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बिहार चुनावः नीतीश कुमार ने कहा- बीजेपी में ‘नेता, नीति, नीयत’ की कमी

October 7, 2015


बिहार में ‘नेता, नीति और नीयत’ के बिना चुनाव लड़ रही है बीजेपी

अपनी सरकार पर ‘जंगल राज’ के लगातार लग रहे बीजेपी के आरोपों का मजबूती से जवाब देते हुए नीतीश कुमार ने जवाबी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी ‘नेता, नीति और नीयत’ के बिना ही उतर गई है।

नीतीश कुमार इस समय लालू प्रसाद के साथ जुड़ने के धब्बे से लड़ने के लिए पूरी ताकत लगा रहे हैं। इसकी एक वजह यह है कि लालू प्रसाद चारा घोटाले में दोषी हैं। उनके कार्यकाल को विपक्ष ‘जंगल राज’ कहकर पुकारता आया है। सभी बयानों में नीतीश कुमार अपने कार्यकाल के दौरान के नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो के आंकड़ों का सहारा लेकर यह साबित करते दिखते हैं कि बीजेपी के साथ और उसके बिना भी उन्होंने अपराधों को कम किया है और उनके कार्यकाल में ‘जंगल राज’ के आरोप बेबुनियाद है।

लेकिन राजनीति में तथ्यों का महत्व उतना नहीं होता, जितना एक ही बात को बारबार बोलने और वोटरों की धारणा बनाने का होता है। नीतीश कुमार के सामने वास्तविक समस्या है। उन्हें वोटों की खातिर लालू की जरूरत है, लेकिन उनके साथ जुड़े होने से उनके वोट कट भी रहे हैं। इसका क्या असर होगा, यह तो चुनाव के नतीजे सामने आने पर ही पता चलेगा। तब तक, नीतीश कुमार को लालू प्रसाद के साथ होने की बात को स्वीकार करते हुए अपनी योग्यता और उद्देश्यों को सामने रखकर वोटर्स को मनाने का बीड़ा उठाना होगा।

नीतीश ने बीजेपी पर चुनावों के दौरान राजनीति में संप्रदाय लाने की कोशिशों पर भी हमला बोला। उन्होंने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी के लिए भी बीजेपी की आलोचना की।

अमित शाह ने कहा नीतीश कुमार ‘मुखौटा’

भागलपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार तो महज एक ‘मुखौटा’ है। उनके एक तरफ ‘अराजक’ लालू है और दूसरी ओर ‘भ्रष्ट’ कांग्रेस। उन्होंने बताया कि बिहार में पिछले 25 साल में लालूराबड़ीनीतीश के शासन में बिहार तबाह हुआ है। लेकिन यह जोड़ना नहीं भूले कि जब तक बीजेपी जेडी(यू) के साथ थी, तब तक राज्य विकास पर आगे बढ़ रहा था। उन्होंने लोगों को चेतावनी भी दी कि बिहार में ‘जंगल राज’ लौट आएगा क्योंकि लालू और सोनिया मिलकर नीतीश को खुलकर काम नहीं करने देंगे और बिहार को महागठबंधन के नेतृत्व में ज्यादा नुकसान उठाना होगा। उन्होंने नीतीश कुमार पर राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण की समाजवादी विचारधारा के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। जिस कांग्रेस का वे पूरी जिंदगी विरोध करते रहे, नीतीश ने उससे ही हाथ मिला लिया।

रंजन यादव भी बीजेपी में

लालू प्रसाद यादव के लंबे समय तक करीब रहे 70 वर्षीय रंजन यादव कल बीजेपी में शामिल हो गए। रंजन यादव आरजेडी टिकट पर दो बार राज्यसभा सदस्य रहे और 15वीं लोक सभा में जेडी(यू) के टिकट पर पाटलिपुत्र से सांसद थे। काफी देर से ही सही, लेकिन बाहर आते ही उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर हमले शुरू कर दिए। उनकी पार्टी पॉलिटिक्स और व्यक्तिगत स्तर पर भी हमले करने से नहीं चूके।

उन्होंने बताया कि किस तरह लालू प्रसाद ने देश के युवाओं के साथ धोखा किया। मंडल राज के बाद उन्होंने कमजोर तबकों की सीटें खाली रहने दी, लेकिन उन्हें भरा नहीं। उन्होंने बताया कि लालूराबड़ी के शासन में बिहार में किस तरह ‘जंगल राज’ था। माताएंबहनें घर से बाहर निकलने में भी डरा करती थी।

यह कहते हुए वे व्यक्तिगत हो गए कि लालू प्रसाद काफी गरीब परिवार से आते हैं और उनकी मां तो 100 रुपए का नोट तक नहीं पहुंचान पाती थी। उन्होंने लालू पर हमले जारी रखे, लेकिन यह नहीं बताया कि वे दो बार राजद के नामांकन पर राज्यसभा क्यों गए। लेकिन राजनीति ऐसे ही चलती है।

चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघनों पर संज्ञान लिया

चुनाव आयोग आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर सतर्क है और कार्रवाई करने में सक्रियता दिखा रहा हैः

  • कल जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, चुनाव आयोग ने इस बात की पुष्टि की है कि लालू प्रसाद यादव के खिलाफ अमित शाह को ‘नरभक्षी’ कहने पर 6 अक्टूबर 2015 को एफआईआर दर्ज की गई।
  • 5 अक्टूबर 2015 को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है। शाह के लालू प्रसाद यादव को ‘चारा चोर’ कहने पर यह कार्रवाई की गई।
  • 4 अक्टूबर को अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ नरेंद्र मोदी को ‘शैतान, दरिंदा’ कहने पर एफआईआर दर्ज हुई थी।
  • बिहार के अलगअलग हिस्सों में की गई छापामार कार्रवाई में पुलिस ने लाखों रुपए बरामद किए हैं। इनमें पश्चिम चंपारन जिले से एक लाख, श्योहर जिले से 2.51 लाख, मधुबनी से एक लाख, गोपालगंज जिले से 2.70 लाख, सीवान जिले से 5.1 लाख और वैशाली जिले से 54 हजार रुपए बरामद हुए हैं।
  • कल तक 9 हथियार जब्त किए गए हैं। 31 कार्टेज भी बरामद किए हैं। 1,487 लाइसेंसी हथियार जमा करवाए हैं। हथियारों के 455 लाइसेंस रद्द किए गए हैं। 8,301 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। 536 लोगों के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किए हैं। वाहनों की चेकिंग से 11,64,330 रुपए जब्त किए गए हैं।

चर्चा में नेताः कीर्ति झा आजाद, बीजेपी (जन्म 2 जनवरी 1959)

कीर्ति आजाद 16वीं लोकसभा में दरभंगा, बिहार से मौजूदा सांसद हैं। उनका जन्म पुर्णिया, बिहार में भगवत झा आजाद और इंदिरा झा आजाद के घर हुआ था। कीर्ति आजाद के पिता बिहार के ख्यात राजनेता हैं। राज्य में मुख्यमंत्री भी रहे हैं।

कीर्ति आजाद की पढ़ाई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से हुई। वे स्कूल से ही क्रिकेट खेलने में सक्रिय रहे। रणजी स्तर पर खेले और फिर जल्द ही भारत के लिए भी खेलने का सौभाग्य मिला। वे 1983 की विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य थे।क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सक्रिय राजनीति में आ गए। 1993 में दिल्ली विधान सभा के सदस्य के तौर पर चुने गए। 1999 में वे पहली बार 13 वीं लोक सभा के सदस्य के तौर पर चुन लिए गए। तब से अब तक तीन बार सांसद रहे हैं। वे क्रिकेट से जुड़ाव को कायम रखते हुए भी कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे हैं।

चर्चा में विधानसभा क्षेत्रः सिमरी बख्तियारपुर

सिमरी बख्तियारपुर सहरसा जिले का विधानसभा क्षेत्र है। सिमरी बख्तियारपुर से पूर्वोत्तर में सहरसा 19 किमी दूर है। 24 पंचायतें इसके प्रशासनिक क्षेत्राधिकार में आती हैं। पास के शहरों में 8 किलोमीटर दूर कोपड़िया, 11 किमी दूर धमहारा घाट और 18 किमी दूर बानगांव हैं। सहरसासमस्तीपुर रेल लाइन पर पड़ने वाला यह शहर सहरसा जिले के सबसे व्यस्त शहरों में से एक है।

2010 विधानसभा चुनाव परिणाम

  • 2010 विधानसभा चुनाव विजेताः डॉ. अरुण कुमार, जेडी(यू)
  • जीत का अंतरः 18,842; कुल वैध मतों का 14.32%
  • निकटतम प्रतिद्वंद्वीः चौधरी मेहबूब अली कैसर, कांग्रेस
  • पुरुष वोटर्सः 66,094; महिला वोटर्सः 65,466; कुलः 1,31,693
  • मतदान प्रतिशतः 53.79
  • पुरुष प्रत्याशीः 8; महिला प्रत्याशीः 2
  • मतदान केंद्रः 262