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बिहार महाभारतः एलजेपी ने जारी की उम्मीदवारों की पहली सूची

September 19, 2015


Candidate List of LNJP Released

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से सीटों के समझौते पर नाराज चल रहे उसके सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने आखिरकार 12 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर ही दी। इस सूची में केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के भाई और भतीजे का नाम शामिल है। पासवान के भाई और एलजेपी की बिहार इकाई के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस आलौली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। पासवान के एक अन्य भाई और लोक सभा सांसद राम चंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज कल्याणपुर विधान सभा क्षेत्र से पहली बार चुनाव मैदान में उतरेंगे। एलजेपी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि बीजेपी और अन्य घटक दलों से पार्टी की 40 में से 29 सीटों पर सहमति बन चुकी है। बाकी 11 सीटों पर भी जल्द ही कोई फैसला हो जाएगा। उन पर अभी बातचीत चल रही है। उम्मीदवारों की जो सूची कल जारी की गई है, उनमें विभिन्न चरणों के मतदान के प्रत्याशी शामिल हैं।

एनडीए के घटक दलों में सीटों के बंटवारे पर असहमति कायम

बिहार में होने वाले चुनावों के लिए एनडीए के अंदर ही सीटों के बंटवारे पर विवाद सुलझा नहीं है। एलजेपी के राम विलास पासवान और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पासवान के बेटे के संसदीय क्षेत्र की दो विधानसभा सीटों पर सहमत नहीं हो पाए हैं। सूत्रों के मुताबिक, एलजेपी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) चाहते हैं कि जो लोकसभा क्षेत्र उन्होंने जीते थे, उनकी सभी विधानसभा सीटों पर उनके ही प्रत्याशी चुनाव लड़े। दूसरी ओर बीजेपी इस मांग पर सहमत नहीं है। वह हर संसदीय क्षेत्र की कम से कम एक विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। सूत्रों ने खुलासा किया कि एलजेपी ने कहा है कि यदि जमुई और चकई विधानसभा क्षेत्रों में हम के मौजूदा विधायकों को टिकट दिया गया तो वह उनके खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारेगी। पासवान के जवाब में, मांझी ने भी कहा है कि वह एलजेपी के सभी 40 उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारेगी।

चर्चा में राजनेताः उपेंद्र कुशवाहा (जन्म 6 फरवरी 1960)

बिहार के जवाज गांव में जन्में उपेंद्र कुशवाहा एक मध्य वर्गीय परिवार से आते हैं। पटना साइंस कॉलेज से स्नातक डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने बिहार में ही बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल की। पेशे से राजनीति विज्ञान के लेक्चरर कुशवाहा 1985 में राजनीति में शामिल हुए।

उन्होंने युवा लोक दल में 1985 से 1988 में महासचिव के पद पर सेवाएं दी। 1988-93 तक वे उसके राष्ट्रीय महासचिव रहे। फिर वे 1994 में समता पार्टी के महासचिव बने और 2002 तक यह पद उनके पास ही रहा।

2000 में कुशवाहा बिहार राज्य की विधानसभा के लिए चुने गए। वे समता पार्टी के उपनेता बने और फिर 2004 में विपक्ष के नेता। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के साथ बनतेबिगड़ते रिश्तों के बीच उन्होंने 2013 में अपनी ही राजनीतिक पार्टी बना ली। नाम रखा आरएलएसपी यानी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी। 2014 के लोक सभा चुनावों में वे कारकट क्षेत्र से सांसद चुन लिए गए।

कुशवाहा मई 2014 में मोदी सरकार में ग्रामीण विकास राज्यमंत्री बनाए गए। लेकिन नवंबर 2014 में हुए मंत्रिमंडल फेरबदल में उन्हें मानव संसाधन राज्यमंत्री बनाया गया।

चर्चा में विधानसभा क्षेत्रः किशनगंज

किशनगंज संसदीय के साथसाथ विधानसभा क्षेत्र भी है। किशनगंज जिला 1,884 वर्ग किमी में फैला है। विधानसभा क्षेत्र में 2,42,175 पात्र वोटर हैं। इनमें 1,22,690 पुरुष और 1,19,476 महिलाएं हैं।

यह बिहार का इकलौता चाय उत्पादक जिला है। मेछी, कानकई और मनचंदा नदियां किशनगंज से होकर गुजरती हैं। यह जिला नेपाल और बांग्लादेश की सीमाओं से टकराता है। इस वजह से इसे बेहद संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है।

2010 विधानसभा चुनाव परिणामः

  • विजयी उम्मीदवारः डॉ. मोहम्मद जावेद, कांग्रेस
  • कुल वोट प्राप्त किएः 38,867
  • जीत का अंतरः 264 वोट्स
  • निकटतम प्रतिद्वंद्वीः स्वीटी सिंह, बीजेपी
  • पुरुष उम्मीदवारः 12; महिला उम्मीदवारः 1
  • कुल वोटरः 1,23,833; पुरुष वोटरः 64,727; महिला वोटरः 59,106
  • वोटिंग प्रतिशतः 58.47
  • मतदान केंद्रः 221