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मरीजों के लिए क्राउड फंडिंग

July 6, 2017


crowdfunding-for-patients-hindiटेक्नोलॉजी का युग कई अवधारणाओं को अपने साथ लाया है, इंटरनेट के आने से पहले इस युग की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी क्राउड फंडिंग इसी प्रकार की एक अवधारणा है।

क्राउड फंडिंग एक ऐसी अवधारणा है जहाँ सोशल मीडिया के उपयोग के माध्यम से, व्यक्तियों को किसी भी प्रकार की समस्या हेतु छोटे दान के साथ योगदान देने के लिए राजी किया जाता है।

क्राउड फंडिंग में आवारा जानवरों की देखभाल और कुछ पुरानी बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों की स्वास्थ्य देखभाल के अलावा छोटे उद्योगों में निवेश आदि कुछ भी हो सकता है। यह धन एकत्र करने का एक सोशल मीडिया संस्करण है।

किसी भी कारण हेतु समाज सेवा के लिए दान की गई राशि बहुत कम हो सकती है- यह सैकड़ों रूपये में हो सकता है, हालांकि, जब हजारों लोगों ने इसमें दान दिया है, इस प्रकार दिन के अंत में एक मोटी रकम प्राप्त होती है। यह प्लेटफार्म क्राउडफंडिंग के तहत दानकर्ताओं से बहुत कम राशि का भुगतान करवाता है।

गंभीर रोगियों के लिए दान

ऐसे रोगी जो कैंसर, अंग प्रत्यारोपण या एड्स जैसी बीमारियों से पीड़ित हों या दुर्घटना या एसिड हमले के कारण वेंटिलेटर पर हों और उनको इलाज करवाने के लिए वित्तीय बाधाओं का सामना करना पड़ रहा हो, उनके लिए उपचार कराने हेतु क्राउड फंडिंग पर दान आसानी से उपलब्ध है। भारत में इस प्रकार की सेवाएं प्रदान करने वाले असंख्य संगठन हैं, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं-

इंपैक्ट गुरु

इंपैक्ट गुरु एक दान-आधारित क्राउडफंडिंग प्लेटफार्म है। यह प्लेटफार्म पुरानी बीमारी से पीड़ित लोगों को वैश्विक जन-सहयोग समाधान की पेशकश के अलावा, एनजीओ, सामाजिक उद्यमों और छोटे उद्योगों में निवेश करने में मदद करता है। अगस्त 2015 में, मेनका गाँधी द्वारा शुरू किये गये इंपैक्ट गुरु प्लेटफार्म ने 15 से अधिक देशों में विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों और सामाजिक उद्यमों के लिए 329 करोड़ रूपए जुटाए हैं।

मिलाप

2011 में, मिलाप प्लेटफार्म अनोज विश्वानाथन, मायुख चौधरी और सौरभ शर्मा ने स्थापित किया, मिलाप व्यक्तिगत और सामाजिक कारणों के लिए भारत का प्रमुख दान जुटाने का प्लेटफार्म है। इस प्लेटफार्म पर दुनिया भर के 120 देशों के दाताओं और उधारदाताओं का एक समुदाय है। मिलाप ने 90.18 करोड़ रुपये की सहायता से पूरे भारत में 49,310 परियोजनाओं की सहायता की है, जिसमें वित्तीय प्रतिबंधों के साथ रोगियों के मेडिकल बिल को कवर करने के कारण भी शामिल हैं।

बिटगिविंग

बिटगिविंग की टीम स्वयं को प्रचारक, आंदोलन का सदस्य, संकेतक और बिजनेस निन्जा के एक समूह के रूप में व्यक्त करती है। जो सामाजिक कारणों से बेहद भावुक हैं। यह क्राउड फंडिंग प्लेटफार्म भी उन रोगियों को मदद देने की दिशा में काम करता है जो इलाज का खर्च नहीं उठा सकते हैं।

कीटो

इस क्राउड फंडिंग प्लेटफार्म ने 100 करोड़ रूपये से अधिक धन देकर 2,00,000 से अधिक लोगों की मदद की है, इसमें स्वास्थ्य विभाग सहित उनके कई समर्थक शामिल है।

भारत में क्राउड फंडिंग

दुनिया भर में 600 से अधिक क्राउड फंडिंग प्लेटफार्म हैं और भारत ने हाल के वर्षों में इस तरह के प्लेटफार्मों का निर्माण किया है। हालांकि, भारत अभी तक सबसे अच्छे स्तर तक नहीं पहुँचा है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (एसईबीआई) का दावा है कि भारतीय जनता में पर्याप्त निवेश के ज्ञान या अनुभव की कमी है और सख्त सुरक्षा की आवश्यकता है। हाल ही में निवेश कमेटी के लिए एक क्राउड फंडिंग विनियामक ढाँचा तैयार करने के लिए एक अधूरे उद्देश्य को किनारे कर दिया गया है, भारत में एकसमान क्राउड फंडिंग बेअसर है।

क्राउड फंडिंग के कुछ नियम

  • यहाँ लोगों की समस्या बताने के लिए एक आकर्षक कहानी होनी चाहिए कि लोगआकर्षित होकर दान करें।
  • यदि कोई एक फंड कोष शुरू करता है, तो बेहतर होगा कि वह पहले ही उद्देश्य हेतु लिये गये पैसे की कीमत का आंकलन कर ले।
  • उत्साही परिवार और दोस्तों के एक समूह को शामिल करें जो सोशल मीडिया प्रेमी हैं जो आपके विज्ञापन को शेयर करने व आगे बढ़ाने में आपकी मदद करें, साथ ही सभी को योगदान देने के लिए आग्रह करें।
  • उन लोगों के दान को प्रकाशित करें जो किसी कारण के लिए पहले से ही दान दे चुके हैं।
  • क्राउड फंडिंग में वीडियो पिच हमेशा मदद करता है।
  • सोशल मीडिया के माध्यम से धन जुटाने के लिए, जब तक कि क्राउड फंडिंग अभियान पूरा नहीं हो जाता तब तक सोशल मीडिया साइटों पर सक्रिय रहना पड़ता है।