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राबर्ट वाड्रा के बारे में 10 बातें जो आप नहीं जानते

June 2, 2017


robert-facts-hindiप्रियंका गाँधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा और (स्वर्गीय) राजीव गाँधी और सोनिया गाँधी के दामाद का नाम अब देश भर में प्रसिद्ध है। वाड्रा अक्सर गलत कारणों के लिए खबरों में रहे हैं, देश के राजनीतिक परिदृश्य में कुछ समय बने रहने के बावजूद, उनके विरोधियों द्वारा उन्हें “दामाद जी” के नाम से संदर्भित किया जाता है।

यहाँ रॉबर्ट वाड्रा के बारे 10 बातें बताई गई हैं, जिन्हें आप जानते हैं या नहीः

1. अनुपयुक्त दामाद

रॉबर्ट वाड्रा 1991 में एक निजी पार्टी में प्रियंका गांधी से मिले थे। बहुत जल्द, इस जोड़े ने मिलना शुरू कर दिया और इसके बाद, दिल्ली के कई नाइट क्लबों में इन्हें साथ-साथ देखा गया। जब ये दोनों गाँठ में बँधे, तो वाड्रा नेहरू-गाँधी परिवार के ज्यादातर दोस्तों ने इन्हें अनुपयुक्त माना। कुछ लोग बहुत अचम्भित भी हुए कि प्रियंका ने एक ऐसे पति को चुना जो राजनीतिक मामलों में कभी प्रचार में नहीं रहा है। 18 फरवरी 1997 को कुछ नजदीकी लोगों ने इस जोड़े को शादी की गाँठ में बाँध दिया। 18 साल बाद उनके दो बच्चों के साथ शादी और भी मजबूत हो रही है।

2. बँटी हुई विरासत

ऐसा माना जा रहा है कि अपनी साझा की गई विरासत के लिए, प्रियंका और रॉबर्ट अच्छी तरह से बँधे हो सकते हैं। अपनी पत्नी की तरह, रॉबर्ट एक यूरोपीय माँ और एक भारतीय पिता के द्वारा पैदा हुआ था। रॉबर्ट के पिता, राजेन्द्र वाड्रा मूल रूप से सियालकोट (अब पाकिस्तान में) के निवासी हैं। विभाजन के दौरान उनका परिवार मुरादाबाद को चला गया और राजेन्द्र ने स्कॉटिश की मूल निवासी (मॉरीन नी मैकडोनाघ) से शादी कर ली। रॉबर्ट के भाई रिचर्ड और मिशेल दोनों का ही निधन हो चुका है।

3. “अस्थायी राज्य के आम नागरिक”

2012 में, जब अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन शिखर पर था, तब देश कांग्रेस पार्टी के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ उग्र था, वाड्रा ने फेसबुक पर एक पोस्ट डाल दी, जिसमें “अस्थायी राज्य के आम नागरिक” खूब पढ़ी गई। कुछ इसे राजनीत में आत्म समर्पण कहते हैं, अन्य लोगों का मानना है कि यह केवल नेहरू-गाँधी परिवार की असंख्य गलतियों में से एक है। वाड्रा की टिप्पणी जो भी हो, उसे जल्द ही भूल जाने की संभावना नहीं है। हालांकि, उन्होंने इस टिप्पणी के बाद जल्द ही अपने फेसबुक अकाउंट को हटा दिया था।

4. रियल एस्टेट विवाद

रियल एस्टेट सौदों के विवाद का सबसे खराब झटका वाड्रा की छवि और कांग्रेस की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर पड़ा। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें आरोपों का पता लगाया गया। वाड्रा हरियाणा और राजस्थान में भूमि के सौदे के लिए, करोड़ों डॉलर में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के संदिग्ध मामलों में शामिल थे। रिपोर्ट ने सुझाव दिया कि वाड्रा ने अपनी पत्नी की राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल करते हुए 42 मिलियन डालर की अचल संपत्ति की धज्जियाँ उड़ा दीं और 12 मिलियन डालर से अधिक की संपत्ति को बेच दिया।

माना जाता है कि नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के अनुसार, हरियाणा की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री भुपींदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी, स्काइलाईट हॉस्पिटैलिटी के लिए अनुचित पक्षपात किया है। कंपनी ने कथित तौर पर बहुत कम कीमतों पर जमीन अधिग्रहण की है और वन की भूमि पर अतिक्रमण भी किया है। यह जमीन प्रीमियम दर पर डीएलएफ को बेची गई थी। कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं ने वाड्रा को विवादास्पद सौदों में संरक्षित करने के लिए रैली निकाली।

5. खेमका बनाम वाड्रा

आईएएस अधिकारी अशोक खेमका जिसे सरकार की भ्रष्ट प्रथाओं का पालन करने से इनकार करने के लिए, 23 साल में 44 बार स्थानांतरित किया गया था, जिसे सीटी ब्वाटर के रूप में जाना जाता है, जो रॉबर्ट वाड्रा के साथ एक सार्वजनिक टकराव में शामिल अग्रणी व्यक्तियों में से एक थे। 2012 में, खेमका ने वाड्रा और डीएलएफ के बीच 57 करोड़ रुपये का एक अनुबंध रद्द कर दिया, क्योंकि यह सरकारी नियमों के खिलाफ था। बदले में, हरियाणा की कांग्रेस सरकार ने वरिष्ठ अधिकारी को निशाना बनाया और उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की। खेमका पर “रॉबर्ट वाड्रा की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने” का आरोप लगाया गया। केन्द्र में एनडीए सरकार के जोर के साथ, खेमका के संस्करण को आम तौर पर स्वीकार किया गया है।

6. गुलाबी पैंट, नेवी ब्लेज़र और मीडिया से परेशान

2014 में, बेहद संवेदनशील लोकसभा चुनावों के दौरान रॉबर्ट वाड्रा की एक तस्वीर को अखबारों, पत्रिकाओं और टीवी चैनलों में प्रसारित किया गया था, जिसमें वे गुलाबी पैंट, सफेद टी-शर्ट और एक स्मार्ट नेवी ब्लेजर के रूप में आकर्षक व्यक्ति थे। उनके साथ प्रियंका लाल रंग का साधारण सूट और सफेद सलवार पहने हुए थीं। इसके विपरीत काफी हद तक रॉबर्ट के कपड़े चुनावों की गंभीरता के लिए काफी अनुपयुक्त थे, जिसमें कांग्रेस को एक गंभीर हार का सामना करना पड़ा। कुछ समय बाद, वाड्रा को एक संवाददाता के साथ विवाद में शामिल होने की खबर मिली, जिसने भूमि सौदा विवाद में उनकी भागीदारी पर सवाल उठाया।

7. परिवारिक परेशानियाँ

माना जाता है कि रॉबर्ट वाड्रा अपने भाई और कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के साथ घनिष्ठ संबंध रखते हैं। हालांकि, उनके ससुराल वाले उन्हे बहुत पसंद नहीं करते हैं। कुछ समाचार रिपोर्टों के मुताबिक, 2002 में सोनिया गाँधी ने रॉबर्ट के भाई और पिता के साथ मिलकर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को चेतावनी दी थी, जिन्होंने कथित तौर पर उनके नाम पर अनुग्रह की मांग की थी।

8. स्वास्थ्य मंत्र

वाड्रा ने मीडिया हाउस से कहा कि “व्यवसाय हो या मेरी फिटनेस मैं बहुत ही दृढ़ हूँ। मैंने पाँच साल में 20 किलोग्राम वजन कम किया है। और इस समय, अगर मैं चाहता तो एक बड़ा सेलिब्रिटी बन सकता था। यह सामान्य रहने की लड़ाई है” हालांकि, विनम्रता उनके अनुकूल नहीं लगती है, फिटनेस निश्चित रूप से नेहरू-गाँधी के दामाद के उत्साह में से एक है। समाचार रिपोर्टों का कहना है कि वे नृत्य से बहुत प्यार करते हैं और अक्सर विशेष अवसरों पर रात को नृत्य देखते हैं।

9. द्रुतगामी और उग्र

रॉबर्ट वाड्रा भी तेज चलने वाली कारों और सुपरबाइक्स के प्यार के लिए प्रसिद्ध हैं। 1990 के दशक के अंत में, वाड्रा कहीं भी जाने के लिए अपनी विचित्र मारुति जिप्सी को चलाकर ले जाते थे। समय बीतने के साथ, वाड्रा ने 1800 सीसी सुज़ुकी इनट्रूडर बाइक को 15 लाख रूपये में खरीदा। वाड्रा के पास सुपर लक्जरी कार के अलावा, जगुआर, मर्सिडीज, लैंड रोवर और बीएमडब्ल्यू भी हैं।

10. राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं में उबाल

रॉबर्ट वाड्रा की कट्टरपंथी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं, उनके दावों के बावजूद कांग्रेस पार्टी के सदस्यों द्वारा उन्हे ज्यादा पसंद नहीं किया जाता है। 2009 में, वाड्रा ने दावा किया कि उन्हें पार्टी के सदस्यों द्वारा अमेठी के पास सुल्तानपुर से चुनाव लड़ने के लिए एक पारंपरिक कांग्रेस गढ़ का इंतजाम करना होगा। 2014 के चुनावों में टिकट का दावा करने के लिए “दामाद जी” को ज्यादा महत्व नही दिया गया था। लेकिन अब भी यह देखना बाकी है कि क्या वाड्रा आने वाले समय में राजनीति में अपने आप को उतारने की कोशिश कर रहे हैं।