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कोच्चि में भारत की पहली वाटर मेट्रो शुरू

August 2, 2016


कोच्चि में भारत की पहली वाटर मेट्रो शुरू

कोच्चि में भारत की पहली वाटर मेट्रो शुरू


केरल
के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन ने औपचारिक रूप से कोच्चि वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। यह देश का पहला वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट है, जिसे कुछ ही दिन पहले कोच्चि में शुरू किया गया है। कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड (केएमआरएल) इस प्रोजेक्ट को क्रियान्वित कर रही है। यह एक वाटर ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट है। कोच्चि मेट्रो रेल को फीडर सर्विस देने के लिए इसे विकसित किया जा रहा है। प्रोजेक्ट की शुरुआत के लिए मुख्यमंत्री ने कोटहद, कदमकुडी के सैक्रड हार्ट चर्च ग्राउंड पर शिलान्यास किया। महत्वपूर्ण यह है कि इस प्रोजेक्ट को इंडो-जर्मन आपसी सहयोग के तहत ‘क्लाइमेट-फ्रेंडली अर्बन मोबिलिटी’ प्लान के तहत शुरू किया गया है।

इस प्रोजेक्ट का उद्देश्यः

केरल सरकार ने यह प्रोजेक्ट शहर के द्वीपीय इलाकों में रहने वाले समुदायों को शहर के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए बनाया है। इसके लिए वाटर ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल किया जाएगा। आसपास के द्वीपों को शहर से जोड़ने के लिए 78 बोट्स खरीदी गई है। इससे कोच्चि का वाटर ट्रांसपोर्ट नेटवर्क सुरक्षित होने के साथ ही आधुनिक भी बन गया है।

दायरे में आया क्षेत्रः

शहर के बाहर स्थित वेम्बानाड झील के सभी द्वीपों को इस प्रोजेक्ट में जोड़ा गया है। कुल मिलाकर 76 किलोमीटर के रूट नेटवर्क की पहचान की गई है।

प्रोजेक्ट की लागतः

प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 747 करोड़ रुपए है। जर्मन फंडिंग एजेंसी केएफडब्ल्यू इसकी फंडिंग कर रही है। इसके लिए केएमआरएल और केएफडब्ल्यू ने आपस में एक करार भी किया है। लागत का एक हिस्सा केरल सरकार वहन कर रही है, जबकि केएफडब्ल्यू इसके लिए 597 करोड़ रुपए का सहयोग दे रही है। राज्य सरकार को सिर्फ 102 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे।

प्रोजेक्ट कब तक पूरा होगाः

केरल सरकार ने प्रोजेक्ट की शुरुआत के मौके पर घोषणा की है कि यह परियोजना चार साल में पूरी हो जाएगी।

प्लानिंग की प्रक्रिया

1- देश में यह वाटर ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में अपनी तरह की पहली योजना है, फीडर सर्विस प्लानिंग प्रोसेस में यह बातें शामिल हैं:
2- इस सेवा के लिए 78 नई और आधुनिक बोट्स खरीदी जाएंगी;
3- इन बोट्स के अलावा द्वीपों पर सड़क बनाने, जेटीज बनाने का काम भी किया जाएगा;
4- सड़कें, स्ट्रीट लाइट्स, सीसीटीवी कैमरा जैसी सभी बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया जाएगा;
5- योजना में यात्रियों के लिए मिनी फीडर बसें, इलेक्ट्रिक रिक्शा शुरू होनी है। इसके अलावा 38 जेटीस से कनेक्ट करने के लिए 16 वाटर रुट्स विकसित होंगे;
6- इस इलाके की सड़कों पर इलेक्ट्रिक-सीएनजी बसों को चलाना भी प्रोजेक्ट का हिस्सा है;
7- दो तरह की एयर-कंडीशन्ड कैटामरन पैसेंजर फेरीज शुरू की जाएंगी। इसमें 50 से 100 यात्रियों की क्षमता होगी। इंटरनेट कनेक्टिविटी भी रहेगी;
8- प्रोजेक्ट समय पर पूरा हो, इसके लिए सरकार प्रोजेक्ट के हर स्तर पर करीबी नजर रखेगी;
9- चार नगर पालिकाएं, छह पंचायतें, कोच्चि नगर निगम, विधायक, सांसद और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में सरकार की मदद करनी होगी।

प्रमुख नतीजेः

1- यदि प्रोजेक्ट सही समय पर पूरा हो गया तो यह राज्य के परिवहन, पर्यटन और श्रम सेक्टर के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
2- कोच्चि को आधुनिक शहरी मेट्रो वाटर ट्रांसपोर्ट मिल जाएगा। देश में अपनी तरह का पहला।
3- द्वीपों पर रहने वाले लोग हांगकांग और इस्ताम्बुल जैसे विश्वस्तरीय शहरों की तर्ज पर मुख्य शहर की जमीन से वाटर स्पोर्ट्स के जरिए जुड़े रहेंगे।
4- स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।
5- यह राज्य में पर्यटन के लिए नए रास्ते खोलेगा।