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बिहार चुनावः दूसरे चरण का मतदान आज

October 16, 2015


 

बिहार में दूसरे चरण  का मतदान आज

बिहार के 86 लाख नागरिक पांच चरणों के मतदान के दूसरे चरण में आज वोट डालेंगे। बिहार राज्य विधानसभा की 32 सीटों के लिए अपना उम्मीदवार चुनेंगे। बिहार में पांचवां और अंतिम चरण का मतदान 5 नवंबर को होगा। दूसरे चरण में जिन 32 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 7 अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सुरक्षित है।

वोटिंग 7 बजे शुरू होगी और 9 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक चलेगी। इसी तरह 12 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से 4 बजे तक वोटिंग होगी। बची हुई 11 सीटों पर सात बजे वोटिंग शुरू होगी और अपराह्न तीन बजे तक चलेगी। मतों की गणना 8 नवंबर 2015 (रविवार) को होगी।

12 अक्टूबर को 49 विधानसभा सीटों के लिए पहले चरण का मतदान हुआ था।

सुबह 9 बजे तक मतदान की स्थिति

कैमूरः 12.5%

रोहताशः 12.87%

अरवलः 9.51%

जहानाबादः 12.02%

औरंगाबादः 10.2%

गया:  8.73%

चरण में कुलः 10.76%

 

जिन 6 जिलों में आज वोटिंग हो रही हैं, वह हैं: कैमूर, रोहताश, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद और गया।

जिलाः कैमूर (भबुआ)

  • विधानसभा क्षेत्रः रामगढ़, मोहनिया (अजा), भबुआ, चैनपुर

जिलाः रोहताश

  • विधानसभा क्षेत्रः चेनारी (अजा), सासाराम, दिनारा, नोखा, देहरी, काराकट, कारगहर

जिलाः अरवल

  • विधानसभा क्षेत्रः अरवल, कुर्था

जिलाः जहानाबाद

  • विधानसभा क्षेत्रः जहानाबाद, घोसी, मखदमपुर (अजा)

जिलाः औरंगाबाद

  • विधानसभा क्षेत्रः गोह, ओबरा, नबीनगर, कुटुम्बा (अजा), औरंगाबाद, रफीगंज

जिलाः गया

  • विधानसभा क्षेत्रः गुरुआ, शेरघाटी, इमामगंज (अजा), बाराछट्टी (अजा), बौद्धगया (अजा), गया शहर, टिकरी, बेलागंज, अटरी, वजीरगंज।

 

दूसरे चरण में कुल विधानसभा क्षेत्रः 32

कुल उम्मीदवारः 456

पुरुष उम्मीदवारः 424

महिला उम्मीदवारः 32

उम्मीदवारों की दलगत स्थिति

  • बीजेपी ने 16, जबकि हमएस ने 7, आरएलएसपी ने 6, एलजेपी ने 3 उम्मीदवार उतारे हैं
  • जेडी(यू) ने 13 उम्मीदवार, जबकि आरजेडी ने 13 और कांग्रेस ने 6 उम्मीदवार उतारे हैं।
  • सपा ने 19 उम्मीदवार, जबकि बसपा ने 32 और भाकपा ने 13 उम्मीदवारों को उतारा है।

दूसरे चरण के मतदान में मतदाताओं की स्थितिः

  • कुल मतदाताः 86,13,870

सामान्य मतदाताः

  • कुलः 85,96,887
  • पुरुष मतदाताः 45,76,744
  • महिला मतदाताः 40,19,887
  • तीसरा लिंगः 256

सेवारत मतदाताः

  • कुलः 16,976
  • पुरुष मतदाताः 11,501
  • महिला मतदाताः 5,473
  • तीसरा लिंगः 2

एएसडी मतदाताओं की कुल संख्याः 2,91,752

18-19 वर्ष की आयु वाले पहली बार मतदान करने वाले मतदाताः

  • कुल मतदाताः 3,28,197
  • पुरुषः 1,94,006
  • महिलाः 1,34,134
  • अन्यः 57

अन्य विवरण

  • कुल मतदान केंद्रः 9,119
  • कुल मतदान केंद्र परिसरः 7,499
  • कुल मतदान कर्मचारी तैनातः 44,216
  • कुल सीआरपीएफ और पुलिस जवान तैनातः 993 (कंपनी)
  • कुल वीडियो कैमरे लगाए गएः 503
  • कुल हेलिकॉप्टर/यूएवी का इस्तेमालः 5

 

मुकाबले में कुछ बड़े नाम भी

बीजेपी और जेडी(यू)-आरजेडी गठबंधन के लिए बिहार चुनाव काफी महत्वपूर्ण है। यह चुनाव उन्हें बना सकते हैं, बिगाड़ भी सकते हैं। इसी वजह से इन चुनावों पर ज्यादातर नजरें गड़ी हुई है। हर कोई नरेंद्र मोदी और उनके पुराने सहयोगी नीतीश कुमार के व्यक्तिगत के टकराहट के बारे में बात कर रहा है। बिहार चुनाव के नतीजे बताएंगे कि किसका असर अब भी लोगों के दिमाग पर है। लेकिन आप एक कदम पीछे ले जाकर देखेंगे तो पाएंगे कि कई अन्य नेताओं का करियर भी दांव पर है। खासकर दूसरे चरण में, जिसके लिए वोटिंग आज हो रही है।

बीजेपी के साथ खड़े जीतन मांझी ने बड़ा जुआं खेला है। उन्हें लग रहा है कि वे राज्य के दलितों और अन्य ओबीसी/ईबीसी की आवाज बनकर उभरे हैं। इसी वजह से उन्होंने बीजेपी पर भरोसा भी किया है। वे गया जिले के इमामगंज से चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला जेडी(यू) के उदय नारायण चौधरी से है। इसके अलावा वे जहानाबाद जिले के मखदमपुर से भी प्रत्याशी हैं। जहां उनका मुकाबला आरजेडी के सुबेदार दास से है। इन दो सीटों को छोड़कर उनकी पार्टी पांच और सीटों से चुनाव लड़ रही है। उनके बेटे संतोष कुमार सुमन औरंगाबाद जिले की कुटुम्बा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। और उनके दामाद देवेंद्र कुमार एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बौद्धगया से उम्मीदवार हैं।

आज की वोटिंग जीतन मांझी का भविष्य तय करेगी। यह साफ होगा कि उन्होंने जो खुद पर भरोसा किया है, वह कितना सच्चा है या महज एक मृगमरीचिका ही है। जीतन मांझी सफल रहे तो राज्य में दलितों और कमजोर तबकों का चेहरा बन जाएंगे। समय के साथ वे इसी चेहरे के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी सामने आ सकते हैं। हालांकि, खराब प्रदर्शन रहने पर उनका राजनीतिक महत्व खत्म हो जाएगा। इससे राम विलास पासवान को भी राहत मिलेगी, उन्हें यह भरोसा करने का मजबूत आधार मिलेगा कि बिहार के गरीबगुरबों का चेहरा वे ही हैं।

आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा की दुविधा भी कुछ इसी तरह की है। वे अपने समुदाय में मजबूत बने हुए हैं और अपनी कमियां भी जानते हैं। उन्होंने हमएस के 7 के मुकाबले 6 उम्मीदवार दूसरे चरण में उतारे हैं। उनकी पार्टी और हम का प्रदर्शन ही एनडीए से उनके भविष्य के रिश्ते तय करेगा।

बीजेपी से, पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार गया शहर से चुनाव लड़ रहे हैं। हाल ही में उनका नाम भी प्रदेश के संभावित मुख्यमंत्री के तौर पर चर्चा में आया था। गोपाल नारायण सिंह बीजेपी के एक और हेवीवेट हैं, जिनकी किस्मत का फैसला आज औरंगाबाद जिले के नबीनगर में हो रहा है।