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मंत्रिमंडल में फेरबदल: मोदी सरकार में नए चेहरे

September 4, 2017


मंत्रिमंडल में फेरबदल: मोदी सरकार में नए चेहरे

3 सितंबर, 2017 को नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का पुनर्गठन हुआ। उन्होंने 2014 में भारत के प्रधानमंत्री का पदभार संभाला है, तबसे यह तीसरा फेरबदल है। इसमें नौ नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है जबकि चार कनिष्ठ (जूनियर) मंत्रियों को कैबिनेट के लिए पदोन्नत किया गया है। अब तक, अरुण जेटली के पास दोनों मंत्रालयों वित्त मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय का कार्यभार था। लेकिन नवीनतम फेरबदल के बाद वह केवल वित्त मंत्रालय को ही संभालेंगे। आइए मोदी के मंत्रिमंडल के नए सदस्यों पर एक नजर डालें।

अश्विनी कुमार चौबे

64 वर्षीय अश्विनी कुमार चौबे ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली है। इससे पूर्व, चौबे बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में थे। एक सामाजिक कार्यकर्ता और कृषक होने के साथ-साथ, चौबेजी को बिहार की विधान सभा में लगातार पांच बार चुने जाने का गौरव प्राप्त है। बिहार राज्य से एक महत्वपूर्ण ब्राह्मण चेहरा, चौबे बिहार सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास और जन स्वास्थ्य इंजीनियरिंग जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।

वीरेन्द्र कुमार

वीरेंद्र कुमार महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किए गए हैं। कुमार एक दलित नेता हैं। वह मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से छह बार सांसद रह चुके हैं। उन्होंने आपातकाल के दौरान प्रभावशाली भूमिका निभाई और अपनी गतिविधियों के लिए इन्हें जेल भी जाना पड़ा। उन्होंने कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे संसदीय स्थायी श्रम समिति के अध्यक्ष रहे और ऑफिस ऑफ प्रॉफिट की संयुक्त समिति के अध्यक्ष और राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं।

गजेंद्र सिंह शेखावत

गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्य कृषि मंत्री के रूप में नियुक्त किए गए हैं। शेखावत राजस्थान के जोधपुर में एक लोकसभा सांसद हैं। 49 वर्षीय शेखावत स्थायी वित्त समिति के सदस्य और फैलोशिप कमेटी के सभापति भी हैं। गजेंद्र सिंह शेखावत ने दर्शनशास्त्र से एमए और एमफिल की डिग्री प्राप्त की हैं और वह भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।

अनंत कुमार हेगड़े

अनंत कुमार हेगड़े को कौशल विकास राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। हेगड़े, जो कि एक किसान हैं, कर्नाटक में उत्तर-कन्नड़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और पांच बार लोकसभा-सदस्य रह चुके हैं। हेगड़े 27 साल की उम्र में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और यह कभी चुनाव नहीं हारे है। हेगड़े कुछ महत्वपूर्ण पदों पर हैं जिसमें गृह मामलों की संसदीय स्थायी समितियां, विदेशी मामले, वित्त, कृषि, वाणिज्य और मानव संसाधन विकास शामिल हैं।

सत्यपाल सिंह

सत्यपाल सिंह 1980 की बैच के एक आईपीएस अधिकारी हैं। सत्यपाल सिंह को मानव संसाधन विकासमंत्री (एचआरडी) और जल संसाधन राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त, सिंह ने राजनीति में शामिल होने के लिए आईपीएस पद से इस्तीफा दे दिया। महाराष्ट्र कैडर के एक आईपीएस अधिकारी होने के साथ-साथ सिंह ने केंद्रीय जाँच ब्यूरो में भी काम किया है। उनके प्रशंसनीय कार्य के लिए उन्हें कई पदक भी मिले हैं। 2004 में, उन्हें प्रतिष्ठित सेवा के लिए राष्ट्रपति से पुलिस पदक प्रदान किया गया। वर्ष 2006 में, उन्हें सराहनीय सेवा के लिये राष्ट्रपति से पुलिस पदक और डीजी (महानिदेशक) का प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया।

शिव प्रताप शुक्ला

शिव प्रताप शुक्ला एक अनुभवी नेता हैं, जिन्होंने वित्त राज्य मंत्री का पदभार संभाला है। 65 वर्षीय शुक्ला ने लॉ (एल.एल.बी.) से स्नातक किया हैं और इन्होंने 70 के दशक के उत्तरार्ध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक छात्र नेता के रूप में अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की। वह आपातकाल के दौरान जेल में भी गए। 2012 में, उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य के भाजपा उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। वह यूपी में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार में भी मंत्री नियुक्त किए गए। 1991 से 1998 तक उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की सरकारों के समय में, वह जेल मंत्री रहे। सन् 1998 में, राजनाथ की अगुवाई वाली भाजपा सरकार में, वह ग्रामीण विकास मंत्री बने थे।

अल्फोंस कन्ननधनम 

अल्फोंस कन्ननथनम ने पर्यटन मंत्रालय (स्वतंत्र प्रभार), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को संभाला हैं। 1979 के बैच के आईएएस अधिकारी, अल्फोंस को  दिल्ली में गैरकानूनी भवनों के खिलाफ उनकी गतिविधियों के लिए डिमोलिशन मैन (विध्वंशक व्यक्ति) का उपनाम दिया गया है। 1994 में, टाइम मैगजीन ने 100 युवा वैश्विक नेताओं की सूची में उनका नाम भी शामिल किया गया था।  2006 में, अल्फोंस ने सिविल सेवा से इस्तीफा दे दिया और राजनीति में शामिल हो गए। वह कोट्टयम में एक स्वतंत्र विधायक थे और उन्हें कम्युनिस्टों द्वारा समर्थन दिया गया था लेकिन 2014 में वह भाजपा में शामिल हो गए। वह राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद के सदस्य थे। एक मंत्री के रूप में उनकी यह पहली नियुक्ति है।

राज कुमार सिंह

राज कुमार सिंह को राज्य विद्युत मंत्री और स्वतंत्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अक्षय ऊर्जा के लिए बनाया गया है। राज कुमार सिंह एक पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने भारत के गृह सचिव के रूप में भी सेवा की है। बिहार में अराह से एक लोकसभा सांसद रहते हुए, सिंह ने कानून और न्याय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, पेंशन और लोक शिकायत और कार्मिक समितियों के सदस्य जैस् महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है।

हरदीप सिंह पुरी

हरदीप सिंह पुरी, पूर्व भारतीय विदेश सेवा अधिकारी है जिन्हें गृह और शहरी मामलों का राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है। उनकी विदेश नीति में राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ एक प्रचुर निपुणता भी है। उन्होंने ब्राजील में भारत के स्थायी प्रतिनिधि एवं संयुक्त राष्ट्र में राजदूत के रूप में सेवा की। वह न्यूयॉर्क में अंतर्राष्ट्रीय शांति संस्थान के उपराष्ट्रपति थे और वे विकासशील देशों (आरआईएस) के लिए अनुसंधान और सूचना प्रणाली के अध्यक्ष और विचारक हैं।