा मिला है। 64% उत्तरदाताओं ने नेतृत्व पीढ़ी में वृद्धि देखी और 62% उत्तरदाताओं ने कहा कि उनकी साइटों के सर्च इंजन श्रेणी में सोशल मीडिया का उपयोग करने से लगभग दो साल से अधिक समय से काफी सुधार हुआ है।

सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव क्या हैं?

कई उपयोगकर्ता सोशल मीडिया पर समय गुजारते हैं लेकिन सोशल मीडिया का अत्यधिक और अनियंत्रित उपयोग गंभीर लत का कारण बन सकता है। सोशल मीडिया गतिविधियों के साथ आनंद लेने की भावना हमारे मस्तिष्क के केंद्र की उत्तेजना के कारण जाग्रत होती है। हालांकि केंद्र और डोपामीन का उत्पादन अन्य गतिविधियों के साथ-साथ शुरू हो रहा है लेकिन इसका प्रसार ऑनलाइन संचार और संपर्क में पूरी तरह से भिन्न स्तर पर किया जाता है।

इंटरनेट का अत्यधिक उपयोग एकाग्रता को भंग करने में प्रमुख भूमिका निभा सकता है। सोशल मीडिया पर काम करते समय आप काम को एक दूसरे में बदलते रहें। एक ही काम पर ध्यान केंद्रित करने से आपकी एकाग्रता की क्षमता कम हो जाती है। ऐसी गतिविधियाँ आपके मस्तिष्क को शिथिल कर देती हैं। इसका प्रचुर मात्रा में उपयोग मस्तिष्क को थकान और तनाव की ओर ले जाता है।

आपने देखा होगा कि जब भी आप अपना कोई भी काम इंटरनेट पर शुरू करते हैं, तो सबसे पहले अपनी खुद की विशेष रूप से फेसबुक प्रोफाइल की जाँच करते हैं। जो वास्तव में बहुत उपयोगी समय को बर्बाद करता है।

सोशल मीडिया ने पहचान की चोरी, विवरण की चोरी, साइबर धोखाधड़ी, हैकिंग और वायरस के हमलों की संभावना को बढ़ावा दिया है। यदि आप ने अपना पता, फोन नंबर, कार्यस्थल और अपने परिवार की जानकारी किसी भी सोशल मीडिया की साइट पर अपडेट किया है, तो आपने अपनी गोपनीयता को खो दिया है। आमतौर पर हम फेसबुक पर दिन-प्रतिदिन की नई-नई तस्वीरें डालते रहते हैं। ऐसा करते समय बहुत सतर्क रहना चाहिये, क्योंकि चित्र और अन्य जानकारियों का समाज में बुरे तत्वों द्वारा दुरुपयोग किया जा सकता है।

सोशल मीडिया का उपयोग करते समय आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि यह आपको जोखिम और अजीब स्थिति में डाल सकता है। शिवसेना के अध्यक्ष बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के लिए फेसबुक पर शहर को बंद करने संबंधित सवाल करने (आपत्तिजनक टिप्पणी करने के कारण) पर मुंबई की दो लड़कियों की गिरफ्तारी की गयी थी। लड़कियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था और उन्हें निजी बांड जारी होने के बाद जमानत मिली थी।

एयर इंडिया कैबिन क्रू के सदस्य मयंक मोहन शर्मा और केवीजे राव को राजनेताओं के बारे में असभ्य मजाक करने और प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और उन टिप्पणियों में राष्ट्रीय ध्वज का अनादर करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

ऐसे उदाहरण न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में मौजूद हैं। जेक न्यूजोम को वेस्ट यॉर्कशायर स्कूल के शिक्षक की हत्या के बारे में की गई छह टिप्पणियों के कारण जेल की सजा सुनाई गई थी।

यह पता चला है कि सोशल मीडिया पारस्परिक व्यवहार और नवीनीकरण ईर्ष्या की भावना को बढ़ाते हैं। शेपर्ड प्रैट में खाद्य संबंधी विकार सेंटर ने 600 फेसबुक उपयोगकर्ताओं पर एक सर्वेक्षण किया और पाया कि अन्य लोगों की तस्वीरों को देखकर पुरुष और महिला दोनों ईर्ष्या करते हैं। 32% उपयोगकर्ता जब अपनी तस्वीरों की तुलना अपने मित्रों की तस्वीरों से करते हैं, तो वे दुखी होते हैं। जिसके कारण उपयोगकर्ता कम आत्मसम्मान, निराशा, मानसिक विकार, तनाव और बुरी आदत की ओर अग्रसर होते हैं।

इसलिए सोशल मीडिया की कार्यपद्धति और इसके इस्तेमाल करने के तरीके को समझना जरूरी है। सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग भारी मुसीबत ला सकता है। इसे रोकने के लिए आपको फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया पर अपना समय सीमित करना होगा। आराम करने और बाहर जाने के लिए समय निकालें। इंटरनेट केवल सोशल मीडिया के उपयोग लिए ही नहीं है। यह सूचना का एक भंडार गृह है, इसलिए इसका उपयोग बुद्धिमानी से करें।

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