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बिहार चुनावः सभी पार्टियों ने शुरू किया आरोप-प्रत्यारोप

October 27, 2015


बिहार चुनावों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर

बिहार चुनावों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर

बिहार में तीसरे दौर का मतदान कल होगा। सभी पार्टियों ने मतदाताओं का दिल जीतने की पूरी कोशिश की है। हालांकि, यह दुखद है कि लोगों का दिल जीतने के लिए नेता एकदूसरे पर घृणित आरोपप्रत्यारोप लगा रहे हैं। कई बार तो बहुत ही निचले स्तर के। सभी इसके दोषी हैं।

नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि महागठबंधन एससी/एसटी, दलितों, महादलितों, ओबीसी और ईबीसी श्रेणियों के आरक्षण कोटे में से 5% निकालकर एक समुदाय को देने जा रही है। बक्सर की कल की रैली में उनका इशारा मुसलमानों की ओर था।

विरोधियों कोमहास्वार्थगठबंधन कहते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समुदाय को खुश करने के लिए महागठबंधन समूची कोटा व्यवस्था में छेड़छाड़ की कोशिश में है। सुप्रीम कोर्ट ने भी साफ कहा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता। अधिकतम 50 प्रतिशत कोटा दिया ही जा सकता है और इस वजह से 5% कोटा नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वह और उनकी पार्टी इसपाप की योजनासे मुकाबला करेंगे ताकि जिनका अधिकार है, उन्हें दिया जा सकेगा। एक बार फिर उन्होंने लोगों को यह याद दिलाया कि वह ईबीसी समुदाय से आते हैं और पूरी जिंदगी उन्हें गरीबी से जूझना पड़ा और वे गरीबों का दर्द अच्छेसे समझते हैं।

उन्होंने नतीश कुमार और लालू प्रसाद पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने लोगों से कहा कि इन दोनों ने रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ में आए जेडी(यू) विधायक पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि यदि दोनों फिर जीतकर आए तोजंगल राजभी बिहार में लौट आएगा।

मोदी ने नीतीश कुमार की छात्रों को लैपटॉप देने की योजना पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली तो है नहीं, छात्र यह लैपटॉप चलाएंगे कैसे? उन्होंने नीतीश कुमार के तांत्रिक से आशीर्वाद लेने वाले वीडियो का मुद्दा भी उठाया, जो हाल ही में लीक हुआ था। उन्होंने लोगों को चेताया कि महागठबंधन का मतलब हैतंत्रमंत्र मुस्लिम समुदाय का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को बिहार की तरक्की के लिएताबीजपहनना होगा।

आखिर में, नरेंद्र मोदी ने संसद में महिला आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जेडी(यू) और आरजेडी ही तो महिला आरक्षण रोक रहे हैं। उन्होंने सोनिया गांधी से सवाल पूछा कि वह इन दोनों पार्टियों से क्यों जुड़ी?

नीतीश कुमार ने मोदी के आरोपों का जवाब देने में देर नहीं की। कुछ ही घंटों बाद अपनी रैलियों में मोदी को जवाब दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि वे निचले स्तर के भाषण दे रहे हैं और निराधार आरोप लगाकर प्रधानमंत्री कार्यालय को अपमानित कर रहे हैं। आरक्षण पर प्रधानमंत्री के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने साफ किया कि उनकी सरकार को अच्छे से पता है कि आरक्षण सिर्फ सामाजिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन के आधार पर ही दिया जा सकता है। ऐसे में उनकी सरकार का धर्म के आधार पर आरक्षण व्यवस्था में बदलाव करने का कोई विचार नहीं है।

उन्होंने संसद में महिलाओं के आरक्षण के मुद्दे पर भी नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने फिर साफ किया कि संसद में उनकी पार्टी ने पहले महिलाओं के आरक्षण का विरोध जरूर किया था, लेकिन बाद में अपना रुख बदला और उसका समर्थन किया। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार ने पहले ही राज्य में महिला आरक्षण लागू कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को जनता के बीच भाषण देने से पहले तथ्यों को जांच लेना चाहिए था।

उन्होंने नरेंद्र मोदी पर जवाबी हमला बोला और गुजरात में महिलाओं के स्वास्थ्य और केंद्र के भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि गुजरात में नरेंद्र मोदी 15 साल तक सत्ता में रहे। इसके बाद भी एनीमिया से पीड़ित महिलाओं की दर में गुजरात सबसे आगे क्यों है। जेडी(यू) और आरजेडी पर भ्रष्टाचार के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने पूछा कि व्यापमं घोटाले और ललितगेट पर प्रधानमंत्री चुप क्यों रहे? संबंधित मंत्रियों को क्यों बचाते रहे?

राहुल गांधी ने अपने भाषण में नरेंद्र मोदी पर हमले बोले। उन्होंने कहा कि एक के बाद एक राज्य में बीजेपी सत्ता से दूर हट रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम बिहार के लोगों को राज्य के युवाओं के पलायन पर झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीजेपी शासित महाराष्ट्र में बिहारी युवाओं के साथ कैसा बर्ताव होता है और उन्होंने लोगों से कहा कि वे प्रधानमंत्री से पूछे कि जब उनके बिहार आने से पहले बिहारी युवाओं को पीटा जा रहा था, तब वह क्या कर रहे थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस की ट्रेनिंग की वजह से ही नरेंद्र मोदी झूठ फैला रहे हैं। सिर्फ कांग्रेस को ही देश में शासन करने का अनुभव है और बीजेपी को नहीं। उन्होंने कहा कि पार्टी ने पिछले दस साल में बड़ी संख्या में लोगों को गरीबी से निकाला है। अन्य गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर वह आगे भी गरीबों को फायदा पहुंचाएगी।

राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनामेक इन इंडियापर भी खुलकर बोला। उन्होंने कहा कि लोगो में मौजूदबब्बर शेरका युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने में कोई योगदान नहीं है। उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या मेक इन इंडिया अभियान के तहत किसी को एक रोजगार भी मिला है। उन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री के वादों के प्रति सतर्क रहने का आग्रह किया क्योंकि वह कभी पूरे नहीं होते।

राहुल ने दादरी कांड पर प्रधानमंत्री की चुप्पी को भी निशाने पर लिया। साथ ही फरीदाबाद कांड का जिक्र भी किया, जिसमें दो दलित बच्चों की हत्या का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बीजेपी पर चुनावों से ठीक पहले राज्यों में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।

आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एन. रघुवीरा रेड्डी छह सदस्यीय टीम के साथ बिहार पहुंच गए हैं। महागठबंधन के पक्ष में प्रचार करेंगे। प्रधानमंत्री पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा किमास्टर चीटनरेंद्र मोदी से सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि वादे करना और बाद में पीछे हटना प्रधानमंत्री की आदत है। उन्होंने बताया कि किस तरह पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने फरवरी 2014 में आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद राज्य को विशेष दर्जा देने का वादा किया था।

लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती ने 2014 के लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थी। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था कि लालू ने अपनी बेचारी बेटी को राजनीति में सेट करने की नाकाम कोशिश की। इसका जवाब मीसा भारती ने फेसबुक पर दिया। उन्होंने कहा कि एक महिला को बेचारी कहकर प्रधानमंत्री ने जता दिया कि महिलाओं को इज्जत कैसे दी जाती है। जिसने अपनी पत्नी को शादी के कुछ ही दिन बाद छोड़ दिया हो, उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान पर बोलते हुए नरेंद्र मोदी ने यह टिप्पणी की थी। मीसा ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री अपने संस्कार और मर्यादा कैसे भूल गए। उनका यह फेसबुक पोस्ट तब से वायरल हो चुका है।