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दिल्ली में होंगे 20 नए वायु प्रदूषण निगरानी केंद्र

June 16, 2017


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air-pollution-monitoring-stations-hindiअक्टूबर 2017 तक, भारत की राजधानी दिल्ली में 20 नए वायु प्रदूषण निगरानी केंद्र होंगे। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन द्वारा आयोजित दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के साथ हुई बैठक के बाद हाल ही में दिल्ली सरकार के पर्यावरण और वन विभाग ने यह घोषणा की थी। वर्तमान में, दिल्ली में 28 वायु प्रदूषण निगरानी केंद्र हैं। अब तक 28 निगरानी स्टेशनों में से, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) 4 स्टेशन चलाता है, मौसम विभाग 8 स्टेशन चलाता है, केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) 10 स्टेशन चलाता है और ‘सफर’ जो पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आता है वह शेष स्टेशनों का रखरखाव करता है।

कार्य आदेश जारी करना

20 नए अतिरिक्त स्टेशन निश्चित रूप से राजधानी में प्रदूषण के स्तर पर नजर रखने, अनुमान लगाने और इसे कम करने के लिए आवश्यक उपाय करने के लिए एक बेहतर विचार प्रदान करेंगे। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि दिल्ली में सबसे ज्यादा प्रदूषण का समय दीवाली और सर्दियों के दौरान होता है, अक्टूबर को परिवेशी वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों की स्थापना के लिए आदर्श माह माना जाता है। दिल्ली सरकार के पर्यावरण और वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि स्टेशनों की स्थापना के लिए काम करने का आदेश जल्द ही जारी किया जाएगा।

आठ निगरानी पैरामीटर

निम्नलिखित 8 मापदंडों पर वास्तविक समय डेटा की निगरानी और उपलब्ध कराने के लिए नए स्टेशनों की स्थापना की जाएगी:

  • सूक्ष्म तत्व, दोनों पीएम 10 और पीएम 5,
  • सल्फर डाइऑक्साइड
  • नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
  • कार्बन मोनोऑक्साइड
  • ओजोन
  • अमोनिया
  • बेंजीन
  • मौसम

नये स्टेशनों की सुविधाओं को उजागर करना

  • नए निगरानी स्टेशनों को बहुत उन्नत तकनीकि से डिजाइन किया जाएगा ताकि हवा की गुणवत्ता को मापने में मौजूदा अंतराल कम हो सके।
  • यह दिल्ली में प्रदूषण का सही स्तर बताएगा।
  • नए निगरानी स्टेशन दिल्ली और एनसीआर में सर्दियों के लिए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान को लागू करने में भी मदद करेंगे, जैसा कि पहले ही जनवरी में सुप्रीम कोर्ट ने अनिवार्य किया था। इस योजना में हवा की गुणवत्ता के आधार पर कुछ निवारक उपायों को शामिल किया गया है, जो मध्यम से लेकर खराब, बहुत खराब, गंभीर और गंभीर-से-अधिक या आपात स्थिति से हो सकते हैं।
  • शहर के विभिन्न रणनीतिक स्थानों जैसे – आवासीय, वाणिज्यिक, औद्योगिक और संस्थागत सहित सभी जगहों पर नए निगरानी स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इसके बदले दिल्ली में वायु प्रदूषण की सही तस्वीर दिखाई देगी।
  • ऐसे वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन सरकार और अन्य हितधारकों को शहर में वायु प्रदूषण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में मदद करेंगे।

सारांश

यह वास्तव में दिल्ली सरकार द्वारा उठाया गया एक अच्छा कदम है। दिल्ली न केवल भारत में सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में से एक है बल्कि पूरे विश्व में यह प्रदूषित शहरों की सूची में से एक है। वायु गुणवत्ता शहर में हर जगह समान नहीं है। कुछ लोग गंभीर प्रदूषण से जूझ रहे हैं जबकि कुछ अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण नियंत्रित है। अधिक वायु प्रदूषण निगरानी स्टेशनों की संख्या, शहर के विभिन्न हिस्सों में प्रदूषण की प्रकृति को समझने में मददगार साबित होगी। इसके बदले संबंधित अधिकारियों को दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए आवश्यक उपाय करने में मदद मिलेगी।